बरेली, उत्तर प्रदेश: बरेली में 26 सितंबर 2025 को हुई हिंसक झड़पों के बाद नगर निगम और पुलिस प्रशासन ने 30 सितंबर को कड़ी कार्रवाई करते हुए मौलाना तौकीर रजा खान से जुड़े 74 दुकानों को सील कर दिया और वक्फ़ भूमि पर चल रहे अवैध बाजार को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल द्वारा ‘I Love Muhammad’ अभियान के तहत आयोजित प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा के बाद की गई। इन झड़पों में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए और 39 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें तौकीर रजा भी शामिल हैं। उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
Bulldozer Action On Properties Linked To Maulana Tauqeer Raza 🔥🔥
The unrest in the city erupted on Sept 26,following marches with ‘I Love Muhammad’ posters, leading to stone-pelting, & confrontations with police.#BareillyViolence #Bareilly #YogiAdityanath #BulldozerAction pic.twitter.com/WcnzOKT7M0
— CM ReportCard India (@CMReportCard_) September 30, 2025
पुलिस के अनुसार, 2,000 से अधिक लोग इस हिंसा में शामिल थे, जिन्होंने अला हजरत दरगाह के आसपास उपद्रव मचाया। पुलिस ने कई एफआईआर दर्ज कीं। पत्थरबाजी और तोड़फोड़ से हिंसा बढ़ी, जिसके बाद कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया।

30 सितंबर को, नगर निगम की टीम ने पुलिस के साथ मिलकर तौकीर रजा के नेटवर्क से जुड़े संपत्तियों पर कठोर कार्रवाई की। तौकीर रजा के करीबी सहयोगी डॉ. नफीस नादिम खान के मालिकाना हक वाली 74 दुकानों को सील कर दिया गया। साथ ही, वक्फ़ भूमि पर चल रहे अवैध बाजार को ध्वस्त किया गया। कार्रवाई के दौरान रजा के दामाद और कुछ रिश्तेदारों को भी हिरासत में लिया गया।
प्रशासन ने बताया कि यह कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीति के तहत की गई है, जिसका उद्देश्य दंगों, अवैध अतिक्रमण और सार्वजनिक शांति को खतरा पहुँचाने वाली गतिविधियों को रोकना है। अधिकारियों ने बताया कि समय पर नगर निगम और पुलिस की कार्रवाई आवश्यक है ताकि उपद्रव बढ़ने से रोका जा सके और अतिक्रमित सार्वजनिक एवं वक्फ़ भूमि को पुनः मुक्त किया जा सके।
26 सितंबर को हुई झड़पों ने बरेली की शांति को बाधित किया और पूरे देश का ध्यान खींचा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पों के कारण शहर में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई थी। बाद में की गई गिरफ्तारी और संपत्ति सीलिंग प्रशासन की कानून व्यवस्था बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और यह संदेश देती है कि हिंसा और अवैध कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि 26 सितंबर की घटना की जांच जारी है और स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। दंगों और अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस कार्रवाई पर नागरिकों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ हैं। कुछ लोग प्रशासन की तेज़ कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं, जबकि कुछ संपत्ति सील करने और गिरफ्तारी के पैमाने को लेकर चिंतित हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि दीर्घकालिक शांति और कानूनी नियमों के पालन के लिए यह कार्रवाई आवश्यक थी।
प्रमुख तथ्य:
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सील की गई दुकाने: 74 दुकानें तौकीर रजा खान से जुड़ी
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अवैध बाजार ध्वस्त: वक्फ़ भूमि पर
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गिरफ्तारी एवं हिरासत: 39 लोग गिरफ्तार, तौकीर रजा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
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नीति: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दंगों और अतिक्रमण रोकने की नीति
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पुलिसकर्मी घायल: झड़पों में 22 अधिकारी घायल
बरेली की यह घटना दर्शाती है कि बड़ी सभाओं और संवेदनशील राजनीतिक अभियानों के दौरान कानून और व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। नगर निगम और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने सामान्य स्थिति बहाल करने, सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा और जवाबदेही सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि भविष्य में किसी भी तरह की उपद्रव की कोशिशों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। नागरिकों से अपील की गई है कि वे कानून का पालन करें और किसी भी अनधिकृत प्रदर्शन या अतिक्रमण में भाग न लें।