गाजियाबाद में 2003 की मतदाता सूची का पुराना डेटा खोजने की सरल प्रक्रिया, बीएलओ ने बताया पूरा तरीका

2003 Voter List
2003 Voter List: गाजियाबाद में पुरानी मतदाता सूची का रिकॉर्ड ऐसे करें प्राप्त, जानिए बीएलओ द्वारा समझाई गई पूरी प्रक्रिया (File Photo)
गाजियाबाद में 2003 की मतदाता सूची का रिकॉर्ड खोजने में नागरिकों को हो रही परेशानी को दूर करते हुए BLO ने बताया कि यह डेटा चुनाव आयोग की वेबसाइट पर आसानी से उपलब्ध है। सिर फॉर्म भरने, EPIC नंबर प्राप्त करने, सत्यापन प्रक्रिया और महत्वपूर्ण तिथियों की पूरी जानकारी अब सरल रूप में प्रस्तुत है।
नवम्बर 17, 2025

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गाजियाबाद में मतदाता सूची के 2003 के डेटा की खोज अब हुई आसान

मतदाता सूची से नाम कटने की बढ़ती शिकायतें और उनकी पृष्ठभूमि

गाजियाबाद सहित उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हाल के दिनों में मतदाता सूची से नाम कटने या विवरण में गड़बड़ी की शिकायतें तेजी से बढ़ी हैं। जिन नागरिकों ने अपना नाम सूची में पुनः जुड़वाने के लिए आवेदन किया है, उनमें से अधिकांश को सिर फॉर्म (विशेष गहन पुनरीक्षण) भरने की प्रक्रिया में सबसे अधिक कठिनाई वर्ष 2003 की मतदाता सूची का डेटा खोजने में आ रही है। यह समस्या केवल तकनीकी ही नहीं, बल्कि जानकारी के अभाव से भी गहराई से जुड़ी हुई है।

जमीनी स्तर पर काम करने वाले बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) बताते हैं कि वर्ष 2003 का मतदाता रिकॉर्ड भले पुराना हो, परंतु यह आज भी चुनाव आयोग की वेबसाइटों पर उपलब्ध है। किंतु आम नागरिकों तक इसकी जानकारी सही रूप में नहीं पहुंच पाती। इस कारण बड़ी संख्या में आवेदक उलझन में पड़ जाते हैं और फॉर्म जमा करने में विलंब होता है।

2003 के मतदाता डेटा का महत्व

चुनाव आयोग ने सिर फॉर्म में यह प्रावधान इसलिए रखा है कि नागरिक की पहचान, आवासीय सत्यापन और पारिवारिक निरंतरता की जांच पूरी सटीकता के साथ हो सके। यदि कोई व्यक्ति उस समय नाबालिग था, तो उसके माता-पिता का 2003 का EPIC नंबर आवश्यक होता है। यदि स्वयं आवेदक का नाम 2003 की सूची में था, तो उस सूची का EPIC नंबर प्रमाण के रूप में मांगा जाता है। यह तथ्य यह सिद्ध करता है कि परिवार वर्षों से उस पते पर निवासरत है और क्षेत्र का वास्तविक मतदाता रहा है।

बीएलओ ने बताया 2003 का डेटा खोजने का आधिकारिक तरीका

गाजियाबाद के बीएलओ बताते हैं कि यह डेटा खोजने के लिए किसी दलाल, बिचौलिए या अनौपचारिक वेबसाइट की आवश्यकता नहीं है। यह पूरी प्रक्रिया सरकारी वेबसाइट पर उपलब्ध है और कुछ सरल चरणों का पालन करके इसे स्वयं डाउनलोड किया जा सकता है।

चरण-दर-चरण प्रक्रिया: 2003 की मतदाता सूची ऐसे करें डाउनलोड

पहला चरण: सही वेबसाइट पर जाएं

अपने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (Chief Electoral Officer – CEO) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। उत्तर प्रदेश के नागरिकों के लिए आवश्यक लिंक है
ceouttarpradesh.nic.in (चुनाव आयोग का आधिकारिक पोर्टल)

दूसरा चरण: पुराने रिकॉर्ड वाले सेक्शन का चयन

वेबसाइट पर ‘Archived Electoral Rolls’, ‘Historical Data’ या ‘Old Voter List’ जैसे लिंक खोजें। यह विकल्प प्रायः ‘Electoral Services’ या ‘Download’ अनुभाग में उपलब्ध होता है।

तीसरा चरण: वर्ष का चयन करें

लिंक खुलने पर आपको विभिन्न वर्षों की सूची दिखाई देगी।
यहां से आप 2003 या कई मामलों में 2004 (क्योंकि कई क्षेत्रों में 2003 की अंतिम सूची 2004 में प्रकाशित हुई थी) को चुन सकते हैं।

चौथा चरण: विधानसभा और बूथ का चयन

इसके बाद आपको अपना जिला (गाजियाबाद), विधानसभा क्षेत्र और संबंधित मतदान केंद्र का चयन करना होगा।
यह जानकारी आपको अपने पुराने वोटर आईडी, राशन कार्ड या परिवार के किसी सदस्य से प्राप्त हो सकती है।

पांचवां चरण: सूची डाउनलोड करें

सही विकल्प चुनते ही उस वर्ष की मतदाता सूची की PDF फाइल उपलब्ध हो जाएगी।

छठा चरण: अपना या माता-पिता का नाम खोजें

PDF फाइल खोलने के बाद
नाम, पिता/माता/पति का नाम और EPIC नंबर खोजें।
इसी नंबर को फॉर्म में दर्ज करना अनिवार्य है।

यदि 2003 की सूची सीधे न मिले तो क्या करें?

बीएलओ बताते हैं कि कई बार आर्काइव सेक्शन में उस वर्ष की फाइलें अस्थायी रूप से दिखाई नहीं देतीं। ऐसी स्थिति में आवेदक अपने बूथ लेवल अधिकारी को बूथ संख्या बताकर मदद मांग सकते हैं। बीएलओ के पास प्रामाणिक पुराना रिकॉर्ड उपलब्ध रहता है, जिससे वे आवश्यक EPIC नंबर उपलब्ध करवा सकते हैं।

सिर फॉर्म भरने के बाद की प्रक्रिया

सिर फॉर्म जमा होने के बाद BLO व्यक्तिगत रूप से सत्यापन करने पहुंचते हैं। वे पते की जांच, 2003 के डेटा का मिलान और अन्य दस्तावेजों का निरीक्षण करते हैं।

कुछ मामलों में आवेदक को निर्वाचन अधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर अपना दावा मजबूत करने का अवसर भी दिया जाता है। सभी जांच पूरी होने के बाद ही यह निर्णय लिया जाता है कि आवेदक का नाम मतदाता सूची में पुनः शामिल होगा या नहीं।

फॉर्म जमा करने के दो तरीके

ऑफलाइन तरीका

बीएलओ से गणना प्रपत्र लें, उसे भरें, फोटो लगाएं और हस्ताक्षर करके वापस जमा करें। BLO घर-घर जाकर प्रिंटेड फॉर्म भी उपलब्ध कराते हैं।

ऑनलाइन तरीका

voter.eci.gov.in पर SERVICES टैब से “Fill Enumeration Form” के माध्यम से डिजिटल रूप से फॉर्म भरा जा सकता है।

क्यों हो रही है लोगों को अधिक परेशानी?

– कई आवेदकों को EPIC नंबर का महत्व समझ नहीं आता।
– 2003 का डेटा कहां उपलब्ध है, यह जानकारी नहीं होती।
– बूथ संख्या या उस समय के पते की जानकारी न होने से खोज में समय लगता है।
– कई लोग वेबसाइट पर उपलब्ध आर्काइव सेक्शन तक पहुंच ही नहीं पाते।

क्या हैं आवश्यक दस्तावेज

– पहचान प्रमाण
– पता प्रमाण (बिजली बिल, पानी बिल, बैंक स्टेटमेंट आदि)
– जन्मतिथि प्रमाण
– 2003 की मतदाता सूची का EPIC नंबर
– माता-पिता के EPIC नंबर (यदि आवेदक उस वर्ष नाबालिग था)

महत्वपूर्ण तिथियाँ

4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 – बीएलओ द्वारा घर-घर गणना प्रपत्र वितरण
9 दिसंबर 2025 – प्रारंभिक नामावली प्रकाशन
9 दिसंबर 2025 से 8 जनवरी 2026 – दावे व आपत्तियां
9 दिसंबर से 31 जनवरी 2026 – निस्तारण
7 फरवरी 2026 – अंतिम मतदाता सूची प्रकाशन

मतदाताओं के लिए अंतिम सलाह

BLO किसी भी मतदाता को तीन बार जांच के बाद ही अनुपस्थित, स्थानांतरित या मृत के रूप में चिह्नित करते हैं। नाम हटाने की प्रक्रिया बिना स्पष्ट प्रमाण के नहीं की जाती। इस कारण नागरिकों को समय पर दस्तावेज और 2003 का रिकॉर्ड तैयार रखना चाहिए।

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