गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश।
दीपावली रोशनी का त्योहार है, लेकिन इस साल गाजियाबाद के लगभग 32,180 घरों में दिवाली से पहले अंधेरा छा सकता है। बिजली विभाग और जिला प्रशासन ने 128 करोड़ रुपये बकाया होने के कारण इन उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटने का निर्णय लिया है।
जिला प्रशासन और विद्युत निगम ने मिलकर विशेष वसूली अभियान शुरू किया है। अब तक 20 से अधिक उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे जा चुके हैं। अभियान के तहत बड़े और छोटे दोनों बकायेदारों से बकाया राजस्व वसूला जा रहा है।
बकायेदारों की स्थिति
विद्युत निगम की टीम ने लंबे समय से बिल न चुकाने वाले उपभोक्ताओं की सूची तैयार की है। इनमें मुरादनगर और लोनी क्षेत्र के उपभोक्ता सबसे अधिक हैं। सभी डिफाल्टर उपभोक्ताओं को नोटिस भेजे गए हैं और उन्हें बकाया जमा करने के लिए कहा जा रहा है।
एडीएम एफआर सौरभ भट्ट ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशन में अक्टूबर माह में बकाया वसूली के लिए विशेष अभियान चलाया गया है। अभियान में पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी सहयोग कर रहे हैं।
कार्रवाई की प्रक्रिया
बकायेदारों के घर जाकर बिजली कनेक्शन काटा जा रहा है। यदि उपभोक्ता अब भी बकाया जमा नहीं करते हैं, तो उनके नाम सार्वजनिक करने के लिए होर्डिंग लगवाई जाएंगी। प्रशासन का यह कदम उपभोक्ताओं को समय पर बिल चुकाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से लिया गया है।
प्रशासन और निगम की साझा जिम्मेदारी
जिला प्रशासन और विद्युत निगम की टीम संयुक्त रूप से कार्रवाई कर रही है। यह अभियान केवल वसूली तक सीमित नहीं है, बल्कि उपभोक्ताओं को जागरूक करने के उद्देश्य से भी चलाया जा रहा है। टीम घर-घर जाकर उपभोक्ताओं को बकाया जमा करने की सलाह देती है।
गाजियाबाद में इस दिवाली सुरक्षा और वसूली दोनों महत्वपूर्ण मुद्दे बन गए हैं। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कनेक्शन काटने की कार्रवाई आवश्यक है, ताकि उपभोक्ता समय पर बिल का भुगतान करें और भविष्य में ऐसी समस्याएं कम हों।
128 करोड़ रुपये के बकाया राजस्व की वसूली और 32,180 कनेक्शन कटने की खबर ने शहरवासियों में हलचल मचा दी है। प्रशासन ने इस अभियान को सख्ती और पारदर्शिता के साथ जारी रखने का आश्वासन दिया है।