दीपावली की रात गोरखपुर में भयावह आगजनी
गोरखपुर जिले में दीपावली की रात और उसके अगले दिन आगजनी की कई घटनाएं हुईं, जिन्होंने लोगों की संपत्ति और वर्षो की मेहनत को एक पल में नष्ट कर दिया। शार्ट सर्किट और दीपक की लौ से शुरू हुई आग ने मकानों, दुकानों, गोदामों और पटाखा स्टालों को अपनी चपेट में ले लिया। प्रशासन और अग्निशमन विभाग ने तत्काल कार्रवाई की, लेकिन आग की भीषणता के कारण लाखों का नुकसान हो गया।
गगहा बाजार में लाखों का नुकसान
गगहा थाना क्षेत्र के गजपुर बाजार में सोमवार रात दो बजे अचानक आग लग गई। यह आग राजबहादुर, अजय कुमार और पवन कुमार की कपड़े और ज्वेलरी की दुकानों में लगी। तीन मंजिला मकान में नीचे दुकानें और ऊपर परिवार रहते थे। आग इतनी भीषण थी कि तीनों दुकानों और मकान का अधिकांश हिस्सा जलकर राख हो गया। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, इस घटना में लगभग 50 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
चौरीचौरा और अन्य क्षेत्रों में आग की घटनाएं
इसी रात चौरीचौरा के सरैया चौराहे पर रामकेवल कश्यप की रेडीमेड गारमेंट्स की दुकान में शार्ट सर्किट से आग लगी, जिससे करीब दो लाख रुपये मूल्य के कपड़े जल गए।
गोरखपुर के अन्य स्थानों जैसे जीडीए काम्प्लेक्स, भगत चौराहा, शाहपुर और राजवंशी हॉस्पिटल के पास भी आग लगने की घटनाएं सामने आईं। इन जगहों पर स्थानीय लोगों और फायर ब्रिगेड की संयुक्त कोशिशों के बावजूद आग को नियंत्रित करना कठिन साबित हुआ।
ग्रामीण क्षेत्रों में दीपक की आग ने मचाई तबाही
पीपीगंज क्षेत्र के रानाडीह गांव में दीपक की लौ से झोपड़ी में आग लग गई। इस घटना में हजारों रुपये का राशन और कपड़े जलकर राख हो गए, जबकि एक मवेशी भी झुलस गया।
बड़हलगंज के मुजौना गांव में भगवान शर्मा के घर में शार्ट सर्किट के कारण आग लगी, जिसमें लाखों का घरेलू सामान और बेटे की शादी के लिए रखा सारा सामान जल गया। गोला थाना क्षेत्र के सड़सड़ा गांव में भी दीपक से लगी आग ने घर का सारा सामान राख कर दिया।
गोला और कस्बाई क्षेत्र में आग का प्रकोप
गोला मोहल्ले के जूता-चप्पल के गोदाम में आग लगने से लाखों रुपये का नुकसान हुआ। वहीं वीएसएवी इंटर कालेज परिसर में अस्थाई पटाखा दुकानों में राकेट से लगी आग ने कई दुकानों के पटाखे जला दिए।
प्रशासन ने सभी घटनाओं की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, अधिकांश पीड़ितों ने अभी तक पुलिस में लिखित तहरीर नहीं दी है।
अग्निशमन और प्रशासन की भूमिका
अग्निशमन विभाग के जवानों ने रातभर गाड़ियों और उपकरणों के साथ आग पर काबू पाने का प्रयास किया। कई स्थानों पर स्थानीय लोगों ने भी अपनी जान जोखिम में डालकर आग बुझाई। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों की सहायता और नुकसान का आकलन शुरू किया है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
विशेषज्ञों का कहना है कि दीपावली जैसे त्योहारों में शार्ट सर्किट और जलते दीयों से आग लगने की घटनाएं आम हैं। उन्होंने लोगों को आग सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करने और इलेक्ट्रिकल इंस्ट्रूमेंट्स की जांच करने की सलाह दी है।
गोरखपुर में दीपावली की रात हुई आगजनी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि त्योहारों में सावधानी और सुरक्षा उपायों को गंभीरता से लेना अत्यंत आवश्यक है। शार्ट सर्किट और जलते दीपकों से लाखों का नुकसान होना प्रशासन और नागरिकों दोनों के लिए एक चेतावनी है।