SIR in UP: उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान हुआ तेज़
चार दिसंबर तक पूरा करना होगा कार्य
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) अभियान को नई गति दे दी है। इस अभियान के अंतर्गत प्रत्येक मतदान केंद्र क्षेत्र में बीएलओ (बूथ स्तर अधिकारी) को यह दायित्व सौंपा गया है कि वे घर-घर जाकर मतदाता गणना प्रपत्र वितरित करें और उन्हें मौके पर ही भरवाएं। आयोग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि चार दिसंबर तक यह कार्य हर हाल में पूरा होना चाहिए।
अवकाश में भी जारी रहेगा गणना कार्य
आयोग ने आदेश जारी करते हुए यह भी स्पष्ट किया है कि इस अभियान के दौरान पड़ने वाले सभी सरकारी अवकाश निरस्त रहेंगे। शनिवार और रविवार को भी बीएलओ अपने निर्धारित क्षेत्र में पहुंचकर नागरिकों से संपर्क करेंगे, प्रपत्र वितरित करेंगे और यथासंभव उन्हें मौके पर ही भरवाएंगे। यह कदम इस उद्देश्य से उठाया गया है ताकि अभियान की गति में कोई कमी न आए और मतदाता सूची को त्रुटिरहित बनाया जा सके।
अब तक 50 लाख प्रपत्र हुए वितरित | SIR in UP
अभियान की शुरुआत के मात्र चार दिनों में प्रदेश भर में 50 लाख से अधिक गणना प्रपत्र नागरिकों को दिए जा चुके हैं। आयोग का लक्ष्य आगामी कुछ दिनों में शत-प्रतिशत वितरण पूरा करने का है। इसके बाद बीएलओ द्वारा भरे हुए प्रपत्र एकत्र कर क्षेत्रवार अभिलेख तैयार किए जाएंगे। इससे मतदाता सूची को अधिक सटीक बनाने में सहायता मिलेगी।
उद्देश्य: पारदर्शिता और त्रुटिरहित सूची
राज्य निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि इस अभियान का मूल उद्देश्य मतदाता सूची को पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाना है। डुप्लीकेट नामों की पहचान कर उन्हें सूची से हटाया जाएगा और नए पात्र मतदाताओं को जोड़ा जाएगा। इससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अधिक सटीकता और विश्वसनीयता आएगी।
नागरिकों से अपील
SIR in UP: आयोग ने नागरिकों से अपील की है कि वे गणना प्रपत्रों को सावधानीपूर्वक भरें तथा आवश्यक दस्तावेज जैसे पहचान पत्र, पते का प्रमाण आदि समय पर उपलब्ध कराएं। बीएलओ द्वारा दी गई जानकारी और निर्देशों का पालन करने से प्रक्रिया में सहजता और सटीकता दोनों सुनिश्चित होंगी।
अधिकारियों की सतत निगरानी
प्रशासनिक अधिकारी भी इस अभियान की निगरानी में फील्ड पर सक्रिय हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी, उपजिलाधिकारी और अन्य अधिकारी नियमित निरीक्षण कर रहे हैं ताकि किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। आयोग ने प्रत्येक चरण में पारदर्शिता बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
चुनावी ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में बड़ा कदम
विशेष पुनरीक्षण अभियान (SIR) को प्रदेश के चुनावी ढांचे को और अधिक विश्वसनीय बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। इस अभियान से न केवल मतदाता सूची की शुद्धता बढ़ेगी, बल्कि भविष्य के चुनावों में निष्पक्षता की गारंटी भी सुनिश्चित होगी। 22 वर्षों बाद इस तरह का व्यापक पुनरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है, जिससे यह और भी विशेष बन गया है।
उत्तर प्रदेश में चल रहा यह विशेष पुनरीक्षण अभियान लोकतांत्रिक व्यवस्था की जड़ों को मजबूत करने वाला है। आयोग की सतर्कता, बीएलओ की मेहनत और नागरिकों की सहभागिता से यह कार्य निश्चित समय सीमा में पूर्ण होना न केवल संभव है बल्कि राज्य में पारदर्शी चुनाव प्रणाली की दिशा में एक बड़ा कदम भी सिद्ध होगा।