मऊ में छठ पर्व की सुबह दर्दनाक घटना से मचा कोहराम
उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में मंगलवार की सुबह छठ पर्व की पवित्र बेला एक दुखद घटना से दहशत में बदल गई, जब एक युवक का शव नहर में तैरता हुआ पाया गया। इस अप्रत्याशित दृश्य ने श्रद्धालुओं और ग्रामीणों के बीच हड़कंप मचा दिया।
घटना मऊ ज़िले के हलधरपुर थाना क्षेत्र के गेहना गांव की है। सुबह-सुबह जब गाँववाले छठ पूजा के अवसर पर नहर किनारे स्नान और अर्घ्य देने पहुँचे थे, तभी किसी ने पानी में कुछ तैरता देखा। पास जाकर जब लोगों ने देखा तो वह एक युवक का शव था। देखते ही देखते मौके पर भीड़ जमा हो गई और सूचना तुरंत पुलिस को दी गई।
युवक की पहचान मनोज सिंह के रूप में हुई
सूचना मिलते ही हलधरपुर थाना प्रभारी विजय कुमार मौर्य पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुँचे। शव को बाहर निकाला गया और उसकी पहचान 30 वर्षीय मनीष सिंह के रूप में हुई, जो इसी गाँव का निवासी था।
ग्रामीणों के अनुसार, मनीष एक शांत और मेहनती युवक था। कुछ ही दिन पहले उसने दिवाली पर एक नई मोटरसाइकिल खरीदी थी। परिवार वालों का कहना है कि वह बाइक चलाना सीख रहा था। अनुमान लगाया जा रहा है कि संभवतः वह रात के समय या सुबह जल्दी बाइक सीखते समय नहर में गिर गया और उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
थाना प्रभारी विजय कुमार मौर्य ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में कोई बाहरी चोट या संघर्ष के निशान नहीं मिले हैं, परंतु सटीक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा।
उन्होंने यह भी बताया कि जांच के सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है — दुर्घटना, आत्महत्या या किसी अन्य कारण से हुई मृत्यु की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।
परिवार में मातम, गाँव में सन्नाटा
मनीष सिंह तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। उसके पिता की मृत्यु पहले ही हो चुकी थी, और वह परिवार की आर्थिक ज़िम्मेदारी उठाता था। उसकी असमय मृत्यु से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
माँ और भाइयों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरा गाँव परिवार के शोक में शामिल है। ग्रामीणों का कहना है कि मनीष सभी के साथ हँसी-खुशी से रहता था और उसके इस तरह अचानक चले जाने से गाँव में शोक की लहर दौड़ गई है।
छठ पर्व की खुशियाँ मातम में बदलीं
छठ पर्व, जो सूर्य भगवान की आराधना और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है, इस गाँव के लिए इस बार दर्दनाक स्मृति छोड़ गया। जहाँ एक ओर लोग पूजा-अर्चना में मग्न थे, वहीं दूसरी ओर मनीष की मृत्यु की खबर से माहौल ग़मगीन हो गया।
कई श्रद्धालु इस दृश्य को देखकर स्तब्ध रह गए। स्थानीय लोगों ने कहा कि ऐसी घटनाएँ प्रशासन और नागरिकों के लिए एक चेतावनी हैं कि त्योहारों के दौरान सुरक्षा और सावधानी को और अधिक प्राथमिकता दी जाए।
जांच जारी, पुलिस ने अपील की सतर्कता की
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के सभी पहलुओं पर काम शुरू कर दिया है। थाना प्रभारी ने आम नागरिकों से अपील की है कि नदी या नहर किनारे जाने के दौरान सावधानी बरतें, विशेष रूप से त्योहारों के समय जब भीड़ अधिक रहती है।
स्थानीय प्रशासन और ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
गाँव के प्रधान ने जिला प्रशासन से मांग की है कि नहर किनारे सुरक्षा की दृष्टि से बैरिकेडिंग की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों। प्रशासन ने भी कहा है कि छठ पर्व के बाद सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी।
मऊ जिले की यह घटना न केवल एक परिवार के लिए गहरी पीड़ा लेकर आई है, बल्कि यह समाज को यह संदेश भी देती है कि आधुनिक जीवन की भागदौड़ में सतर्कता और सुरक्षा सबसे ज़रूरी है। त्योहारों की पवित्रता तभी बनी रह सकती है जब हम अपने और दूसरों की सुरक्षा का ध्यान रखें।
यह समाचार पीटीआई(PTI) के इनपुट के साथ प्रकाशित किया गया है।