संभल में मस्जिद तोड़ने का विवाद
संभल/उत्तर प्रदेश। असमोली क्षेत्र के राया बुजुर्ग गांव में खाद के गड्ढों पर बनी मस्जिद को प्रशासन द्वारा ध्वस्त करने का प्रयास किया गया, लेकिन मस्जिद कमेटी की याचिका के कारण काम स्थगित रहा। मस्जिद कमेटी ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी, जिसे सुनवाई के बाद खारिज कर दिया गया।
Illegal Masjid, built on Govt land, demolished in Sambhal, UP, after Allahabad High Court rejected their plea.
Authorities razed the banquet hall on pond land.
Villagers self-demolished the mosque walls after Friday prayers to meet the order. pic.twitter.com/c4YXsSt7lf
— Treeni (@TheTreeni) October 4, 2025
मस्जिद का इतिहास और प्रशासनिक कार्रवाई
राया बुजुर्ग गांव में मस्जिद कई वर्ष पहले सरकारी भूमि पर बन गई थी। राजस्व विभाग ने 20 जून को अवैध कब्जे की रिपोर्ट दर्ज की थी। इसके बाद तहसीलदार न्यायालय में वाद दायर किया गया, जिसमें दो सितंबर को बेदखली का आदेश जारी हुआ।
13 सितंबर को तहसीलदार ने गांव में नोटिस जारी कर अतिक्रमण हटाने के लिए एक सप्ताह का समय दिया। प्रशासन ने लाल रंग से अतिक्रमण चिन्हित भी किया, लेकिन मस्जिद कमेटी ने इसे नहीं हटाया।
𝐍𝐨 𝐜𝐨𝐮𝐫𝐭 𝐩𝐚𝐮𝐬𝐞 𝐨𝐧 𝐒𝐚𝐦𝐛𝐡𝐚𝐥 𝐦𝐨𝐬𝐪𝐮𝐞 𝐝𝐞𝐦𝐨𝐥𝐢𝐭𝐢𝐨𝐧, 𝐩𝐥𝐞𝐚 𝐬𝐚𝐲𝐬 𝐜𝐚𝐧 𝐭𝐫𝐢𝐠𝐠𝐞𝐫 𝐫𝐢𝐨𝐭𝐬
Earlier this week, the #Sambhal administration demolished a #mosque and a 30,000-sq-ft marriage hall. The mosque committee approached the High… pic.twitter.com/VaM4TB1mQ8
— IndiaToday (@IndiaToday) October 4, 2025
बुलडोजर और स्थानीय प्रतिक्रिया
गुरुवार को प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ मस्जिद और बरात घर को ध्वस्त करने का प्रयास किया। बरात घर को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया, जबकि मस्जिद कमेटी ने खुद ही चार दिन का समय माँगा।
शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद करीब 8-10 लोगों ने मस्जिद की दीवार तोड़नी शुरू कर दी, लेकिन न्यायालय में प्रशासन द्वारा याचिका दायर होने के कारण शनिवार तक दीवार पूरी तरह नहीं तोड़ी गई।
सुरक्षा और प्रशासनिक निगरानी
शनिवार को सुनवाई के बाद न्यायालय ने याचिका को खारिज कर दिया। इसके बावजूद ग्रामीणों ने दीवार को नहीं तोड़ा। गांव में सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात रहा। असमोली थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार मलिक ने बताया कि मस्जिद में किसी प्रकार की तोड़फोड़ नहीं हुई।