एसआईआर में लापरवाही पर कड़ा प्रहार, बहराइच और रामपुर में सात बीएलओ निलंबित

UP SIR: यूपी में बहराइच और रामपुर के सात बीएलओ पर त्वरित निलंबन कार्रवाई
UP SIR: यूपी में बहराइच और रामपुर के सात बीएलओ पर त्वरित निलंबन कार्रवाई (File Photo)
उत्तर प्रदेश में एसआईआर प्रक्रिया के दौरान लापरवाही बरतने पर बहराइच और रामपुर के सात बीएलओ को निलंबित किया गया। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि निर्वाचन संबंधी किसी भी लापरवाही को सहन नहीं किया जाएगा। अधिकारियों ने घर-घर सत्यापन कार्य में तेजी लाने और अनुशासन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
नवम्बर 21, 2025

एसआईआर में लापरवाही पर प्रशासन का कड़ा रुख

उत्तर प्रदेश में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के दौरान लगातार सामने आ रही लापरवाहियों को देखते हुए प्रशासन ने कठोर कदम उठाना शुरू कर दिया है। मतदाताओं के घर-घर जाकर गणना प्रपत्र भरवाने के इस महत्वपूर्ण कार्य में कोताही बरतने वाले कुल सात बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) को निलंबित कर दिया गया है। ये कार्रवाई दो जिलों—बहराइच और रामपुर—में अलग-अलग स्तर पर की गई है। प्रशासन का कहना है कि चुनाव संबंधी इस अत्यंत संवेदनशील प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की ढिलाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

रामपुर जिले में पांच बीएलओ निलंबित

एसआईआर कार्य में उदासीनता पर त्वरित प्रहार

रामपुर जिले में एसआईआर के तहत मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ रही है। चार दिसंबर तक बीएलओ को प्रत्येक घर जाकर मतदाताओं से गणना प्रपत्र भरवाना अनिवार्य है। किंतु कई स्थानों से यह शिकायतें आने लगी थीं कि कुछ बीएलओ अपने कार्य में पर्याप्त सक्रियता नहीं दिखा रहे।

इन्हीं शिकायतों की जांच के उपरांत सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी ने पांच बीएलओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इनमें दो शिक्षामित्र, दो आंगनबाड़ी कार्यकत्री और एक सींचपाल शामिल हैं। प्रशासन का कहना है कि नियुक्ति स्थल पर उपस्थित न रहने और सौंपे गए दायित्वों की अवहेलना करने जैसे आरोप स्पष्ट रूप से सिद्ध हुए हैं।

निलंबित कर्मचारियों में प्राथमिक विद्यालय अलीनगर जागीर से शिक्षामित्र शमशाद अली, सैजनी नानकार से आंगनबाड़ी कार्यकत्री शाजिया, बीडीओ कार्यालय बिलासपुर से सींचपाल शुएब खां, सुंदर लाल इंटर कॉलेज मोहल्ला कूंचा से आंगनबाड़ी कार्यकत्री सुनीता रावत तथा कंपोजिट विद्यालय पटवाई से शिक्षामित्र हरिशंकर शामिल हैं।

बहराइच में दो बीएलओ पर गिरी गाज

निर्वाचन अधिकारी के निर्देश पर की गई कार्रवाई

बहराइच जिले में भी एसआईआर प्रक्रिया में लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए दो बीएलओ को निलंबित कर दिया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय त्रिपाठी के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आशीष कुमार सिंह ने कार्रवाई सुनिश्चित की।

विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 284 मटेरा के मतदेय स्थल 322—प्रावि मोहम्मद नगर (बढ़ईपुरवा)—के लिए तैनात बीएलओ तथा प्रधानाध्यापिका शमा नफीस को लगातार दिए गए निर्देशों के बावजूद ड्यूटी ग्रहण न करने के कारण निलंबित किया गया। प्रशासन ने बताया कि उप जिलाधिकारी, बीडीओ, बीएसए तथा अन्य अधिकारियों द्वारा बार-बार निर्देश देने के बावजूद शमा नफीस ने उदासीनता बरती और इसके स्थान पर चिकित्सीय अवकाश हेतु आवेदन भेज दिया।

दूसरी ओर विधानसभा क्षेत्र 282 बलहा के मतदेय स्थल 307 नौसर गुमटिहा पर तैनात बीएलओ और सहायक अध्यापक अनुराग पर गंभीर आरोप सामने आए। बताया गया कि अनुराग द्वारा विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण का कार्य नहीं किया जा रहा था और दूरभाष पर वार्ता के दौरान उन्होंने स्पष्ट रूप से बीएलओ कार्य करने से मना कर दिया। इससे निर्वाचन संबंधी कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा, जिसके चलते निर्वाचन आयोग ने अपनी कड़ी नाराजगी व्यक्त की।

निर्वाचन आयोग की सख़्ती और प्रशासनिक चेतावनी

महत्वपूर्ण निर्वाचन कार्य में किसी भी ढिलाई की गुंजाइश नहीं

प्रशासन का कहना है कि निर्वाचन कार्य अत्यंत संवेदनशील और महत्त्वपूर्ण होता है। इस कार्य के दौरान किसी भी स्तर पर लापरवाही लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सीधे प्रभावित कर सकती है। यही कारण है कि आयोग ने बीएलओ के कार्य निष्पादन की निगरानी बढ़ा दी है और जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी प्रकार की कोताही के मामले में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण का कार्य इसलिए भी महत्त्वपूर्ण है क्योंकि इसी प्रक्रिया के माध्यम से मतदाता सूची को अद्यतन कर आगामी चुनावों के लिए सही और सटीक मतदाता आंकड़ा तैयार किया जाता है। प्रशासन का मानना है कि कर्मचारी यदि जिम्मेदारी से काम न करें तो मतदाता सूची में त्रुटियाँ बढ़ सकती हैं, जिससे चुनावी प्रक्रिया प्रभावित होती है।

घर-घर सत्यापन की गति तेज, पर चुनौतियाँ भी मौजूद

बीएलओ को बढ़ी जिम्मेदारियों का निर्वहन आवश्यक

जिले में घर-घर जाकर मतदाता सत्यापन के कार्य की गति बढ़ा दी गई है। बीएलओ को समय सीमा के भीतर गणना प्रपत्र भरवाने की जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि प्रशासन का कहना है कि कुछ क्षेत्रों में भौगोलिक चुनौतियाँ, मौसम और जनसंपर्क की कठिनाइयों के कारण कार्य की गति धीमी हो सकती है, लेकिन किसी भी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा जानबूझकर टालमटोल करना अस्वीकार्य है।

प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में भी किसी बीएलओ के खिलाफ लापरवाही की शिकायतें प्राप्त होती हैं तो इसी प्रकार की कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।

आगामी चुनावी तैयारी पर इस कार्रवाई का प्रभाव

अनुशासन और जवाबदेही को मिलेगा बल

विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के दौरान लिए गए इन कठोर निर्णयों का प्रभाव आगामी चुनावी तैयारियों पर सकारात्मक पड़ने की उम्मीद है। इससे न केवल बीएलओ में कार्य के प्रति गंभीरता बढ़ेगी, बल्कि यह संदेश भी जाएगा कि निर्वाचन कार्य में किसी भी प्रकार का टालमटोल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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Asfi Shadab

Writer, thinker, and activist exploring the intersections of sports, politics, and finance.