देहरादून।
धनतेरस और दीपावली जैसे शुभ त्योहारों की आहट के साथ ही देहरादून का सर्राफा बाजार सुनहरी चमक से दमक उठा है।
सोना और चांदी के बढ़ते दामों के बावजूद ग्राहक उत्साहपूर्वक खरीदारी और एडवांस बुकिंग कर रहे हैं। ज्वेलर्स ने हर वर्ग के लिए नए और आकर्षक डिज़ाइन तैयार किए हैं, ताकि त्योहारों की खरीदारी को खास बनाया जा सके।
ज्वेलर्स की दुकानें सजीं नई डिज़ाइनों से
त्योहारी सीजन में शहर के छोटे-बड़े ज्वेलर्स ने अपने शो-रूम और दुकानों को खास तरीके से सजाया है।
जहां सामान्य दिनों में एक-दो बुकिंग होती थी, वहीं अब आठ से दस एडवांस ऑर्डर रोज़ाना मिलने लगे हैं।
ग्राहकों को लुभाने के लिए कई दुकानें विशेष खरीदारी पर उपहार भी दे रही हैं।
बढ़ते दामों के बावजूद खरीदारी में उत्साह
सर्राफा मंडल देहरादून के अनुसार —
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2 अक्टूबर को 22 कैरेट सोने की कीमत ₹1,10,380 प्रति 10 ग्राम थी,
जो अब बढ़कर ₹1,20,910 प्रति 10 ग्राम हो चुकी है। -
वहीं चांदी की कीमत ₹1,97,000 प्रति किलो तक पहुँच गई है, जो पहले से ₹47,000 अधिक है।
इसके बावजूद शहर के प्रमुख बाजार — धामावाला, झंडा बाजार और सहारनपुर चौक — में ग्राहकों की भीड़ लगातार बढ़ रही है।
मेकिंग चार्ज में छूट और ऑफर का दौर
कई ज्वेलर्स ने ग्राहकों के लिए मेकिंग चार्ज में छूट और विशेष उपहार देने की घोषणा की है।
लोगों की मांग को देखते हुए हल्की ज्वेलरी और आधुनिक डिज़ाइन की भी भरपूर उपलब्धता है।
कुछ दुकानें तो धनतेरस और दीपावली के दिन लकी ड्रा और गोल्ड कॉइन गिफ्ट ऑफर भी चला रही हैं।
वेब स्टोरी:
क्यों बढ़ रही है एडवांस बुकिंग
व्यापारियों का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों में सोने की कीमतों में तेज़ उछाल आया है, जिससे ग्राहक पहले से बुकिंग करवा रहे हैं ताकि आगे चलकर महंगे दामों पर खरीदारी से बचा जा सके।
लोग विशेष रूप से चांदी के करवे, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, सिक्के, मंगलसूत्र, डायमंड रिंग और अंगूठियाँ खरीदने में रुचि दिखा रहे हैं।
बाजार में फिर लौटी रौनक
लगातार बढ़ती बुकिंग, भरे हुए शो-रूम और ग्राहकों की बढ़ती भीड़ से सर्राफा बाजार में उत्सव जैसी हलचल है।
महामारी के बाद पहली बार देहरादून का बाजार इस स्तर पर सक्रिय दिख रहा है।
व्यापारी मान रहे हैं कि दीपावली 2025 का सीजन पिछले वर्षों की तुलना में 15–20% अधिक बिक्री लेकर आएगा।
बढ़ते दामों के बावजूद लोगों की श्रद्धा और उत्सव का जोश सोने-चांदी की चमक को और बढ़ा रहा है।
त्योहारी रौनक में ग्राहकों के चेहरे पर मुस्कान और व्यापारियों के मन में उम्मीद की किरण साफ झलक रही है।
इस दीपावली, ज्वेलरी सिर्फ आभूषण नहीं — आस्था, समृद्धि और परंपरा का प्रतीक बनकर चमक रही है।