कोलकाता शहर के मुख्य इलाके में स्थित एक गेस्ट हाउस में 28 दिसंबर 2025 को दोपहर करीब चार बजकर पंद्रह मिनट पर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बी.बी. गांगुली स्ट्रीट पर स्थित पी.पी. नेस्ट गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 412 में रुके एक व्यक्ति ने अपनी प्रेमिका पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में पीड़िता के कंधे से खून बहने लगा और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने आरोपी को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया है।
घटना का पूरा विवरण
28 दिसंबर की शाम को मुचिपारा पुलिस स्टेशन के अधिकारियों को सूचना मिली कि बी.बी. गांगुली स्ट्रीट, कोलकाता-12 में स्थित पी.पी. नेस्ट गेस्ट हाउस में एक गंभीर हमला हुआ है। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 412 में रुके एक व्यक्ति ने अपनी महिला मित्र पर चाकू से हमला किया है।
घटना इतनी तेजी से हुई कि आसपास के लोगों को भी समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है। पीड़िता के कंधे से खून की तेज धार बह रही थी और उसकी हालत गंभीर थी। गेस्ट हाउस के कर्मचारियों ने तुरंत पुलिस और एम्बुलेंस को बुलाया। पुलिस और चिकित्सा टीम के पहुंचने पर घायल महिला को तत्काल एनआरएस अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज चल रहा है।

आरोपी और पीड़िता की पहचान
पुलिस ने जांच में पाया कि आरोपी का नाम प्रदीप कुमार सेल्वराज है जो 40 वर्ष का है और चेन्नई के जेवी नगर इलाके का रहने वाला है। वह इस गेस्ट हाउस में कुछ दिनों से रुका हुआ था। पीड़िता 38 वर्ष की है और नॉर्थ 24 परगना जिले की रहने वाली है। दोनों के बीच किस तरह का रिश्ता था और वे गेस्ट हाउस में एक साथ क्यों रुके थे, इसकी जांच पुलिस कर रही है।

पुलिस की कार्रवाई
मुचिपारा पुलिस स्टेशन की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रदीप कुमार सेल्वराज को घटनास्थल से ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने हमले में इस्तेमाल हुए चाकू को बरामद कर लिया है और इसे सबूत के तौर पर रखा गया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है ताकि इस हमले के पीछे की वजह का पता लगाया जा सके।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी और पीड़िता के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था जो बढ़ते-बढ़ते इस हिंसक घटना में बदल गया। हालांकि, सटीक कारण की जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। पुलिस दोनों पक्षों के परिवार वालों से भी संपर्क कर रही है।
पीड़िता की स्थिति
एनआरएस अस्पताल में भर्ती पीड़िता का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, उसके कंधे पर चाकू से गहरी चोट आई है जिससे काफी खून बह गया था। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है लेकिन अब वह खतरे से बाहर है। चिकित्सकों की टीम लगातार उसकी निगरानी कर रही है और जरूरी इलाज दिया जा रहा है।
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि पीड़िता को समय पर अस्पताल लाया गया जिससे उसकी जान बच सकी। अगर थोड़ी भी देर हो जाती तो स्थिति और गंभीर हो सकती थी। पुलिस ने पीड़िता के परिवार को सूचित कर दिया है और उनके आने का इंतजार किया जा रहा है।

शहर में बढ़ते अपराध की चिंता
यह घटना कोलकाता जैसे महानगर में बढ़ते अपराध की ओर इशारा करती है। गेस्ट हाउस और होटलों में ऐसी घटनाएं समय-समय पर सामने आती रहती हैं। हालांकि पुलिस की सक्रियता से अधिकांश मामलों में आरोपियों को पकड़ा जा रहा है, लेकिन इन घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
गेस्ट हाउस की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने गेस्ट हाउस और होटलों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। पी.पी. नेस्ट गेस्ट हाउस बी.बी. गांगुली स्ट्रीट पर स्थित है जो कोलकाता का एक व्यस्त इलाका है। यहां कई गेस्ट हाउस और छोटे होटल हैं जहां रोजाना कई लोग आते-जाते रहते हैं।
सवाल यह उठता है कि क्या इन गेस्ट हाउसों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था है? क्या यहां रुकने वाले लोगों की पहचान ठीक से जांची जाती है? क्या सीसीटीवी कैमरे लगे हैं? और क्या कोई आपातकालीन स्थिति में तुरंत मदद पहुंच सकती है? इन सभी सवालों के जवाब ढूंढने की जरूरत है।
समाज में बढ़ती हिंसा
यह घटना समाज में बढ़ती हिंसा और असहिष्णुता को भी दर्शाती है। छोटी-छोटी बातों पर लोग इतने आक्रामक हो जाते हैं कि वे किसी की जान लेने से भी नहीं हिचकते। रिश्तों में हिंसा एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। प्रेम संबंधों में भी अब विश्वास और सम्मान की जगह हिंसा देखने को मिल रही है।
मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि तनाव, गुस्सा नियंत्रित न कर पाना और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं ऐसी घटनाओं का कारण बन रही हैं। लोगों को गुस्से पर काबू करना सीखना चाहिए और किसी भी समस्या का हल बातचीत से निकालना चाहिए, न कि हिंसा से।
कानूनी प्रक्रिया
पुलिस ने प्रदीप कुमार सेल्वराज के खिलाफ हमले का मामला दर्ज कर लिया है। उसे जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा। भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत उस पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। अगर पीड़िता का बयान मिल जाता है तो मामला और मजबूत हो जाएगा।
कानून के जानकारों का कहना है कि इस तरह के मामलों में सजा काफी कड़ी हो सकती है। हमले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी को लंबी जेल की सजा हो सकती है। साथ ही, पीड़िता को मुआवजा भी दिलाया जा सकता है।
यह घटना हमें याद दिलाती है कि हमारे समाज में अभी भी बहुत कुछ सुधारने की जरूरत है। हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। लोगों को अपने गुस्से पर काबू रखना सीखना होगा और किसी भी विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना होगा। साथ ही, सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है और उम्मीद है कि आरोपी को जल्द सजा मिलेगी और पीड़िता को न्याय मिलेगा।