बस्तर के माओवादियों के लिए नया जीवन: पंडुम कैफे की कहानी जहाँ गोलियों की जगह कॉफी की खुशबू आई
पंडुम कैफे: बस्तर के भय से आशा की ओर का महत्वपूर्ण सफर बस्तर के घने जंगलों में जहाँ कभी बंदूकों की आवाजें सुनाई देती थीं वहाँ अब कॉफी के प्याले की मीठी खनक सुनाई दे रही है। यह शांत क्रांति का प्रतीक