छठ पूजा का महत्व: लोक आस्था का अद्भुत पर्व
सूर्य उपासना का यह पर्व भारतीय संस्कृति में प्रकृति, श्रद्धा और संयम का प्रतीक है
सूर्य की उपासना:
छठ में भगवान सूर्य की पूजा से जीवन में ऊर्जा, स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
कृतज्ञता का प्रतीक:
यह पर्व सूर्य देव को धन्यवाद देने का प्रतीक है, जो धरती पर जीवन का आधार हैं।
शुद्धता और संयम:
व्रतधारी 36 घंटे तक निर्जला उपवास रखकर आत्मसंयम और आस्था का परिचय देते हैं।
प्रकृति से जुड़ाव:
छठ पूजा जल, सूर्य और धरती – तीनों तत्वों की पूजा कर मानव और प्रकृति के संतुलन को दर्शाती है।
लोकसंस्कृति और सामूहिकता:
यह पर्व समाज में एकता, सहयोग और लोकगीतों के माध्यम से संस्कृति के जीवंत रंग बिखेरता है।
निष्कर्ष:
छठ पूजा केवल व्रत नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि, कृतज्ञता और जीवन के प्रति श्रद्धा का पर्व है।