पहले ही थ्रो में क्वालीफाई कर फाइनल में पहुंच गए।
सिर्फ एक प्रयास में फाइनल टिकट पक्का।
2023 बुडापेस्ट गोल्ड के बाद अब टोक्यो में नई चुनौती।
यहीं 2021 ओलंपिक में रचा था इतिहास।
सचिन यादव, यशवीर सिंह और रोहित यादव भी इस इवेंट में।
जर्मनी के जूलियन वेबर और पाकिस्तान के अरशद नदीम रहेंगे बड़ी चुनौती।
नीरज ने 88.17 मीटर थ्रो कर रचा था एशियाई इतिहास।
इस साल दोहा डायमंड लीग में फेंका 90.23 मीटर।
केवल तीसरे पुरुष जैवलिन थ्रोअर बनने की ओर बढ़ते कदम।
क्या नीरज टोक्यो में फिर से भारत को दिलाएंगे गोल्ड?