खैबर पख्तूनख्वा में विशेष अभियान और आतंकवादियों की समाप्ति
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में शुक्रवार को सुरक्षा बलों ने एक खुफिया आधारित विशेष अभियान के दौरान 8 तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकवादियों को ढेर किया और 5 अन्य को घायल किया। यह अभियान लक्की मरवत जिले के वांडा शेख अल्लाह इलाके में संचालित किया गया।
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य प्रांत में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों को रोकना और नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करना था।
सरकारी स्कूल पर विस्फोट और शिक्षा पर खतरा
दक्षिणी वजीरिस्तान की सीमा से लगे टैंक जिले में एक नवनिर्मित सरकारी बालिका प्राथमिक विद्यालय में विस्फोट हुआ। सौभाग्यवश, विस्फोट के समय स्कूल में कोई उपस्थित नहीं था, जिससे किसी भी तरह की हताहत की सूचना नहीं है।
सुरक्षा अधिकारियों का मानना है कि यह हमला विशेष रूप से लड़कियों की शिक्षा में बाधा डालने के उद्देश्य से किया गया। TTP के विभिन्न समूह इस क्षेत्र में प्रायः लड़कियों के स्कूलों को निशाना बनाते रहे हैं।
एक दशक में 450 से अधिक स्कूल तबाह
स्थानीय एनजीओ के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 10 वर्षों में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में 450 से अधिक स्कूलों को आतंकवादी हमलों में नष्ट किया गया। इसके परिणामस्वरूप, कई विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी या उन्हें असुरक्षित परिस्थितियों में मलबे और खंडहर के पास शिक्षा ग्रहण करनी पड़ी।
2011 में नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई पर हमला इस क्षेत्र में शिक्षा विरोधी आतंकवाद का एक कुख्यात उदाहरण माना जाता है।
अफगान सीमा से जुड़े प्रांतों में आतंकवाद की वृद्धि
हाल ही में, अफगानिस्तान की सीमा से लगे प्रांतों में आतंकवादियों की गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। इस वर्ष खैबर पख्तूनख्वा में आतंकवाद के कारण अब तक 298 लोगों की मृत्यु हुई, जिनमें 117 पुलिसकर्मी और 181 नागरिक शामिल हैं।
सुरक्षा बलों ने 2,366 खुफिया अभियान चलाए, जिनमें 1,124 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया और 368 को मार गिराया गया।
जबरन वसूली और अन्य आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई
साल भर के दौरान आतंकवाद और जबरन वसूली से संबंधित 6,181 संदिग्धों पर आरोप लगाए गए। अब तक 1,287 मामले दर्ज किए गए और 261 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। अभियानों के माध्यम से सुरक्षा बलों ने राज्य और नागरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने का प्रयास जारी रखा।
खैबर पख्तूनख्वा में विशेष सुरक्षा अभियान और TTP के आतंकवादियों की समाप्ति यह दर्शाती है कि पाकिस्तान में सुरक्षा बल लगातार आतंकवाद के खिलाफ सक्रिय हैं। फिर भी, स्कूलों पर हमले और शिक्षा में बाधाएँ इस क्षेत्र में लंबे समय से मौजूद चुनौती बनी हुई हैं।
लड़कियों की शिक्षा और नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करना स्थानीय प्रशासन और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए प्राथमिकता बनी हुई है, और इस दिशा में सतत प्रयासों की आवश्यकता है।