Nobel Peace Prize 2025: Maria Corina Machado Honoured
Maria Corina Machado, Venezuela की विपक्षी नेता और लोकतंत्र की प्रमुख कार्यकर्ता, को 2025 का Nobel Peace Prize दिया गया। यह पुरस्कार उनके लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए संघर्ष और देश में शांतिपूर्ण संक्रमण को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए सम्मान है।
UN और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
- संयुक्त राष्ट्र ने Machado की जीत का स्वागत किया और कहा कि यह Venezuelans की स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है।
- UN अधिकार कार्यालय के प्रवक्ता Thameen Al-Kheetan ने कहा, “यह मान्यता दर्शाती है कि Venezuelans अपने नागरिक और राजनीतिक अधिकारों के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
Machado की प्रतिक्रिया
- पुरस्कार की घोषणा के बाद Machado ने कहा: “I’m in shock!”
- उन्होंने अपने सहयोगी Edmundo Gonzalez Urrutia से बातचीत में खुशी जताई और कहा: “What is this? I can’t believe it!”
- वह पिछले साल Venezuelan चुनावों में भाग लेने से रोक दी गई थीं और अब सुरक्षा कारणों से छिपी हुई हैं।
पुरस्कार और समारोह
- Nobel Peace Prize 2025 की राशि 11 मिलियन स्वीडिश क्रोन्स (~$1.2 मिलियन) है।
- पुरस्कार 10 दिसंबर, Oslo, Norway में प्रस्तुत किया जाएगा।
- Norwegian Nobel Committee ने स्पष्ट किया कि पुरस्कार निर्णय Alfred Nobel की इच्छा और काम के आधार पर लिया गया, न कि किसी बाहरी दबाव या सार्वजनिक दावे पर।
पुरस्कार के कारण
- Machado ने Venezuela में लोकतंत्र की रक्षा के लिए कठिन परिस्थितियों में भी नेतृत्व दिखाया।
- उन्होंने विपक्षी दलों को एकजुट किया और चुनावी निगरानी सुनिश्चित करने के लिए सैकड़ों हजारों स्वयंसेवकों को जुटाया।
- Nobel Committee ने उनकी साहसिक और निडर भूमिका की सराहना की, जिसमें उन्होंने लोकतंत्र को जीवित रखा।
वेब स्टोरी:
Donald Trump का कोण
- US राष्ट्रपति Donald Trump ने सार्वजनिक रूप से इस साल के Peace Prize के लिए अपनी दावेदारी जताई।
- हालांकि, Nobel Committee ने पुष्टि की कि पुरस्कार निर्णय Trump के प्रयासों से प्रभावित नहीं हुआ।
- विशेषज्ञों ने भी कहा कि Gaza ceasefire या Trump के दावों का इस साल के निर्णय पर कोई असर नहीं पड़ा।
निष्कर्ष
Maria Corina Machado का 2025 का Nobel Peace Prize जीतना लोकतंत्र, स्वतंत्रता और साहस की वैश्विक मान्यता है। उन्होंने दिखाया कि कठिनतम परिस्थितियों में भी नागरिक अधिकारों और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा संभव है।