शुभमन गिल का क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के युवा कप्तान शुभमन गिल ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी शानदार लय जारी रखते हुए पश्चिमी इंडीज़ के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन अपना 10वां टेस्ट शतक पूरा किया। यह शतक उनके कप्तान बनने के बाद पांचवीं टेस्ट सेंचुरी भी बन गई। 23 वर्षीय गिल ने इस उपलब्धि को सिर्फ 12 पारियों में हासिल किया, जो उन्हें भारत के कप्तानों में दूसरे सबसे तेज खिलाड़ी बनाता है।
सचिन और कोहली के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा
शुभमन गिल की यह उपलब्धि उन्हें क्रिकेट के दिग्गजों की सूची में शामिल कर देती है। भारत के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने यह मुकाम 10 पारियों में हासिल किया था, जबकि विराट कोहली को यह कीर्तिमान हासिल करने में 18 पारियां लगी थीं। वैश्विक स्तर पर, केवल अलस्टेयर कुक (9 पारियां) और तेंदुलकर (10 पारियां) ने गिल से पहले यह उपलब्धि हासिल की।
गिल ने 2025 में टेस्ट क्रिकेट में पांच सेंचुरी केवल 12 पारियों में बनाईं, जिससे वह विराट कोहली (2017, 2018) और सचिन तेंदुलकर (1997) जैसी महान भारतीय कप्तानों के साथ इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल हो गए हैं।
कप्तानी में रिकॉर्ड प्रदर्शन
कप्तानी संभालने के बाद गिल का प्रदर्शन असाधारण रहा है। उन्होंने लीड्स टेस्ट में कप्तान के रूप में पहला शतक 147 रन बनाकर किया, इसके बाद बर्मिंघम में 269 रन और उसी मैच की दूसरी पारी में 161 रन बनाकर अपनी स्थिरता और कक्षा साबित की। इसके बाद उन्होंने मैनचेस्टर में 103 रन की और सेंचुरी जोड़ी, जिससे अलग-अलग परिस्थितियों में उनकी गुणवत्ता और निरंतरता स्पष्ट हुई।
2025 का शतक वर्ष
गिल का 2025 का सीजन अत्यंत शानदार रहा है। उन्होंने मात्र 12 पारियों में पांच सेंचुरी बना डालीं। इसके साथ ही वह उन भारतीय कप्तानों की विशिष्ट सूची में शामिल हो गए जिन्होंने एक कैलेंडर वर्ष में पांच टेस्ट सेंचुरी बनाई हैं। इससे पहले केवल विराट कोहली ने 2017 और 2018 में यह उपलब्धि हासिल की थी।
Player | Inns | 100s | Year |
---|---|---|---|
V Kohli | 16 | 5 | 2017 |
V Kohli | 24 | 5 | 2018 |
S Gill | 12 | 5 | 2025 |
S Tendulkar | 17 | 4 | 1997 |
भविष्य और उम्मीदें
शुभमन गिल की इस शानदार लय ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों में उत्साह और उम्मीदों का नया संचार किया है। उनकी निरंतरता, तकनीक और कप्तानी कौशल उन्हें आगामी वर्षों में भारतीय क्रिकेट का प्रमुख स्तंभ बनाते हैं।
विशेष रूप से, गिल की पारियों में संतुलित बल्लेबाजी और दबाव में प्रदर्शन उन्हें वैश्विक स्तर पर कप्तान और बल्लेबाज दोनों के रूप में मान्यता दिलाते हैं। युवा खिलाड़ियों के लिए यह प्रेरणा का स्रोत है कि मेहनत और समर्पण से किसी भी रिकॉर्ड को चुनौती दी जा सकती है।
समापन
शुभमन गिल ने न केवल व्यक्तिगत उपलब्धियां हासिल की हैं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में खुद को एक नई पहचान दिलाई है। उनके निरंतर प्रदर्शन और कप्तानी में सफलता ने साबित कर दिया है कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य में उनके योगदान की अपार संभावना है।