टीम इंडिया का ऐतिहासिक बल्लेबाजी प्रदर्शन
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में 64 वर्षों के बाद एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया है। भारत ने टेस्ट के पहले पांच विकेट के लिए प्रत्येक साझेदारी में 50 से अधिक रन जोड़े, जो कि 64 वर्षों और 10 महीनों में पहली बार हुआ है। यह रिकॉर्ड 1993 में मुंबई में इंग्लैंड के खिलाफ और 2023 में अहमदाबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले ही दर्ज किया जा चुका था।
वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ प्रदर्शन
दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। ओपनर यशस्वी जायसवाल ने शानदार 175 रन की पारी खेली, जो केवल रन-आउट होकर समाप्त हुई। केएल राहुल ने 38 रन की तेज पारी खेली, जबकि साई सुधर्शन ने 87 रन बनाए और शतक से चूक गए। कप्तान शुभमन गिल ने नाबाद 129 रन बनाकर पारी को संभाला और यह उनका 10वां टेस्ट शतक रहा।
अद्भुत साझेदारियाँ और टीम का दबदबा
भारत की यह शानदार बल्लेबाजी वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ पहले टेस्ट में मिली विशाल जीत के बाद आई। पहले टेस्ट में भारत ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद में एक पारी और 140 रनों से जीत दर्ज की थी, जिससे श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बनाई। इस पारी में पहले पांच विकेट के लिए दर्ज की गई 50+ साझेदारियाँ भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक दुर्लभ उपलब्धि मानी जा रही हैं।
पिछले रिकॉर्ड और तुलना
इतिहास में यह उपलब्धि भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई में 1993 में और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहमदाबाद में 2023 में की थी। वहीं, वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ पिछले रिकॉर्ड के अनुसार, आखिरी बार किसी विपक्षी टीम ने यह उपलब्धि 1960 में गाबा में ऑस्ट्रेलिया द्वारा हासिल की थी।
भारत और वेस्ट इंडीज़ के पिछले मुकाबले
2013 से अब तक भारत और वेस्ट इंडीज़ के बीच खेले गए 14 टेस्ट में 25 शतक बने हैं, जिनमें से 23 भारतीय बल्लेबाजों ने बनाए। इस दौरान रॉस्टन चेस वेस्ट इंडीज़ के एकमात्र बल्लेबाज हैं, जिन्होंने यह उपलब्धि दो बार हासिल की।
समापन
भारत की इस ऐतिहासिक बल्लेबाजी ने न केवल टीम के दबदबे को दर्शाया, बल्कि युवा बल्लेबाजों की क्षमता और अनुभव को भी उजागर किया। यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल की शानदार पारियों ने टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। इस प्रदर्शन ने 64 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद भारतीय क्रिकेट फैंस को गर्व का अनुभव कराया।