दीपावली से पहले सोने-चांदी की चमक, लेकिन ग्राहकों में चिंता
दीपावली और धनतेरस से पहले झुमरीतिलैया सहित देशभर के सर्राफा बाजारों में सोना और चांदी ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। सोमवार को 24 कैरेट सोना 1,28,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया, जबकि चांदी ने पहली बार 1,78,260 रुपये प्रति किलोग्राम (जीएसटी सहित) का आंकड़ा छू लिया।
इस तेज़ी ने निवेशकों और कारोबारियों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है, लेकिन आम ग्राहकों के लिए यह उत्सव की खरीदारी थोड़ी महंगी पड़ रही है।
सोने-चांदी की बढ़ोतरी के पीछे के कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि सोना-चांदी की कीमतों में यह तेज़ी केवल घरेलू मांग की वजह से नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कारकों से भी प्रेरित है।
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वैश्विक बाजार में डॉलर की कमजोरी ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है।
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीति ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अस्थिरता बढ़ाई, जिससे सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग बढ़ी।
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केंद्रीय बैंकों द्वारा लगातार सोने की खरीदारी ने भी वैश्विक आपूर्ति पर दबाव बनाया है।
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वहीं, चांदी की औद्योगिक मांग (खासकर सोलर और इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्रों में) में वृद्धि से इसकी कीमतें आसमान छू रही हैं।
श्री लक्ष्मी भूषणालय के प्रबंधक राजेंद्र वर्मा ने कहा,
“यदि यही रुझान जारी रहा तो दीपावली तक सोना-चांदी नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं। जो ग्राहक खरीदारी का मन बना चुके हैं, उन्हें ज्यादा देर नहीं करनी चाहिए।”
धनतेरस की तैयारी ने पकड़ी रफ्तार
सोने-चांदी की कीमतों में उछाल के बावजूद बाजारों में त्योहारी रौनक लौट आई है।
झुमरीतिलैया के मुख्य बाजारों में फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, बर्तन, होम अप्लायंसेस और ऑटोमोबाइल्स की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ बढ़ने लगी है।
वीरू फर्नीचर के संचालक वीरेंद्र यादव ने बताया —
“जीएसटी दर में कटौती और फेस्टिव ऑफर्स के चलते ग्राहक इस बार पहले से ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। फर्नीचर और होम अप्लायंसेस पर भारी छूट और फ्री डिलीवरी की सुविधा दी जा रही है।”
इसी तरह, सिंघानिया ट्रेडर्स के श्यामसुंदर सिंघानिया ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक सामानों की अग्रिम बुकिंग बढ़ गई है।
“ग्राहक अब भीड़ से बचने के लिए पहले ही ऑर्डर दे रहे हैं, ताकि धनतेरस पर बस डिलीवरी लेनी पड़े।”
निवेशकों के लिए सुनहरा समय, आम उपभोक्ता के लिए चुनौती
पिछले छह महीनों में चांदी में लगभग ₹60,000 प्रति किग्रा और सोने में करीब ₹28,400 प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी हुई है।
इससे निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न मिला है, लेकिन आम उपभोक्ताओं की जेब पर बोझ बढ़ गया है।
आर्थिक विश्लेषकों के अनुसार, यह समय निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर है, क्योंकि कीमतें आने वाले महीनों में और बढ़ सकती हैं। हालांकि, घरेलू उपभोक्ताओं के लिए धनतेरस की पारंपरिक खरीदारी अब एक बजट चुनौती बन चुकी है।
त्योहारी उल्लास के बीच सतर्कता जरूरी
विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि ग्राहक यदि निवेश या उपहार के रूप में सोना-चांदी खरीद रहे हैं तो
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प्रमाणित (BIS Hallmarked) ज्वेलरी ही खरीदें,
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कीमतों की तुलना करें,
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और ज्वेलर की प्रतिष्ठा पर ध्यान दें।
इस बार की धनतेरस बाजार के लिए तो खुशियों का त्योहार बन गई है, लेकिन आम खरीदारों के लिए “सोने की चमक” अब जेब पर भारी पड़ती नजर आ रही है।त्योहारी उमंग, ऊंचे दाम और बाजार की हलचल के इस संगम में धनतेरस 2025 एक अनोखा संतुलन लेकर आया है — जहां निवेशकों के लिए यह लाभ का मौसम है, वहीं ग्राहकों के लिए यह सावधानी और समझदारी से खरीदारी करने का समय है।
डिस्क्लेमर:
इस लेख में दी गई सोने और चांदी की कीमतों तथा संबंधित जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए प्रदान की गई हैं। ये कीमतें समय और स्थान के अनुसार बदल सकती हैं और इनमें वास्तविक बाजार में भिन्नता हो सकती है। निवेश से पहले कृपया प्रमाणित और अधिकृत सोना-चांदी विक्रेता या वित्तीय सलाहकार से सत्यापन करें। इस लेख के आधार पर किसी भी प्रकार के निवेश, व्यापार या वित्तीय निर्णय के लिए लेखक या वेबसाइट जिम्मेदार नहीं होंगे।