विशाखापत्तनम। भारत के डिजिटल और तकनीकी क्षेत्र में आज एक ऐतिहासिक दिन है। गूगल ने घोषणा की है कि वह अगले पांच वर्षों में विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश में $15 बिलियन का निवेश करेगा। इस निवेश का लक्ष्य गीगावाट स्तर का एआई डेटा सेंटर हब बनाना है। यह हब गूगल का अमेरिका के बाहर सबसे बड़ा एआई डेटा सेंटर होगा और भारत को वैश्विक एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर के मानचित्र पर एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।
निवेश और साझेदारी
गूगल इस परियोजना में आदानी समूह और राज्य सरकार के साथ साझेदारी कर रहा है। यह डेटा सेंटर हब टेंसर प्रोसेसिंग यूनिट्स (TPU), GPU कंप्यूट पावर, सबसी कनेक्टिविटी और क्लीन एनर्जी सिस्टम से लैस होगा। यह परियोजना भारत में डेटा संप्रभुता को मजबूत करने और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
A monumental day for India!
Adani is proud to partner with @Google to build India’s largest AI data centre campus – in Visakhapatnam – engineered specifically for the demands of artificial intelligence.This facility will house the TPU and GPU-based compute power required for… pic.twitter.com/leypKgPTAb
— Gautam Adani (@gautam_adani) October 14, 2025
विशाखापत्तनम को वैश्विक कनेक्टिविटी हब के रूप में तैयार करना
गूगल के अनुसार, यह सुविधा विशाखापत्तनम को गूगल का तीसरा वैश्विक कनेक्टिविटी गेटवे बनाएगी। इससे न केवल भारत में तकनीकी क्षमता बढ़ेगी बल्कि यह एआई आधारित समाधानों को तेज़ी से लागू करने में भी मदद करेगी। स्वास्थ्य, कृषि, लॉजिस्टिक्स और वित्त जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में गहन सीख और बड़े पैमाने पर एआई मॉडल निष्कर्षण के लिए यह हब सक्षम होगा।
रोजगार सृजन और आर्थिक प्रभाव
आंध्र प्रदेश सरकार के अनुसार, यह डेटा सेंटर हब न केवल एआई क्रांति को गति देगा बल्कि रोजगार सृजन और राज्य की जीडीपी में वृद्धि में भी योगदान देगा। राज्य सरकार ने 2029 तक 6 गीगावाट डेटा सेंटर क्षमता विकसित करने का लक्ष्य रखा है। इस परियोजना से न केवल तकनीकी नौकरियों में वृद्धि होगी बल्कि स्थानीय व्यवसाय और इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र को भी लाभ होगा।
भारत में एआई क्रांति के लिए मंच
गूगल की इस पहल से भारत के प्रतिभाशाली वैज्ञानिक और डेवलपर्स एआई और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में अपने समाधान विकसित कर सकेंगे। TPU और GPU आधारित कंप्यूट पावर से बड़ी मात्रा में डेटा प्रोसेसिंग और न्यूरल नेटवर्क प्रशिक्षण संभव होगा। इस तरह, भारत वैश्विक एआई विकास में प्रतिस्पर्धी भूमिका निभाने के लिए सशक्त होगा।
रणनीतिक महत्व
विशाखापत्तनम में यह हब न केवल भारत में एआई के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तकनीकी सहयोग और निवेश आकर्षित करने में भी सहायक होगा। गूगल और आदानी समूह की साझेदारी से यह परियोजना भारत के डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेगी और नई तकनीकी पहलों के लिए रास्ता खोलेगी।
इस तरह, गूगल का $15 बिलियन का निवेश भारत में एआई क्षेत्र के विकास, रोजगार सृजन और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में वृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।