राबड़ी आवास के बाहर रात में हलचल, अचानक निकले लालू यादव
पटना: बिहार की राजनीति में आज रात फिर से हलचल बढ़ गई जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मुखिया लालू प्रसाद यादव देर रात अचानक राबड़ी आवास से बाहर निकलते देखे गए। लालू यादव अपने निजी वाहन से बाहर निकले और बिना किसी सुरक्षा या पारिवारिक सदस्य के मरीन ड्राइव की ओर रवाना हो गए।
आसपास मौजूद कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों में इस दृश्य को देखकर हलचल मच गई। बताया जा रहा है कि सीट बंटवारे और उम्मीदवार चयन को लेकर पार्टी के भीतर गहराई से मंथन जारी है, इसी बीच लालू यादव का अचानक देर रात घूमने निकलना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
दिल्ली से लौटे थे कल ही, लेकिन अब भी तनाव में दिखे लालू यादव
सूत्रों के अनुसार, लालू यादव पिछले सप्ताह पूरे परिवार के साथ दिल्ली गए थे, जहां सीट बंटवारे को लेकर शीर्ष स्तर पर बैठकें हुईं। चिराग पासवान, नीतीश कुमार और अन्य एनडीए नेताओं की गतिविधियों के बीच आरजेडी खेमे में भी लगातार बैठकों का दौर जारी रहा।
कल ही लालू परिवार दिल्ली से पटना लौटा था, लेकिन आज रात उन्हें अकेले मरीन ड्राइव की ओर निकलते देखा गया। उनकी गाड़ी के बाहर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी। हालांकि, वीडियो फुटेज में लालू यादव के चेहरे पर गहरी थकान और चिंता साफ दिखाई दे रही है।
परिवार का कोई सदस्य नहीं था साथ
आमतौर पर लालू यादव के साथ तेजस्वी यादव या राबड़ी देवी किसी न किसी मौके पर रहते हैं, लेकिन इस बार लालू अकेले निकले। तेजस्वी यादव और परिवार के अन्य सदस्य राबड़ी आवास के अंदर ही मौजूद बताए जा रहे हैं।
यह दृश्य पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच कई सवाल खड़े कर गया — क्या आरजेडी के भीतर सीटों को लेकर असंतोष गहराता जा रहा है? क्या पार्टी प्रमुख स्वयं भी हालिया फैसलों से संतुष्ट नहीं हैं?
कार्यकर्ताओं की भीड़ पर नहीं डाली नजर
जब लालू यादव की गाड़ी राबड़ी आवास से निकली, तो बाहर पहले से ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद थे। वे अपने नेता के दर्शन करने के लिए उत्साहित थे, लेकिन लालू ने बिना रुके गाड़ी को मरीन ड्राइव की ओर बढ़ा दिया।
कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे उम्मीद कर रहे थे कि लालू यादव कुछ देर रुककर पार्टी की स्थिति पर बात करेंगे, परंतु वे बिना किसी बातचीत के सीधे निकल गए। इस व्यवहार को लेकर भी कई तरह की राजनीतिक व्याख्याएँ की जा रही हैं।
राजनीतिक विश्लेषण – सीट बंटवारे का असर और आंतरिक असंतोष
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि आरजेडी के भीतर कई सीटों पर टिकट वितरण को लेकर असंतोष गहराया है। कुछ पुराने नेताओं के टिकट कटे हैं, जबकि कई नए चेहरों को मौका मिला है। यह फेरबदल कई जिलों में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच बेचैनी का कारण बना हुआ है।
लालू यादव का देर रात यूं आवास से बाहर निकलना और मरीन ड्राइव की ओर जाना शायद इस राजनीतिक दबाव का संकेत है। हालांकि लालू यादव अपनी सादगी और अचानक फैसलों के लिए जाने जाते हैं, परंतु इस बार उनके भाव स्पष्ट रूप से चिंतित दिख रहे थे।
राजधानी की सड़कों पर लालू की ‘रात की सैर’ पर चर्चाओं का बाजार गर्म
पटना के मरीन ड्राइव पर रात के वक्त लालू यादव की मौजूदगी ने राहगीरों का ध्यान अपनी ओर खींचा। कई लोगों ने उन्हें पहचानते ही मोबाइल कैमरों से वीडियो रिकॉर्ड किया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।
ट्विटर और फेसबुक पर लोग तरह-तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं — कोई इसे “राजनीतिक तनाव” से जोड़ रहा है तो कोई “पुरानी आदत” बता रहा है कि लालू यादव जब-जब बड़े फैसलों के दौर में रहे हैं, वे अक्सर अकेले समय बिताना पसंद करते हैं।
राजनीति में फिर उठने लगी अटकलें
लालू यादव के इस कदम को लेकर अब कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। क्या वे पार्टी के भीतर किसी बड़े बदलाव के मूड में हैं? या यह सिर्फ थकान और मानसिक तनाव से राहत पाने का प्रयास था?
राजनीति में सक्रिय सूत्रों का कहना है कि आरजेडी अगले कुछ दिनों में उम्मीदवार सूची में कुछ बड़े बदलाव कर सकती है। ऐसे में लालू यादव का यह देर रात बाहर निकलना “राजनीतिक संकेत” के तौर पर देखा जा रहा है।
निष्कर्ष
लालू यादव की यह देर रात की सैर चाहे निजी हो या राजनीतिक, लेकिन इसने बिहार की राजनीति में एक नई चर्चा छेड़ दी है। पटना की सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक, हर जगह यही सवाल है — “लालू यादव आखिर किस सोच में डूबे हैं?”