रणजी ट्रॉफी 2025-26 की शुरुआत में रोमांच — महाराष्ट्र ढहा, ईशान किशन का धमाकेदार शतक
नई दिल्ली। भारतीय घरेलू क्रिकेट का सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी के 91वें संस्करण की शुरुआत बुधवार से हो चुकी है। देशभर के 19 मैदानों पर एक साथ 38 टीमें मैदान में उतरीं, और पहले ही दिन क्रिकेट प्रेमियों को भरपूर रोमांच देखने को मिला।
जहां एक ओर महाराष्ट्र की टीम केरल के खिलाफ पहले सत्र में बुरी तरह लड़खड़ा गई, वहीं ईशान किशन ने अपने दमदार प्रदर्शन से झारखंड को सशक्त शुरुआत दिलाई।
महाराष्ट्र की पारी 5 रन पर 4 विकेट, फिर गायकवाड़ ने संभाली डगमगाई नाव
तिरुवनंतपुरम में खेले जा रहे मुकाबले में महाराष्ट्र की टीम ने खराब शुरुआत की। टीम का स्कोर मात्र 5 रन पर 4 विकेट तक पहुंच गया था। इस शर्मनाक स्थिति में टीम के डेब्यू बल्लेबाज पृथ्वी शॉ भी अपने पहले रणजी मैच में चार गेंदों पर बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए।
केरल के गेंदबाजों ने सटीक लाइन और लेंथ से बल्लेबाजों को बांधे रखा।
हालांकि कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने संयमित पारी खेलते हुए टीम को संभाला। उन्होंने शानदार नाबाद 50 रन बनाए और दिन समाप्ति तक महाराष्ट्र का स्कोर 120/4 तक पहुंचा दिया।
यह पारी बताती है कि अनुभव और धैर्य घरेलू क्रिकेट में कितना बड़ा अंतर पैदा कर सकता है।
राजकोट में कर्नाटक की शानदार शुरुआत — देवदत्त पडिक्कल का जलवा
राजकोट में खेले जा रहे मुकाबले में कर्नाटक ने सौराष्ट्र के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। टीम का स्कोर दिन के अंत तक 205/4 रहा। युवा बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल ने शानदार 96 रन की पारी खेली और सौराष्ट्र के गेंदबाजों को लगातार दबाव में रखा।
इस मैच के दौरान एक ऐतिहासिक पल भी देखने को मिला, जब सौराष्ट्र के अनुभवी गेंदबाज धर्मेंद्रसिंह जडेजा ने अपना 400वां प्रथम श्रेणी विकेट हासिल किया। यह उपलब्धि उन्हें रणजी क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों की श्रेणी में और ऊपर ले जाती है।
ईशान किशन की शतकीय चमक — झारखंड को मिला मजबूत सहारा
कोयंबटूर में खेले गए मुकाबले में विकेटकीपर-बल्लेबाज ईशान किशन ने धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 102 रन बनाए। उनके इस शतक की बदौलत झारखंड ने तमिलनाडु के खिलाफ पहला दिन मजबूत स्थिति में समाप्त किया।
टीम का स्कोर दिन के अंत तक 250/3 रहा। किशन ने अपनी पारी में शानदार कवर ड्राइव, पुल शॉट और आक्रामक बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया, जो एक बार फिर यह साबित करता है कि वे राष्ट्रीय टीम में वापसी के प्रबल दावेदार हैं।
उनका यह प्रदर्शन चयनकर्ताओं के लिए भी संकेत है कि आने वाले टेस्ट सत्र में उन्हें नजरअंदाज करना मुश्किल होगा।
38 टीमें, 19 मैदान — नई उम्मीदों के साथ घरेलू सत्र की शुरुआत
इस सीज़न रणजी ट्रॉफी में 38 टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिन्हें 19 मैचों में विभाजित किया गया है। घरेलू क्रिकेट का यह टूर्नामेंट न केवल युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका देता है, बल्कि राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने का दरवाज़ा भी खोलता है।
वर्तमान में भारतीय टेस्ट टीम संक्रमण के दौर से गुजर रही है। इसीलिए इस बार कई युवा खिलाड़ी, खासकर अभिमन्यु ईश्वरन, यशस्वी जायसवाल, साई सुदर्शन और सार्थक रंजन जैसे नाम, चयनकर्ताओं की नज़र में हैं।
पहले दिन के मुख्य आकर्षण (Day 1 Highlights):
- महाराष्ट्र: 120/4 (ऋतुराज गायकवाड़ 50*, पृथ्वी शॉ 0)
- केरल: गेंदबाजी में शानदार शुरुआत, 4 विकेट मात्र 5 रन पर
- कर्नाटक: 205/4 (देवदत्त पडिक्कल 96), जडेजा ने लिया 400वां विकेट
- झारखंड: 250/3 (ईशान किशन 102* नाबाद)
- तमिलनाडु: गेंदबाजी में संघर्षरत
नए सीज़न में नई कहानियाँ
रणजी ट्रॉफी केवल घरेलू क्रिकेट का टूर्नामेंट नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट की आत्मा है। यहीं से हर साल नए सितारे जन्म लेते हैं, जो आगे चलकर भारत की नीली जर्सी पहनते हैं।
ईशान किशन का शतक, पडिक्कल का 96 और ऋतुराज गायकवाड़ की कप्तानी — इन तीनों ने पहले ही दिन बता दिया कि यह सत्र भी उतना ही रोमांचक होगा जितना उम्मीद की जा रही थी।
रणजी ट्रॉफी 2025-26 की शुरुआत ने साबित कर दिया कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित हाथों में है।
जहाँ एक ओर अनुभवी खिलाड़ी अभी भी अपनी पकड़ बनाए हुए हैं, वहीं युवा सितारे भी लगातार अपनी प्रतिभा से प्रभावित कर रहे हैं।
आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन-सा खिलाड़ी इस सत्र को अपनी पहचान का मोड़ बना पाता है।