मुख्य समाचार: अंतिम दिन बढ़ी चुनावी सक्रियता
बिहार विधानसभा चुनाव के नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन बुधवार को गोपालगंज जिले की कुचायकोट, सदर और बरौली विधानसभा क्षेत्रों में राजनीतिक गतिविधियों का ग्राफ काफी ऊँचा रहा। जदयू और भाजपा के दिग्गज नेताओं ने समर्थकों के बीच चुनावी हलचल बढ़ाते हुए अपने नामांकन पत्र दाखिल किए।
कुचायकोट विधानसभा क्षेत्र से जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वर्तमान विधायक अमरेंद्र पाण्डेय उर्फ पप्पू पांडेय ने अपने चार साथियों के साथ नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ कोई विशेष जुलूस नहीं था, लेकिन समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों के साथ उनके स्वागत में उत्साहपूर्ण नारेबाजी की। अमरेंद्र पाण्डेय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनका उद्देश्य विकास और जनहित के मुद्दों को आगे रखना है और वे इस बार भी जनता के विश्वास पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे।
सदर विधानसभा: भाजपा का जोरदार प्रचार
सदर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुभाष सिंह ने नामांकन पत्र दाखिल किया। सुभाष सिंह ने मिंज स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता क्षेत्रीय विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं के सुधार पर रहेगी। इस दौरान समर्थकों की भारी भीड़ ने कार्यक्रम स्थल को रंगीन और उत्साहपूर्ण बना दिया।
सुभाष सिंह ने अपने भाषण में यह भी स्पष्ट किया कि इस चुनाव में वे हर वर्ग के लोगों की समस्याओं को मुख्यता देंगे और विकास कार्यों को तेज गति से आगे बढ़ाएंगे।
बरौली विधानसभा: जदयू की मजबूत पकड़
बरौली विधानसभा क्षेत्र में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के उम्मीदवार मंजीत सिंह ने नामांकन प्रक्रिया पूरी की। इस अवसर पर सैकड़ों समर्थक जुटे और उन्होंने ढोल-नगाड़ों के साथ जोरदार नारेबाजी की। मंजीत सिंह ने अपने भाषण में कहा कि उनका लक्ष्य क्षेत्र के किसानों, युवाओं और बेरोजगारों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाना है।
बरौली में आयोजित यह कार्यक्रम चुनावी मैदान में जदयू की मजबूती और स्थानीय जनता के बीच उनके समर्थन को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। मंजीत सिंह ने यह भी कहा कि वे अपने क्षेत्र में विकास के हर छोटे-बड़े कार्य पर ध्यान देंगे।
सभी उम्मीदवारों का संदेश
तीनों विधानसभा क्षेत्रों के नामांकन कार्यक्रमों में स्पष्ट रूप से यह संदेश देखा गया कि नेताओं ने विकास और जनता की भलाई को चुनाव का मुख्य मुद्दा बनाया है। ढोल-नगाड़ों और नारेबाजी के बीच चुनावी हलचल बढ़ी, जिससे आगामी चुनावी दिनों की राजनीति की झलक साफ़ दिखाई दी।
समर्थकों की उत्सुकता और नेताओं का आत्मविश्वास इस बात का संकेत देता है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में जनता की भागीदारी और सक्रियता अधिक होगी।
चुनावी हलचल और निष्कर्ष
गोपालगंज जिले में कुचायकोट, सदर और बरौली विधानसभा क्षेत्रों में नामांकन की प्रक्रिया ने चुनावी गतिविधियों को चरम पर पहुंचा दिया है। नेताओं की भागीदारी, समर्थकों का उत्साह और जनता की निगाहें इस चुनाव की ओर लगी हैं। आने वाले दिनों में प्रचार-प्रसार और उम्मीदवारों के दौरे इस क्षेत्र में और तेज़ी लाएंगे।
इस प्रकार, अंतिम दिन की गतिविधियों ने यह स्पष्ट कर दिया कि इस बार के विधानसभा चुनाव में राजनीतिक उत्साह और क्षेत्रीय मुद्दों की प्रधानता दोनों ही नजर आएंगे।