दीवाली-पूजा से पहले अवैध पटाखों पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
पश्चिम बंगाल में दीवाली और काली पूजा के मद्देनजर पुलिस ने अवैध पटाखों की बड़ी खेप जब्त की है। अधिकारियों के अनुसार, इस कार्रवाई में 3,000 किलोग्राम से अधिक अवैध पटाखे और कई विक्रेता गिरफ्तार किए गए। यह कदम सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत पर्यावरण अनुकूल पटाखों के उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया।
उच्च न्यायालय ने राज्य प्रशासन को लगाई फटकार
कोलकाता उच्च न्यायालय ने 17 अक्टूबर को राज्य सरकार की अवैध पटाखों पर कड़ी कार्रवाई न करने की निंदा की थी। अदालत ने स्पष्ट किया था कि केवल निर्देश जारी करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि प्रभावी निरीक्षण और नियंत्रण भी जरूरी है। इस आदेश के बाद पुलिस ने पटाखों की तस्करी पर विशेष छापेमारी तेज कर दी।
ड्रोन निगरानी और विशेष छापेमारी
पुलिस ने कोलकाता शहर के प्रमुख इलाकों में ड्रोन के माध्यम से अवैध पटाखों की गतिविधियों पर निगरानी बढ़ा दी। अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन का उपयोग चोरी-छिपे पटाखों की तस्करी और भंडारण की पहचान करने में मदद कर रहा है। पुलिस टीम ने अवैध गोदामों और बिक्री केंद्रों पर छापा मारा और पटाखों को जब्त कर आगे की कार्रवाई की।
On Mamata Banerjee’s orders,
West Bengal Police arrested dreaded criminals – those selling crackers.
Excellent job by the police! 👏🏻👏🏻 pic.twitter.com/FchzH3vgW3
— Facts (@BefittingFacts) October 19, 2025
गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई
अवैध पटाखों की तस्करी में शामिल कई व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार लोग दीवाली और काली पूजा के अवसर पर पटाखों की बिक्री कर बड़े मुनाफे की योजना बना रहे थे। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सामाजिक प्रतिक्रिया और आलोचना
सोशल मीडिया पर इस कार्रवाई को लेकर जनता ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी। कुछ उपयोगकर्ताओं ने तारीफ की कि प्रशासन सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन कर रहा है और पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है। वहीं, कुछ ने सवाल उठाया कि राज्य में अन्य गंभीर मुद्दे जैसे क्रूड बम निर्माण और यौन अपराधों पर ध्यान देने के बजाय केवल उत्सव प्रतिबंधों पर फोकस क्यों किया जा रहा है।
पर्यावरण और सुरक्षा की दृष्टि
अवैध पटाखों की बिक्री न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह पर्यावरण और नागरिकों की सुरक्षा के लिए भी खतरा है। विशेषज्ञों का कहना है कि नाइट्रेट और अन्य रासायनिक अवयवों वाले पटाखे वायु और ध्वनि प्रदूषण बढ़ाते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने लगातार पर्यावरण अनुकूल पटाखों के उपयोग और राज्य सरकारों से नियमों के पालन की सख्त अपील की है।
WB Police can find underground cracker sellers but can’t find crude bomb makers at home. Why? https://t.co/PChx1MIFbz
— Hindutva Knight (@HPhobiaWatch) October 19, 2025
प्रशासन की चेतावनी
पश्चिम बंगाल पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे केवल प्रमाणित और वैध पटाखों का ही उपयोग करें। किसी भी तरह की अवैध पटाखों की जानकारी मिलने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। अधिकारियों ने चेताया कि अवैध पटाखों की बिक्री और तस्करी में शामिल लोग कानूनी कार्रवाई से बच नहीं पाएंगे।