रिलायंस इंडस्ट्रीज के तिमाही नतीजों से बाजार में रौनक
मुंबई। देश की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में 10 प्रतिशत की सालाना वृद्धि के साथ शानदार प्रदर्शन दर्ज किया है। कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ (Consolidated Net Profit) ₹18,165 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में ₹16,563 करोड़ था।
इस शानदार नतीजे के बाद सोमवार को कंपनी के शेयर लगभग 3 प्रतिशत तक उछल गए और निवेशकों के चेहरों पर नई उम्मीद की चमक देखी गई।
मजबूत कारोबार का सहारा बना तेल से रसायन और खुदरा क्षेत्र
रिलायंस इंडस्ट्रीज का यह प्रदर्शन मुख्य रूप से उसके Oil-to-Chemicals (O2C), जियो (Jio) और खुदरा कारोबार (Retail Business) की मजबूती से प्रेरित रहा। कंपनी ने बताया कि उसकी कुल आय (Revenue) में भी 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
विशेषज्ञों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऊर्जा की कीमतों में स्थिरता और घरेलू खुदरा मांग में वृद्धि ने कंपनी को मजबूती दी है। साथ ही, जियो प्लेटफॉर्म्स की बढ़ती सब्सक्रिप्शन संख्या और 5G नेटवर्क विस्तार ने भी लाभ बढ़ाने में योगदान दिया।
पूंजीगत निवेश और विस्तार पर ध्यान
कंपनी ने इस तिमाही में अपने पूंजीगत व्यय (Capital Expenditure) में भी बढ़ोतरी की है।
रिलायंस के अनुसार, यह निवेश उसकी दीर्घकालिक विकास रणनीति का हिस्सा है, जिसमें स्वच्छ ऊर्जा, डिजिटलीकरण और उपभोक्ता-केंद्रित व्यवसायों पर विशेष ध्यान दिया गया है।
विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी का यह कदम भविष्य में राजस्व और मुनाफे दोनों में स्थायी वृद्धि का आधार बनेगा।
बाजार विशेषज्ञों की राय: ‘खरीदारी’ की सलाह बरकरार
घरेलू ब्रोकरेज फर्म HDFC Securities ने RIL पर अपनी “Buy” रेटिंग बनाए रखी है और इसका लक्ष्य मूल्य ₹1,685 तय किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी का EBITDA ₹45,900 करोड़ रहा, जो सालाना आधार पर 17.5% अधिक है। यह आंकड़ा उनके अनुमान ₹45,500 करोड़ से भी बेहतर रहा।
ब्रोकरेज के अनुसार, जियो के औसत राजस्व (ARPU) में सुधार, पेट्रोकेमिकल मार्जिन में स्थिरता और खुदरा क्षेत्र में ग्राहक वृद्धि कंपनी के भविष्य को और मजबूत बनाते हैं।
भविष्य की रणनीति: हरित ऊर्जा में बढ़ते कदम
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने स्पष्ट किया है कि उसका अगला फोकस हरित ऊर्जा (Green Energy) क्षेत्र पर होगा। कंपनी गुजरात के जामनगर में विशाल नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना विकसित कर रही है, जिसमें सोलर पैनल, हाइड्रोजन फ्यूल और बैटरी स्टोरेज जैसे घटकों का निर्माण शामिल होगा।
इसके अलावा, कंपनी अपने जियो प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से डिजिटल सेवाओं का दायरा बढ़ाकर ग्रामीण भारत तक इंटरनेट पहुंचाने की योजना पर भी काम कर रही है।
निवेशकों की उम्मीदें और बाजार पर असर
शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज का यह प्रदर्शन भारतीय कॉर्पोरेट सेक्टर के लिए सकारात्मक संकेत है।
RIL का शेयर मूल्य इस वर्ष के अंत तक ₹1,700 तक पहुंच सकता है, यदि कंपनी का रिटेल और टेलीकॉम कारोबार इसी गति से बढ़ता रहा।
निवेशकों के लिए फिलहाल यह स्टॉक दीर्घकालिक दृष्टि से आकर्षक माना जा रहा है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञ सावधानी बरतने की सलाह देते हैं, क्योंकि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां आने वाले महीनों में बाजार को प्रभावित कर सकती हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बार फिर अपने विविध कारोबारों की ताकत से यह साबित कर दिया है कि वह भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनी हुई है।
ऊर्जा से लेकर डिजिटल सेवाओं तक, हर क्षेत्र में कंपनी का संतुलित विस्तार उसे देश के सबसे भरोसेमंद कॉरपोरेट नामों में बनाए रखता है।
अस्वीकरण:
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