तेजस्वी यादव के बयान पर भीष्म साहनी का कड़ा पलटवार
बिहार विधान परिषद के सदस्य भीष्म साहनी ने हाल ही में तेजस्वी यादव द्वारा दिए गए बयान पर कड़ा पलटवार किया है। साहनी ने कहा कि तेजस्वी यादव के माता-पिता के शासनकाल में महिलाओं का सम्मान कभी भी सुनिश्चित नहीं किया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि महिलाओं के साथ बलात्कार, दुराचार जैसी घटनाएँ उस समय आम बात थी और समाज में महिलाओं की प्रतिष्ठा कभी भी सुरक्षित नहीं रही।
महिलाओं के लिए नीतीश कुमार सरकार के प्रयास
भीष्म साहनी ने जोर देकर कहा कि बिहार में महिलाओं के अधिकार और सम्मान को सुनिश्चित करने के लिए नीतीश कुमार सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि दसवीं कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली बच्चियों को ₹10,000, इंटरमीडिएट प्रथम डिवीजन प्राप्त करने वाली छात्राओं को ₹25,000, और ग्रेजुएशन प्रथम डिवीजन प्राप्त करने वाली महिलाओं को ₹50,000 सहायता राशि प्रदान की जा रही है।
साथ ही, जीविका योजना के अंतर्गत महिलाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। इससे महिलाएँ आत्मनिर्भर बन रही हैं और समाज में उनका सम्मान बढ़ रहा है। भीष्म साहनी ने कहा कि तेजस्वी यादव के शासनकाल में ऐसे कोई कदम नहीं उठाए गए थे, और महिलाओं की सुरक्षा एवं प्रतिष्ठा के प्रति गंभीरता की कमी दिखाई देती थी।
तेजस्वी यादव के माता-पिता के शासनकाल की आलोचना
भीष्म साहनी ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव के पिता के समय में कुछ लोगों को नौकरी प्राप्त होती थी, लेकिन इसके बदले में जमीन और अन्य संपत्ति का सौदा किया जाता था। उन्होंने यह भी कहा कि यह मामला वर्तमान में न्यायालय में लंबित है। उन्होंने स्पष्ट किया कि तेजस्वी यादव और उनके परिवार के शासनकाल में महिलाओं का सम्मान कभी प्राथमिकता नहीं रहा।
नीतीश कुमार सरकार में सुधार और महिला सशक्तिकरण
साहनी ने बताया कि नीतीश कुमार की सरकार ने महिलाओं के लिए न केवल शिक्षा और वित्तीय सहायता के क्षेत्र में कदम उठाए हैं, बल्कि सामाजिक सुरक्षा और समान अवसर प्रदान करने की दिशा में भी कई पहल की हैं। इससे महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हुई हैं, बल्कि समाज में उनका स्थान और प्रतिष्ठा भी मजबूत हुई है।
तेजस्वी यादव की जमीन को लेकर विवाद
भीष्म साहनी ने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया कि उनके परिवार के शासनकाल में जमीन संबंधी कई विवाद उत्पन्न हुए। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की जमीन बिहार से खिसकने वाली है और जनता को झांसा देने वाले वादे अब काम नहीं आएंगे। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार महिलाओं के हित में कई योजनाएँ चला रहे हैं, जिससे समाज में महिलाओं का सम्मान सुनिश्चित हुआ है।
भीष्म साहनी के बयान से यह स्पष्ट हो गया कि बिहार में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा को लेकर राजनीतिक बहस गरमाई हुई है। तेजस्वी यादव और उनके परिवार की नीतियों की तुलना में नीतीश कुमार सरकार ने महिलाओं को सम्मान और अधिकार दिलाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। इस स्थिति में जनता के सामने यह स्पष्ट है कि महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा के लिए सही दिशा कौन प्रदान कर रहा है।