नीतीश कुमार ने दिखाई सख्ती, जदयू ने जारी की 110 सदस्यों की नई चुनावी टीम
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए जनता दल (यूनाइटेड) ने रविवार को अपनी दूसरी अभियान समिति सूची जारी की, जिसमें 110 नए नाम शामिल किए गए हैं। यह कदम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में पार्टी की चुनावी रणनीति को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के निर्देश पर जारी इस सूची में पार्टी के विभिन्न पदाधिकारियों और सभी विधानसभा क्षेत्रों के सक्रिय कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया है। इससे पहले जदयू ने 90 सदस्यों की पहली सूची जारी की थी, जिससे अब कुल अभियान समिति सदस्यों की संख्या 200 हो गई है।
(1/2) जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुशवाहा के निर्देशानुसार,
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अभियान समिति के सदस्यों की नियुक्ति की गई है।.. pic.twitter.com/SelPTuZkRz— Janata Dal (United) (@Jduonline) October 26, 2025
अभियान समिति में 2020 के प्रत्याशियों को भी दी गई जगह
नई सूची में कई ऐसे नाम शामिल हैं जिन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरकर संघर्ष किया था। माना जा रहा है कि इन नेताओं को दोबारा समिति में जगह देकर पार्टी ने उन्हें सम्मान और जिम्मेदारी दोनों सौंपी है।
(1/2) जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश कुशवाहा के निर्देशानुसार,
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अभियान समिति के सदस्यों की नियुक्ति की गई है।.. pic.twitter.com/SelPTuZkRz— Janata Dal (United) (@Jduonline) October 26, 2025
बागियों पर गिरी गाज, 16 नेताओं को किया निष्कासित
जहां एक ओर जदयू अपनी चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप दे रही है, वहीं दूसरी ओर पार्टी ने अनुशासनहीनता पर कड़ा रुख अपनाया है। पार्टी ने एक मौजूदा विधायक, दो पूर्व मंत्रियों सहित कुल 16 नेताओं को निष्कासित कर दिया है।
निष्कासित नेताओं में सबसे चर्चित नाम गोपालपुर के विधायक नरेंद्र नीरज उर्फ गोपाल मंडल का है, जो अक्सर विवादों में रहते हैं। हाल ही में उन्होंने पटना में मुख्यमंत्री आवास के सामने धरना दिया था जब उन्हें उम्मीदवार सूची से हटाए जाने की सूचना मिली थी।
पूर्व मंत्री और बागी उम्मीदवार भी सूची से बाहर
पूर्व एमएलसी संजीव श्याम सिंह, जो गया जिले की गुरुआ विधानसभा सीट से जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, और पूर्व मंत्री हिमराज सिंह, जो कटिहार से निर्दलीय प्रत्याशी हैं, दोनों को पार्टी से निकाल दिया गया है।
इसके अलावा, मुजफ्फरपुर के गायघाट के पूर्व विधायक महेश्वर प्रसाद यादव और उनके समर्थक प्रभात किरण को भी पार्टी से बाहर किया गया। दोनों नेताओं ने नए उम्मीदवार कोमल सिंह को टिकट दिए जाने पर असंतोष जताया था।
पहले भी 11 नेताओं पर हुई थी कार्रवाई
यह पहली बार नहीं है जब जदयू ने चुनावी बगावत पर सख्त रुख दिखाया हो। इससे पहले पार्टी ने पूर्व मंत्री शैलेश कुमार समेत 11 नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया था। इनमें पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह, सुदर्शन कुमार, और पूर्व विधान पार्षद संजय प्रसाद तथा रणविजय सिंह जैसे नाम भी शामिल हैं।
नीतीश का संदेश साफ — अनुशासन ही पार्टी की पहचान
नीतीश कुमार की यह कार्रवाई एक स्पष्ट संदेश देती है कि पार्टी में अनुशासन और एकजुटता सर्वोपरि है। जदयू यह दिखाना चाहती है कि वह चुनाव से पहले किसी भी प्रकार की अंदरूनी बगावत या असंतोष को बर्दाश्त नहीं करेगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 110 नए नामों की सूची और बागियों पर की गई कार्रवाई से जदयू संगठनात्मक रूप से मजबूत होकर आगामी विधानसभा चुनाव में उतरने की तैयारी कर रही है।