बिहार में नक्सलवाद का अंत और अपराध में गिरावट
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार को नक्सलवाद से मुक्त कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि 2005 के बाद राज्य में कानून-व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है। आंकड़ों के अनुसार, 2024 में हत्या के मामलों में 20 प्रतिशत और डकैती में 80 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
अमित शाह का बयान और राजनीतिक संदेश
अमित शाह ने यह बयान बिहार के गया जिले में आयोजित एक सभा में दिया। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद कभी बिहार की पहचान बन गया था, लेकिन आज राज्य में विकास, शिक्षा और निवेश की चर्चा होती है। शाह ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संयुक्त नीतियों का परिणाम बताया।
शाह ने कहा, “2005 में जब एनडीए सरकार बनी, बिहार में अराजकता थी। नक्सली हिंसा का ग्राफ ऊंचा था। अब 2024 में बिहार शांत, सुरक्षित और विकासशील राज्य बन गया है।”
अपराध दर में भारी गिरावट
सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए शाह ने बताया कि 2005 से 2024 के बीच हत्या के मामलों में 20 प्रतिशत और डकैती में 80 प्रतिशत की कमी आई।
गृह मंत्रालय के अनुसार, बिहार में पिछले एक दशक में नक्सली घटनाएं लगभग समाप्त हो गईं। कई जिलों में पहले सक्रिय रहे माओवादी गुट अब आत्मसमर्पण कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में अब निवेश बढ़ रहा है और युवाओं के लिए अवसर पैदा हो रहे हैं।
नक्सल प्रभावित जिलों में विकास परियोजनाएं
गृह मंत्री ने बताया कि केंद्र ने बिहार के 16 पूर्व नक्सल प्रभावित जिलों में बुनियादी ढांचे और रोजगार योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया है।
सड़क, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में चल रहे कार्यक्रमों ने ग्रामीण इलाकों का चेहरा बदल दिया है।
शाह ने कहा कि जहां पहले बंदूकें चलती थीं, आज वहां स्कूलों की घंटियां बजती हैं।
विपक्ष पर तीखा प्रहार
शाह ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि जिन्होंने बिहार को अंधकार में डुबोया, वे आज विकास का श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आरजेडी और कांग्रेस पर कानून-व्यवस्था की उपेक्षा करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “जो लोग 15 साल तक बिहार को अपराध और भ्रष्टाचार में झोंकते रहे, वे अब एनडीए सरकार की उपलब्धियों को नकार नहीं सकते।”
जनता का समर्थन और भविष्य की योजना
सभा में भारी भीड़ उमड़ी। स्थानीय लोगों ने शाह के भाषण पर तालियां बजाकर समर्थन जताया। गृह मंत्री ने कहा कि सरकार अब युवाओं और किसानों के लिए नई योजनाएं लाने पर काम कर रही है।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि बिहार अब पिछड़ेपन की नहीं, प्रगति की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका
अमित शाह ने सुरक्षा बलों, पुलिस और खुफिया एजेंसियों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ अभियान में राज्य पुलिस ने बेहतरीन समन्वय दिखाया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र ने सुरक्षा उपकरण, प्रशिक्षण और तकनीकी संसाधनों के लिए विशेष बजट जारी किया है।
बिहार की नई पहचान
शाह ने कहा कि अब बिहार निवेश, शिक्षा और कृषि के क्षेत्र में उदाहरण बन रहा है।
उन्होंने दावा किया कि आने वाले वर्षों में राज्य न केवल पूर्वी भारत बल्कि पूरे देश के लिए विकास का केंद्र बनेगा।
यह समाचार पीटीआई(PTI) के इनपुट के साथ प्रकाशित किया गया है।