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Bihar Politics: ‘तेजस्वी जब अपने भाई के नहीं हुए तो मुसलमान का क्या होंगे’ – ओवैसी का तेजस्वी व मोदी पर तीखा प्रहार, सीमांचल में गरजी एआईएमआईएम

Owaisi Attack on Tejashwi: ओवैसी बोले- 'तेजस्वी जब अपने भाई के नहीं हुए तो मुसलमान का क्या होंगे', सीमांचल के इंसाफ के लिए लड़ते रहेंगे
Owaisi Attack on Tejashwi: ओवैसी बोले- 'तेजस्वी जब अपने भाई के नहीं हुए तो मुसलमान का क्या होंगे', सीमांचल के इंसाफ के लिए लड़ते रहेंगे (File Photo)
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सीमांचल में ओवैसी की गरज – तेजस्वी और मोदी पर सीधा निशाना

किशनगंज जिले के बहादुरगंज और ठाकुरगंज विधानसभा क्षेत्रों में एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को जोरदार चुनावी रैलियां कीं। उन्होंने न केवल राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव पर बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी तीखा हमला बोला।
ओवैसी ने अपने भाषण में सीमांचल के विकास, मुसलमानों के अधिकार और वक्फ कानून को लेकर खुलकर अपनी बात रखी।

‘वक्फ कानून को कूड़ेदान में डालना मुसलमानों से धोखा’

बहादुरगंज के बंगाली चौक और ठाकुरगंज के तुलसिया हाई स्कूल मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने मुसलमानों को वक्फ कानून के मुद्दे पर धोखा दिया है।
उन्होंने कहा, “जिस वक्फ कानून को दिल्ली से पारित किया गया, उसे बिहार में कैसे नकारा जा सकता है? यह मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। इस कानून से हमारे कब्रिस्तान, मस्जिद और इमामबाड़ा को हड़पने की कोशिश की जा रही है और नीतीश कुमार ने भी इसका समर्थन किया था।”

‘तेजस्वी का दिल छोटा है, सीमांचल का इंसाफ नहीं भूलेगा ओवैसी’

ओवैसी ने अपने संबोधन में कहा कि सीमांचल के लोगों को अब तक न्याय नहीं मिला है और वे इस क्षेत्र की आवाज बने रहेंगे। उन्होंने कहा, “मेरा दिल तेजस्वी की तरह छोटा नहीं है। जब तक सीमांचल को इंसाफ नहीं मिलेगा, तब तक मैं लड़ता रहूंगा।”
उन्होंने कहा कि बिहार में 35 साल से लालू-नीतीश का जंगल राज चल रहा है, और दोनों ने केवल सत्ता बचाने के लिए जनता को गुमराह किया है।

‘मल्लाह का बेटा उपमुख्यमंत्री बन सकता है तो मुसलमान का बेटा मुख्यमंत्री क्यों नहीं?’

अपने भाषण में ओवैसी ने सवाल उठाया कि “अगर तीन फीसद वाले मल्लाह का बेटा बिहार का उपमुख्यमंत्री बन सकता है, तो 17 फीसदी मुसलमानों में से कोई मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकता?”
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब सीमांचल का बेटा, मुसलमान मुख्यमंत्री बने और बिहार के अल्पसंख्यक समाज की आवाज को ताकत मिले।

‘तेजस्वी मुसलमानों का इस्तेमाल करते हैं और फिर फेंक देते हैं’

ओवैसी ने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव ने मुसलमानों का राजनीतिक इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि “एआईएमआईएम से गए चार विधायकों में से तीन को टिकट नहीं देकर तेजस्वी ने साबित कर दिया कि वह मुसलमानों के सच्चे हमदर्द नहीं हैं। जब वो अपने भाई के नहीं हुए, तो मुसलमान का क्या होंगे?”

पीएम मोदी पर भी साधा निशाना – ‘झूठ बोलते हैं प्रधानमंत्री’

ओवैसी ने बहादुरगंज की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी ने बिहार को सिर्फ वादे दिए, लेकिन विकास कुछ नहीं हुआ।
ओवैसी ने कहा, “पीएम मोदी हर बार नए झूठ लेकर आते हैं — कभी 15 लाख रुपये, कभी 2 करोड़ रोजगार और कभी काला धन वापसी। लेकिन हकीकत यह है कि बिहार को आज तक कुछ नहीं मिला।”

उन्होंने पीएम मोदी के सऊदी अरब दौरे का जिक्र करते हुए व्यंग्य में कहा, “प्रधानमंत्री ने सऊदी के एक शेख से पूछा कि आपकी तोप कितनी दूर तक मार करती है? शेख ने कहा — आपसे कम।”
ओवैसी ने इसे मोदी के अधूरे वादों से जोड़ते हुए कहा कि अब जनता को समझना होगा कि भाजपा संविधान को कमजोर करने की दिशा में काम कर रही है।

‘नीतीश कुमार तय करते हैं, आज किसके साथ चाय पीनी है’

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा कि “नीतीश हर सुबह तय करते हैं कि आज किसके साथ चाय पीनी है और किसका पाला बदलना है।”
उन्होंने कहा कि भाजपा पिछले 20 साल से नीतीश के साथ है, जबकि तेजस्वी सिर्फ एक साल के लिए उनके साथ आए थे।
उन्होंने कहा कि यह राजनीति सत्ता के लिए है, जनता के लिए नहीं।

सीमांचल में ओवैसी की लोकप्रियता बढ़ी

बहादुरगंज और ठाकुरगंज की रैलियों में ओवैसी के समर्थन में बड़ी संख्या में लोग जुटे। सीमांचल के मुसलमानों और युवाओं में ओवैसी के भाषणों को लेकर उत्साह देखा गया। सभा में हैदराबाद के विधायक माजिद हुसैन सहित कई स्थानीय नेता मौजूद थे।


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Aryan Ambastha

राष्ट्रभारत डॉट कॉम में लेखक एवं विचारक | वित्त और उभरती तकनीकों में गहरी रुचि | राजनीति एवं समसामयिक मुद्दों के विश्लेषक | कंटेंट क्रिएटर | नालंदा विश्वविद्यालय से स्नातक।

प्रौद्योगिकी, वित्त, राजनीति और समाज के आपसी संबंधों को समझने और व्याख्या करने का विशेष कौशल रखते हैं। जटिल विषयों को सरल, शोध-आधारित और संतुलित दृष्टिकोण के साथ पाठकों तक पहुँचाना इनकी पहचान है। संपर्क: aryan.ambastha@rashtrabharat.com