अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अपने हालिया साक्षात्कार में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की नेतृत्व क्षमता की खुलकर प्रशंसा की। उन्होंने दोनों को “मजबूत और समझदार नेता” बताते हुए कहा कि उनसे डील करना आसान नहीं होता। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि उन्होंने अपने कार्यकाल में आठ युद्धों को समाप्त कराया और रूस-यूक्रेन संघर्ष को जल्द खत्म कराने की उम्मीद जताई।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का बयान बना चर्चा का विषय
अमेरिकी राजनीति में एक बार फिर डोनल्ड ट्रंप सुर्खियों में हैं। एक प्रमुख अमेरिकी चैनल CBS को दिए गए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग दोनों ही ऐसे नेता हैं जिन्हें हल्के में नहीं लिया जा सकता। उन्होंने कहा कि दोनों बेहद समझदार और सख्त मिजाज के नेता हैं, जिनसे किसी भी तरह की बातचीत या समझौता करने के लिए ठोस रणनीति और गंभीर दृष्टिकोण आवश्यक है।
आठ युद्धों को समाप्त करने का दावा
ट्रंप ने इस साक्षात्कार के दौरान यह भी दोहराया कि अपने कार्यकाल में उन्होंने आठ अंतरराष्ट्रीय युद्धों को समाप्त कराया। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास हमेशा कूटनीतिक समाधान निकालने पर केंद्रित रहा। ट्रंप ने जोड़ा, “मैंने नौ महीने से पहले आठ युद्धों को रोका। केवल एक युद्ध ऐसा बचा है जिसे मैं रोक नहीं पाया हूं, लेकिन वह भी जल्द समाप्त होगा।”
उन्होंने इशारा किया कि यह शेष युद्ध रूस-यूक्रेन संघर्ष है और इस पर भी उनके पास समाधान का रास्ता है। ट्रंप ने दावा किया कि पुतिन के साथ उनके अच्छे संबंधों के कारण यह युद्ध समाप्त कराना उनके लिए सबसे आसान होगा।
अंतरराष्ट्रीय सम्मान पर दिया जोर
ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय साख उनके शासनकाल में फिर से स्थापित हुई। उन्होंने कहा, “एक देश के रूप में हमें फिर से सम्मान मिला है। यही वजह है कि मैं कई युद्धों को रोकने में सफल रहा।”
उन्होंने आगे बताया कि कई युद्ध केवल सैन्य हस्तक्षेप से नहीं बल्कि आर्थिक और व्यापारिक समझौतों (Trade Deals) से भी समाप्त कराए गए। ट्रंप के अनुसार, जब एक देश आर्थिक रूप से मजबूत और सम्मानजनक तरीके से वार्ता करता है, तो संघर्षों को समाप्त करने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
शी चिनफिंग और पुतिन पर ट्रंप की राय
जब ट्रंप से पूछा गया कि शी चिनफिंग और व्लादिमीर पुतिन में से किससे डील करना अधिक कठिन है, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “दोनों ही सख्त और समझदार हैं। ये ऐसे लोग नहीं हैं जिनसे मजाक किया जा सके। इनके साथ बातचीत बहुत सोच-समझकर करनी होती है।”
उन्होंने कहा कि पुतिन का नेतृत्व रूस के पारंपरिक सामरिक दृष्टिकोण को दर्शाता है, जबकि शी चिनफिंग चीन के विकास मॉडल और विस्तारवादी नीति का प्रतीक हैं। दोनों नेताओं में आत्मविश्वास और नियंत्रण की गहरी समझ है, जो उन्हें विश्व मंच पर विशेष बनाती है।
कूटनीति की नई परिभाषा
ट्रंप ने अपने इंटरव्यू में यह भी कहा कि उनकी कूटनीति का तरीका परंपरागत नहीं था, लेकिन परिणाम-उन्मुख था। उन्होंने कहा कि “कूटनीति में सख्ती और संवेदनशीलता, दोनों का संतुलन जरूरी है। जब आप पुतिन या शी चिनफिंग जैसे नेताओं से बात करते हैं, तो यह समझना जरूरी है कि वे केवल ताकत की भाषा समझते हैं।”
क्या होगा रूस-यूक्रेन युद्ध का भविष्य?
साक्षात्कार के दौरान ट्रंप ने विश्वास जताया कि रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त कराना उनके लिए “सबसे आसान कार्य” होगा। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें एक अवसर मिलता है, तो वे कुछ ही महीनों में इस संघर्ष का समाधान निकाल सकते हैं।
उनके इस बयान से अंतरराष्ट्रीय हलकों में फिर से चर्चा शुरू हो गई है कि क्या ट्रंप के पास वास्तव में कोई व्यावहारिक रणनीति है, या यह केवल एक राजनीतिक वक्तव्य था।
ट्रंप के इस बयान ने एक बार फिर दुनिया के दो सबसे प्रभावशाली नेताओं — शी चिनफिंग और व्लादिमीर पुतिन — पर वैश्विक ध्यान केंद्रित कर दिया है।
जहां ट्रंप का यह कहना कि “दोनों मजबूत और समझदार नेता हैं” एक प्रशंसा के रूप में देखा जा रहा है, वहीं कुछ विश्लेषक इसे अमेरिका की विदेश नीति में नरमी के संकेत के रूप में भी देख रहे हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का यह रुख आने वाले समय में वैश्विक कूटनीति की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकता है।