नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनावों को लेकर एक बार फिर विवादित आरोप लगाए हैं। बुधवार को कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने हरियाणा की मतदाता सूची में 25 लाख फर्जी मतदाताओं की जानकारी साझा की। इस बार उन्होंने एक ब्राजीलियन मॉडल का उदाहरण देते हुए दावा किया कि उसका नाम वोटर लिस्ट में कई बार दर्ज था।
राहुल गांधी का आरोप: हरियाणा में मतदाता सूची में गड़बड़ी
राहुल गांधी ने कहा कि हरियाणा में चुनावों के दौरान मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर हेराफेरी हुई है। उन्होंने बताया कि इस सूची में कुछ ऐसे फर्जी मतदाता शामिल थे जिनके अस्तित्व पर संदेह है। कांग्रेस सांसद ने विशेष रूप से ब्राजीलियन मॉडल का नाम लेकर कहा कि उन्होंने हरियाणा में 22 बार वोट डाला, और इसके नाम सीमा, स्वीटी, सरस्वती रश्मि और विल्मा जैसे कई रूप में दर्ज थे।

चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने दावा किया कि चुनाव आयोग बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है और वोट चोरी के लिए ऑपरेशन चलाया गया। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस हरियाणा में सिर्फ 22,000 वोटों से हारी, और इस हार को उन्होंने लोकतंत्र की चोरी करार दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने “द एच फाइल्स” नामक प्रेजेंटेशन साझा किया, जिसमें फर्जी मतदाताओं और ब्राजीलियन मॉडल के कई उदाहरण दिखाए गए।
ब्राजीलियन मॉडल की पहचान
राहुल गांधी ने बताया कि इस मॉडल का नाम अलग-अलग जगहों पर दर्ज है और यह स्पष्ट संकेत है कि मतदाता सूची में गड़बड़ी हुई है। उन्होंने फोटो के उदाहरण का हवाला देते हुए कहा कि एक ही फोटो का प्रयोग 223 वोटों के लिए किया गया। यह मामला भारतीय लोकतंत्र और चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाता है।
बीजेपी का पलटवार
राहुल गांधी के आरोपों के बाद बीजेपी ने भी कड़ा जवाब दिया। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी के आरोप निराधार हैं। उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी जनता के बीच जाकर चुनाव प्रचार नहीं कर सकते, और उनके आरोप व्यक्तिगत राजनीतिक हित के लिए लगाए गए हैं।
वोट चोरी पर तीसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस
यह वोट चोरी के मुद्दे पर राहुल गांधी की तीसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस है। इससे पहले उन्होंने मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर नाम जोड़ने और हटाने का आरोप लगाया था। उन्होंने चुनाव आयोग पर इस सूची में हेराफेरी करने का भी आरोप लगाया। इससे यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस इस मुद्दे को गंभीरता से उठाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
राहुल गांधी के आरोपों ने हरियाणा विधानसभा चुनावों में मतदाता सूची की सच्चाई और चुनाव आयोग की भूमिका पर देशव्यापी बहस को जन्म दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस मामले में चुनाव आयोग की निष्पक्षता और चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर नजर रखने की आवश्यकता है।