India-Pakistan Ceasefire: भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर पर ट्रंप का नया दावा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपनी छवि को चमकाते हुए भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम में अपनी भूमिका का दावा किया है। 2025 में भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव के बीच, ट्रंप ने यह कहा कि दोनों देशों के बीच लड़ाई रुकवाने में उनकी अहम भूमिका रही है, खासतौर से टैरिफ की धमकी के कारण। लेकिन क्या यह दावा सही है, या फिर सिर्फ अमेरिका के नेतृत्व के महत्व को बढ़ाने की कोशिश?
टैरिफ की धमकी और युद्ध विराम
9 मई 2025 को, जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत कार्रवाई की, तब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर था। इस तनावपूर्ण माहौल में, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की घोषणा के बाद दावा किया कि उन्होंने अपनी टैरिफ की धमकी के चलते दोनों देशों के बीच युद्ध को रोका।
ट्रंप ने कहा, “मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि मैंने आठ युद्धों को समाप्त किया। इनमें से 6 युद्ध टैरिफ की धमकी के कारण रोके गए।” उनके इस बयान के बाद से भारत में यह सवाल उठने लगा कि क्या वाकई ट्रंप की धमकी से युद्ध रुका, या फिर यह बस एक कूटनीतिक दावेदार की रणनीति है?
भारत ने तीसरे पक्ष की भूमिका से किया इनकार
भारत सरकार ने लगातार यह स्पष्ट किया है कि 9 मई को हुआ युद्धविराम दोनों देशों के सैन्य प्रमुखों के बीच हुई वार्ता के बाद हुआ था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह संकल्प सैन्य संचार चैनलों के माध्यम से लिया गया था, और इसमें किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं थी। यहां तक कि भारतीय नेताओं ने ट्रंप के इस बयान को औपचारिक रूप से नकारा किया।
भारत ने यह भी कहा कि ट्रंप का दावा दोनों देशों के बीच बढ़ते विश्वास और कूटनीति को समझने में चूक हो सकता है। भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की प्रक्रिया में अमेरिकी प्रशासन की कोई विशेष भूमिका नहीं रही, और यह निर्णय दोनों देशों के सैन्य नेतृत्व की बातचीत का परिणाम था।
मारे गए विमानों का रहस्य
India-Pakistan Ceasefire: ट्रंप ने अपने दावे में यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच आठ विमानों को मार गिराया गया था, जिनमें से सात पाकिस्तानी और एक भारतीय विमान था। लेकिन इस बारे में उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि ये विमान किस देश के थे और क्या यह दावा सही था। भारत और पाकिस्तान दोनों ही देशों ने अपने विमानों के गिरने की घटना की पुष्टि की थी, लेकिन दोनों देशों ने इसे एक दूसरे की कार्रवाई के तौर पर नहीं देखा था।
ट्रंप के इस नए बयान ने एक नया सवाल खड़ा किया है कि क्या उन्होंने सही जानकारी दी थी, या फिर यह केवल राजनीतिक बयानबाजी का हिस्सा था?
भारत-पाकिस्तान के रिश्ते: एक निरंतर तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में एक लंबे समय से तनाव है, खासकर कश्मीर के मुद्दे पर। 2019 में भारत ने जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया था, जिसके बाद पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ कई कूटनीतिक और सैन्य कदम उठाए थे। इन घटनाओं के बावजूद, दोनों देशों ने 2025 में कुछ सीमा पार गतिविधियों और हिंसा के बाद आपसी बातचीत को बढ़ावा देने के संकेत दिए हैं।
हालांकि, भारत ने हमेशा यह रुख अपनाया है कि किसी भी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप कूटनीतिक समाधान के लिए हानिकारक हो सकता है। ट्रंप के नवीनतम बयान से यह संकेत मिलता है कि अमेरिका की विदेश नीति और क्षेत्रीय सुरक्षा पर विचार करने के दौरान, पाकिस्तान को प्रभावित करने की अमेरिकी रणनीति का एक हिस्सा बन सकता है।
ट्रंप के दावे का राजनीतिक असर
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का यह दावा न केवल अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल पैदा कर सकता है, बल्कि भारत और पाकिस्तान के संबंधों को भी प्रभावित कर सकता है। यह देखा जाना बाकी है कि क्या अमेरिका इस क्षेत्र में अपनी भूमिका और प्रभाव को बढ़ाने की योजना बना रहा है, या फिर यह एक पॉलिटिकल गेम का हिस्सा है।