Manoj Tiwari Bhagalpur Election: लैलक में मनोज तिवारी का भोजपुरी जलवा, मिथुन कुमार के समर्थन में गाकर किया प्रचार

Manoj Tiwari Bhagalpur Election: मनोज तिवारी ने लैलक में गाना गाकर किया लोजपा प्रत्याशी मिथुन कुमार के समर्थन में प्रचार
Manoj Tiwari Bhagalpur Election: मनोज तिवारी ने लैलक में गाना गाकर किया लोजपा प्रत्याशी मिथुन कुमार के समर्थन में प्रचार
Manoj Tiwari: भागलपुर जिले के लैलक में भोजपुरी स्टार और भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने लोजपा (रामविलास) प्रत्याशी मिथुन कुमार के लिए जनसभा की। उन्होंने भोजपुरी गाना गाकर जनता को जोश से भर दिया और मिथुन कुमार को वोट देने की अपील की। सभा में भारी भीड़ उमड़ी और माहौल उत्साहपूर्ण रहा।
नवम्बर 9, 2025

लैलक में मनोज तिवारी की धमाकेदार एंट्री, भोजपुरी सुरों से गरजा चुनावी मंच

नाथनगर विधानसभा में बढ़ा चुनावी तापमान

बिहार विधानसभा चुनाव का माहौल अब पूरी तरह से गर्म हो चुका है। भागलपुर जिले के नाथनगर विधानसभा क्षेत्र के लैलक में शनिवार को एक खास नजारा देखने को मिला, जब भोजपुरी सुपरस्टार और भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने मंच संभाला।

उन्होंने लोजपा (रामविलास) के प्रत्याशी मिथुन कुमार के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए चुनावी प्रचार में नई ऊर्जा भर दी। मंच पर उनके साथ खगड़िया के सांसद राजेश वर्मा भी मौजूद रहे।

Manoj Tiwari Bhagalpur Election: मनोज तिवारी ने लैलक में गाना गाकर किया लोजपा प्रत्याशी मिथुन कुमार के समर्थन में प्रचार
Manoj Tiwari Bhagalpur Election: मनोज तिवारी ने लैलक में गाना गाकर किया लोजपा प्रत्याशी मिथुन कुमार के समर्थन में प्रचार

भोजपुरी अंदाज़ में गाया गीत, जनता हुई मंत्रमुग्ध

सभा का सबसे आकर्षक क्षण वह रहा जब मनोज तिवारी ने अपने लोकप्रिय भोजपुरी अंदाज़ में गाना गाकर माहौल को जोश से भर दिया। उनके गीतों ने उपस्थित भीड़ को झूमने पर मजबूर कर दिया। मंच से उन्होंने जनता से अपील की – “मिथुन कुमार युवा हैं, ईमानदार हैं और विकास के प्रति समर्पित हैं, इन्हें मौका दीजिए।”

उनके इस अंदाज़ ने न केवल लोगों का दिल जीत लिया बल्कि सभा को एक मनोरंजक रंग भी दे दिया। लैलक का मैदान तालियों और नारों से गूंज उठा।

“मिथुन कुमार युवा चेहरा हैं, जनता को उन पर भरोसा रखना चाहिए”

मनोज तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि आज बिहार को ऐसे नेताओं की जरूरत है जो विकास के लिए काम करें, और मिथुन कुमार उसी सोच के प्रतिनिधि हैं। उन्होंने कहा कि लोजपा (रामविलास) के प्रत्याशी मिथुन कुमार युवाओं की आवाज़ हैं और उनके पास नई सोच है जो नाथनगर के विकास में मददगार साबित होगी।

उन्होंने जनता से अपील की कि वे जात-पात से ऊपर उठकर विकास के नाम पर मतदान करें।

Manoj Tiwari Bhagalpur Election: मनोज तिवारी ने लैलक में गाना गाकर किया लोजपा प्रत्याशी मिथुन कुमार के समर्थन में प्रचार
Manoj Tiwari Bhagalpur Election: मनोज तिवारी ने लैलक में गाना गाकर किया लोजपा प्रत्याशी मिथुन कुमार के समर्थन में प्रचार

भीड़ ने दिखाई जबरदस्त उत्साह

लैलक के सिरीस मैदान में आयोजित इस सभा में हजारों की भीड़ उमड़ी। मंच पर नेताओं के पहुंचते ही लोगों ने जयकारों और नारों से स्वागत किया। मनोज तिवारी के भोजपुरी गीतों पर लोगों ने तालियां बजाईं और कई लोग मोबाइल से लाइव वीडियो भी बनाते नजर आए।

सभा के दौरान राजेश वर्मा ने भी जनता से कहा कि लोजपा रामविलास आज युवाओं की पार्टी बन चुकी है और मिथुन कुमार जैसे प्रत्याशी इस परिवर्तन का प्रतीक हैं।

Manoj Tiwari Bhagalpur Election: मनोज तिवारी ने लैलक में गाना गाकर किया लोजपा प्रत्याशी मिथुन कुमार के समर्थन में प्रचार
Manoj Tiwari Bhagalpur Election: मनोज तिवारी ने लैलक में गाना गाकर किया लोजपा प्रत्याशी मिथुन कुमार के समर्थन में प्रचार

लोजपा के प्रचार में नई ऊर्जा

लैलक की यह जनसभा लोजपा (रामविलास) के प्रचार अभियान के लिए एक बड़ा टर्निंग प्वाइंट साबित हुई। सभा के बाद स्थानीय नेताओं ने बताया कि मनोज तिवारी की मौजूदगी से कार्यकर्ताओं में जबरदस्त जोश भर गया है और पूरे नाथनगर में लोजपा का प्रचार और अधिक तेज़ी से किया जाएगा।

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Aryan Ambastha

Writer & Thinker | Finance & Emerging Tech Enthusiast | Politics & News Analyst | Content Creator. Nalanda University Graduate with a passion for exploring the intersections of technology, finance, Politics and society. | Email: aryan.ambastha@rashtrabharat.com



ब्रेकिंग न्यूज़

Mohan Bhagwat RSS“हिंदू होना भारत के प्रति उत्तरदायित्व का प्रतीक है” – डॉ. मोहन भागवत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने शनिवार को बेंगलुरु में दो दिवसीय व्याख्यानमाला का शुभारंभ किया। इस व्याख्यान श्रृंखला का विषय था — “राष्ट्रीय जीवन में संघ की दृष्टि और भूमिका”। भागवत जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि “हिंदू होना केवल एक पहचान नहीं है, बल्कि यह भारत के प्रति जिम्मेदारी और उत्तरदायित्व का प्रतीक है।” संघ को समझने के लिए तथ्य जरूरी, अफवाह नहीं अपने संबोधन की शुरुआत में डॉ. भागवत ने कहा कि पिछले एक दशक से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर तरह-तरह की बातें सामने आती रही हैं, परंतु इनमें से अधिकांश धारणाएँ अधूरी या अफवाहों पर आधारित हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा, “संघ को दूसरों की बातों से नहीं जाना जा सकता। जो लोग संघ को समझना चाहते हैं, उन्हें स्वयं अनुभव करना होगा। जब तक ऐसा नहीं होगा, तब तक भ्रम फैलते रहेंगे।” भागवत जी ने यह भी याद दिलाया कि 2018 में दिल्ली में इसी उद्देश्य से व्याख्यानमाला आयोजित की गई थी ताकि संघ के बारे में प्रामाणिक और तथ्यात्मक जानकारी समाज तक पहुँचे। समर्थन या विरोध का आधार तथ्य होना चाहिए आरएसएस प्रमुख ने अपने वक्तव्य में कहा कि किसी भी संगठन के प्रति समर्थन या विरोध भावनाओं पर नहीं, बल्कि तथ्यों पर आधारित होना चाहिए। उन्होंने कहा, “संघ को समझे बिना उसकी आलोचना या समर्थन करना उचित नहीं। जो लोग संघ को जानते हैं, वे जानते हैं कि इसका उद्देश्य केवल राष्ट्र सेवा है।” भागवत जी के अनुसार, संघ किसी राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा नहीं, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, समाज और राष्ट्र की एकजुटता के लिए कार्यरत संस्था है। “हिंदू” शब्द का गहरा अर्थ डॉ. मोहन भागवत ने कहा, “जब हम स्वयं को हिंदू कहते हैं, तो यह केवल धर्म की परिभाषा नहीं, बल्कि हमारी जीवनशैली, हमारी संस्कृति और हमारे राष्ट्र के प्रति समर्पण का भाव है।” उन्होंने समझाया कि हिंदुत्व का अर्थ किसी विशेष पूजा-पद्धति से नहीं, बल्कि उस जीवनदृष्टि से है जो सबके कल्याण और समरसता की भावना रखती है। भागवत जी ने कहा, “हिंदू होना मतलब यह मानना कि हम सब एक ही मातृभूमि के संतान हैं। भारत की सेवा, समाज की रक्षा और संस्कृति का संरक्षण ही सच्चा राष्ट्रधर्म है।” समाज के प्रति उत्तरदायित्व का भाव अपने वक्तव्य में उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह समाज में समरसता और सहयोग की भावना बनाए रखे। उन्होंने कहा, “संघ किसी व्यक्ति या संगठन के विरोध में नहीं, बल्कि सकारात्मक राष्ट्र निर्माण में विश्वास रखता है। हमें एक-दूसरे को समझने और जोड़ने की दिशा में कार्य करना चाहिए।” भागवत जी ने समाज के सभी वर्गों से अपील की कि वे परस्पर मतभेदों को छोड़कर देश के विकास के लिए एकजुट हों। उन्होंने कहा कि भारत की आत्मा उसकी विविधता में बसती है, और यही विविधता राष्ट्र की शक्ति है। राष्ट्र निर्माण में संघ की भूमिका डॉ. भागवत ने बताया कि संघ का उद्देश्य किसी राजनीतिक सत्ता का केंद्र बनना नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग में राष्ट्रीय चेतना का विकास करना है। उन्होंने कहा, “संघ का काम व्यक्ति निर्माण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण करना है। जब व्यक्ति अपने कर्तव्य को समझेगा, तभी समाज और राष्ट्र सशक्त बनेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि आज भारत विश्व में एक नई भूमिका निभाने जा रहा है, और इस परिवर्तन के केंद्र में भारतीय संस्कृति की वही प्राचीन दृष्टि है — “वसुधैव कुटुंबकम्।” Short Summary (50 Words): बेंगलुरु में आयोजित व्याख्यानमाला में आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि हिंदू होना केवल पहचान नहीं, बल्कि भारत के प्रति जिम्मेदारी का भाव है। उन्होंने संघ को समझने के लिए अफवाहों से नहीं, बल्कि तथ्यों से जुड़ने की अपील की और राष्ट्र निर्माण में एकता पर बल दिया।: “हिंदू होना भारत के प्रति उत्तरदायित्व का प्रतीक है” – डॉ. मोहन भागवत