Bijapur Naxal Unmoolan: बीजापुर में नक्सल उन्मूलन और विकास की नई राह
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सल उन्मूलन और विकास की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री श्री विजय शर्मा ने जिले के दो दिवसीय प्रवास के दौरान एक अहम समीक्षा बैठक की। इन्द्रावती सभागार में हुई इस बैठक में उन्होंने सुरक्षा कैम्पों, नक्सली गतिविधियों में कमी और अंदरूनी क्षेत्रों में विकास की गति पर विस्तार से चर्चा की।
सुरक्षा कैम्पों से बढ़ा जनता का विश्वास
बैठक में बीजापुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव ने बताया कि पिछले दो वर्षों में नक्सली घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है। सुरक्षा कैम्पों की स्थापना से न केवल प्रशासन की पहुँच बढ़ी है, बल्कि ग्रामीणों के बीच शासन के प्रति विश्वास भी गहरा हुआ है।
उन्होंने कहा कि दूरस्थ इलाकों में स्थापित नए कैम्पों ने सुरक्षा की भावना को मजबूत किया है, जिससे लोग मुख्यधारा में जुड़ने लगे हैं। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की संख्या में वृद्धि और आईईडी बरामदगी जैसे आँकड़ों ने इस बदलाव को और पुख्ता किया है।

विकास योजनाओं की समीक्षा
उपमुख्यमंत्री ने बैठक में स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, पेयजल और संचार जैसी मूलभूत सुविधाओं की समीक्षा की।
कलेक्टर श्री संबित मिश्रा ने बताया कि सुरक्षा कैम्पों की स्थापना के बाद अब 166 गांव “नियद नेल्ला नार योजना” के तहत जोड़े गए हैं, जहां योजनाबद्ध रूप से सभी सरकारी योजनाओं का लाभ पहुँचाया जा रहा है।
स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान
श्री शर्मा ने भैरमगढ़ ब्लॉक के सात नदी पार गांवों में आयोजित मेगा हेल्थ कैम्प की सराहना की। उन्होंने निर्देश दिए कि स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुलभ बनाया जाए।
इन्द्रावती नदी के किनारे बसे गांवों के लिए मोटर बोट की व्यवस्था कर आवागमन सुचारु करने के निर्देश दिए गए। साथ ही प्रत्येक गांव में आशा और मितानिन कार्यकर्ताओं की शीघ्र नियुक्ति करने को कहा गया।
वनाधिकार और योजनाओं के क्रियान्वयन पर जोर
उपमुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि “नियद नेल्ला नार योजना” के अंतर्गत चिन्हांकित सभी गांवों में शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो।
उन्होंने कहा कि पात्र हितग्राहियों को शीघ्र वनाधिकार पत्र प्रदान किए जाएं और इसके लिए प्रत्येक सुरक्षा कैम्प क्षेत्र में नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं।
महिला समूहों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में पहल
Bijapur Naxal Unmoolan: श्री शर्मा ने महिला स्व-सहायता समूहों के आर्थिक सशक्तिकरण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि लघु वनोपज जैसे महुआ, इमली, टोरा, चिरौंजी आदि के वैज्ञानिक संग्रहण और प्रसंस्करण के माध्यम से वैल्यू एडिशन मॉडल अपनाया जाए ताकि महिलाओं की आय में वृद्धि हो सके।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इन समूहों के लिए प्रशिक्षण और विपणन सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाया जा सके।
प्रशासनिक तंत्र की सक्रियता और जनविश्वास
बैठक में बस्तर संभाग आयुक्त श्री डोमन सिंह, आईजी श्री सुंदरराज पी., कलेक्टर श्री संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव, डीएफओ श्री रंगानाथन रामाकृष्णन वाय., सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता चौबे, उपनिदेशक इन्द्रावती टाइगर रिजर्व श्री संदीप बलगा समेत जिले के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
इस बैठक ने यह स्पष्ट संकेत दिया कि शासन अब केवल सुरक्षा पर ही नहीं, बल्कि विकास को स्थायी बनाने पर भी केंद्रित है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नई उम्मीद
बीजापुर जैसे नक्सल प्रभावित जिलों में प्रशासनिक पहल और जनसहयोग से एक नई उम्मीद जागी है। नक्सल उन्मूलन के साथ विकास कार्यों का समन्वय अब इन इलाकों को शांति और प्रगति के मार्ग पर ले जा रहा है।
सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका से जुड़ी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से ग्रामीणों में विश्वास और भागीदारी बढ़ी है।