वास्तु शास्त्र के उपाय: घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने के पारंपरिक और प्रभावी तरीके
Vastu Tips: भारतीय संस्कृति में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। यह केवल भवन निर्माण का विज्ञान नहीं, बल्कि जीवन में संतुलन और सुख-समृद्धि बनाए रखने की एक प्राचीन विधा है। कहा जाता है कि जब घर का वातावरण वास्तु के अनुसार होता है, तो न केवल मानसिक शांति मिलती है बल्कि आर्थिक और पारिवारिक उन्नति भी होती है।

घर में नमक का पोछा लगाना
वास्तु शास्त्र के अनुसार, नमक नकारात्मक ऊर्जा को सोखने की अद्भुत क्षमता रखता है। यदि आप चाहते हैं कि आपके घर का वातावरण हमेशा सकारात्मक बना रहे, तो सप्ताह में एक बार घर में नमक और फिटकरी मिले पानी से पोछा जरूर लगाएं। ध्यान रहे कि यह कार्य गुरुवार को न करें। यह उपाय मानसिक तनाव को कम करने और आर्थिक स्थिरता लाने में सहायक माना गया है।
फिटकरी का उपयोग करें
फिटकरी को वास्तु दोष निवारण के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। घर में उत्तर या पूर्व दिशा में किसी छोटे पात्र में कुछ टुकड़े फिटकरी के रखें। यह उपाय नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है और घर में सकारात्मकता का संचार करता है। ध्यान दें कि हर महीने इसे बदलते रहना आवश्यक है ताकि इसका प्रभाव स्थायी बना रहे।

Vastu Tips: साफ-सफाई और अव्यवस्था से दूरी
वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि अव्यवस्था नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। इसलिए घर में सफाई और व्यवस्था बनाए रखना अनिवार्य है। विशेष रूप से प्रवेश द्वार हमेशा स्वच्छ और आकर्षक रखें, क्योंकि यही वह स्थान है जहाँ से ऊर्जा का प्रवाह घर में प्रवेश करता है।

खुली खिड़कियाँ और प्राकृतिक रोशनी
सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने के लिए घर की खिड़कियाँ और दरवाज़े रोज़ कुछ देर के लिए खुले रखें। इससे ताज़ी हवा और सूरज की किरणें घर में प्रवेश करती हैं, जो वातावरण को पवित्र और जीवंत बनाती हैं।
बेडरूम और लिविंग रूम की दिशा
Vastu Tips: शयनकक्ष (Bedroom) को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना शुभ माना जाता है। यह दिशा स्थिरता और मानसिक शांति का प्रतीक है। वहीं लिविंग रूम को उत्तर या पूर्व दिशा में रखना उचित है, क्योंकि यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है और परिवार में सौहार्द बढ़ाती है।
