Bihar Exit Poll 2025: एनडीए को बहुमत का संकेत, महागठबंधन पिछड़ा, बिहार में नीतीश की वापसी तय

Bihar Exit Poll 2025
Bihar Exit Poll 2025: एनडीए को बहुमत का संकेत, महागठबंधन पिछड़ा, बिहार में नीतीश की वापसी तय (File Photo)
बिहार एग्जिट पोल 2025 के अनुसार एनडीए को 121-141 सीटें मिल सकती हैं, जबकि महागठबंधन 118 सीटों पर सिमटता दिख रहा है। नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए सरकार बनने के संकेत हैं। राजद सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है, पर महागठबंधन सत्ता से दूर नजर आ रहा है।
नवम्बर 12, 2025

Bihar Exit Poll 2025: एनडीए का पलड़ा भारी

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की वोटिंग पूरी होने के बाद अब एग्जिट पोल के नतीजों ने राज्य की राजनीतिक तस्वीर लगभग साफ कर दी है। दो चरणों में हुई वोटिंग के बाद आए विभिन्न एग्जिट पोल के आंकड़ों से यह संकेत मिल रहे हैं कि एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में एनडीए सरकार बनाने जा रही है। वहीं महागठबंधन को इस बार पिछड़ता हुआ देखा जा रहा है।

दो चरणों में हुआ मतदान और बढ़ी सियासी गर्मी

बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए 6 नवंबर और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान हुआ। मतदाताओं ने भारी उत्साह के साथ लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लिया। अब सभी की नजरें 14 नवंबर को आने वाले परिणामों पर हैं। हालांकि, एग्जिट पोल ने पहले ही माहौल बना दिया है कि सत्ता की चाबी एक बार फिर एनडीए के हाथ में जा सकती है।

एनडीए को मिला बहुमत का अनुमान

एग्जिट पोल के अनुसार, एनडीए को 121 से 141 सीटों तक मिलने का अनुमान जताया गया है, जो उसे बहुमत की स्थिति में लाता है। वहीं महागठबंधन 118 सीटों के आसपास सिमटता नजर आ रहा है।
एक्सिस माय इंडिया के सर्वे में भी एनडीए को बढ़त मिलती दिख रही है। रिपोर्ट के अनुसार, जनता दल (यूनाइटेड) को 56 से 62 सीटें मिल सकती हैं, जो उसके पिछले प्रदर्शन से बेहतर है। भारतीय जनता पार्टी को 50 से 56 सीटें मिलने का अनुमान है। लोजपा (रामविलास) को 11 से 16 सीटें, जबकि हम और आरएलएम को क्रमशः 2 से 3 और 2 से 4 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है।

राजद को मिली सबसे बड़ी पार्टी की स्थिति

Bihar Exit Poll 2025: हालांकि, एग्जिट पोल यह भी दर्शाते हैं कि महागठबंधन की प्रमुख पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सीटों के लिहाज से सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। राजद को 67 से 76 सीटों के बीच मिलने का अनुमान है। कांग्रेस को 17 से 21 सीटें, जबकि मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी को 3 से 5 सीटें मिलने की संभावना है। वामपंथी दलों को 10 से 14 सीटें मिल सकती हैं।

महागठबंधन को बड़ा झटका

महागठबंधन के लिए यह एग्जिट पोल परिणाम निराशाजनक माने जा रहे हैं। पिछले चुनाव की तुलना में इस बार मतदाताओं ने एनडीए पर भरोसा जताया है। कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विकास, स्थिरता और शासन की स्थायित्व की भावना ने एनडीए को बढ़त दिलाई है। वहीं, महागठबंधन के अंदर सीट बंटवारे और स्थानीय असंतोष ने उसके प्रदर्शन को प्रभावित किया।

जनता के मूड से निकला संदेश

एग्जिट पोल में सामने आया रुझान बताता है कि बिहार की जनता इस बार स्थिर सरकार के पक्ष में है। ग्रामीण इलाकों में जेडीयू और बीजेपी के गठजोड़ को मजबूत समर्थन मिला है। दूसरी ओर, शहरी क्षेत्रों में भी एनडीए को बेहतर प्रतिसाद मिला। जातीय समीकरणों और स्थानीय मुद्दों पर नीतीश कुमार की पकड़ अब भी कायम दिख रही है।

14 नवंबर को साफ होगी तस्वीर

हालांकि एग्जिट पोल हमेशा सटीक नहीं होते, परंतु बिहार के इस बार के सर्वे लगभग एक जैसी तस्वीर पेश कर रहे हैं। नतीजे 14 नवंबर को आएंगे, और तभी यह स्पष्ट होगा कि नीतीश कुमार की यह संभावित वापसी वास्तविकता बनती है या नहीं। लेकिन फिलहाल के रुझान एनडीए को बड़ी बढ़त के साथ सत्ता में लौटते दिखा रहे हैं।

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