नागपुर के डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आज सुबह से यात्रियों का हंगामा जारी है। इंडिगो एयरलाइन की एक महत्वपूर्ण उड़ान के अचानक रद्द हो जाने से सैकड़ों यात्री परेशानी में फंस गए। यात्रियों का कहना है कि उन्हें उड़ान रद्द होने की कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी। इस घटना के बाद हवाई अड्डे पर तनाव का माहौल बन गया और यात्रियों ने एयरलाइन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
घटना का पूरा घटनाक्रम
सूत्रों के मुताबिक, नागपुर से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की सुबह की उड़ान को अचानक रद्द कर दिया गया। इस उड़ान में करीब 180 यात्री सवार होने वाले थे। इनमें से कई यात्री महत्वपूर्ण काम से दिल्ली जा रहे थे, जबकि कुछ यात्रियों को दूसरे देशों के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़नी थी। उड़ान रद्द होने से उनकी पूरी योजना पर पानी फिर गया।
यात्रियों का आरोप है कि एयरलाइन की ओर से कोई ठीक से जानकारी नहीं दी गई। कई यात्रियों ने बताया कि वे सुबह जल्दी हवाई अड्डे पर पहुंच गए थे और चेक-इन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई थी। लेकिन अचानक उन्हें बताया गया कि उनकी उड़ान रद्द हो गई है। इस खबर से यात्रियों में गुस्सा फैल गया और वे एयरलाइन के काउंटर पर जमा हो गए।

यात्रियों की परेशानियां और शिकायतें
हंगामे के दौरान कई यात्रियों ने अपनी परेशानी बताई। एक व्यापारी ने कहा कि उसे दिल्ली में एक जरूरी मीटिंग में शामिल होना था, जो अब रद्द हो गई। एक दूसरे यात्री ने बताया कि वह अपने बीमार रिश्तेदार से मिलने जा रहा था और अब उसे नहीं पता कि कब पहुंच पाएगा।
सबसे ज्यादा परेशानी उन यात्रियों को हुई जिन्हें विदेश जाना था। उन्हें दिल्ली से अंतरराष्ट्रीय उड़ान पकड़नी थी। अब उनकी पूरी यात्रा योजना गड़बड़ा गई है और उन्हें भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
कई यात्रियों ने बताया कि एयरलाइन के कर्मचारी ठीक से जवाब नहीं दे रहे थे। न तो वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था की गई और न ही रिफंड के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी दी गई। यात्रियों का कहना है कि यह पूरी तरह से एयरलाइन की लापरवाही है।
एयरलाइन की ओर से दिया गया जवाब
इंडिगो एयरलाइन की ओर से एक बयान जारी किया गया है। कंपनी ने कहा कि तकनीकी कारणों से उड़ान को रद्द करना पड़ा। सुरक्षा को सबसे पहली प्राथमिकता मानते हुए यह फैसला लिया गया। एयरलाइन ने यात्रियों को हुई परेशानी के लिए खेद जताया है।
कंपनी ने कहा कि प्रभावित यात्रियों को वैकल्पिक उड़ान या पूरा रिफंड दिया जाएगा। साथ ही जिन यात्रियों को तुरंत यात्रा करनी है, उनके लिए दूसरी एयरलाइन की उड़ान की व्यवस्था की जा रही है। हालांकि, यात्रियों का कहना है कि अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
हवाई अड्डा प्रशासन की भूमिका
नागपुर हवाई अड्डे के अधिकारियों ने स्थिति को संभालने की कोशिश की। सुरक्षा बल को तैनात किया गया ताकि माहौल बिगड़े नहीं। अधिकारियों ने एयरलाइन के प्रतिनिधियों से मिलकर यात्रियों की समस्याओं का जल्द समाधान करने को कहा है।
हवाई अड्डा निदेशक ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। यात्रियों की सुविधा सबसे महत्वपूर्ण है और एयरलाइन को इसका ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी यात्रियों की समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा।
बार-बार हो रही उड़ान रद्द की घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब इंडिगो या किसी अन्य एयरलाइन ने अचानक उड़ान रद्द की हो। पिछले कुछ महीनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं। तकनीकी खराबी, मौसम की समस्या या कर्मचारियों की कमी के कारण उड़ानें रद्द हो रही हैं।
विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि एयरलाइन कंपनियों को यात्रियों के साथ बेहतर संवाद रखना चाहिए। अगर उड़ान रद्द करनी ही है तो कम से कम पहले से सूचना देनी चाहिए। अचानक रद्द करने से यात्रियों को बहुत परेशानी होती है।
सोशल मीडिया पर यात्रियों की आवाज
इस घटना के बाद कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जताई है। ट्विटर और फेसबुक पर यात्रियों ने वीडियो और तस्वीरें शेयर की हैं। उन्होंने एयरलाइन की खराब सेवा की शिकायत की है और मांग की है कि उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए।
कुछ यात्रियों ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को भी टैग किया है। उन्होंने मांग की है कि ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई हो और एयरलाइन कंपनियों को जिम्मेदार बनाया जाए।
यात्री अधिकारों की जानकारी जरूरी
विमानन नियमों के मुताबिक, अगर एयरलाइन तकनीकी कारणों से उड़ान रद्द करती है तो यात्रियों को मुआवजा पाने का अधिकार है। उन्हें वैकल्पिक उड़ान या पूरा रिफंड मिलना चाहिए। साथ ही अगर देरी ज्यादा हो तो खाने-पीने की व्यवस्था भी एयरलाइन की जिम्मेदारी है।
हालांकि, कई यात्री अपने अधिकारों को लेकर जागरूक नहीं हैं। विशेषज्ञों का सुझाव है कि यात्रियों को अपने अधिकारों की जानकारी होनी चाहिए ताकि वे सही मुआवजा मांग सकें।
नागपुर हवाई अड्डे पर इंडिगो की उड़ान रद्द होने से यात्रियों की परेशानी एक बार फिर एयरलाइन सेवाओं की खामियों को उजागर करती है। जरूरी है कि एयरलाइन कंपनियां यात्रियों के प्रति अधिक जवाबदेह बनें। साथ ही नियामक संस्थाओं को भी सख्ती बरतनी चाहिए ताकि यात्रियों को ऐसी समस्याओं का सामना न करना पड़े। यात्री सेवा सिर्फ टिकट बेचने तक सीमित नहीं है, बल्कि समय पर और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।