Diesel Price Today: भारत में पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें आम नागरिकों की दैनिक जिंदगी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। आज 12 दिसंबर 2025 को भारत में डीजल की कीमतें राज्यवार अपडेट की गई हैं। राष्ट्रीय औसत दर ₹90.03 प्रति लीटर है, लेकिन विभिन्न राज्यों में यह दर अलग-अलग है। इस प्रकार की विभिन्नता स्थानीय टैक्स, परिवहन खर्च और डीलर मार्जिन के कारण होती है। डीज़ल की बढ़ती या घटती कीमतें सीधे उपभोक्ता की जेब पर असर डालती हैं। इसलिए रोज़ सुबह अपने शहर का ताज़ा रेट देखना समझदारी होती है।
भारत में राज्यवार डीज़ल की कीमत
| राज्य | डीज़ल की कीमत (₹ प्रति लीटर) | मूल्य परिवर्तन |
|---|---|---|
| अंडमान और निकोबार | ₹78.05 | 0.00 |
| आंध्र प्रदेश | ₹97.59 | +0.12 |
| अरुणाचल प्रदेश | ₹80.47 | +0.26 |
| असम | ₹89.46 | -0.39 |
| बिहार | ₹91.66 | -0.05 |
| चंडीगढ़ | ₹82.45 | 0.00 |
| छत्तीसगढ़ | ₹93.39 | 0.00 |
| दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव | ₹87.87 | 0.00 |
| दिल्ली | ₹87.67 | 0.00 |
| गोवा | ₹88.45 | -0.58 |
| गुजरात | ₹90.64 | +0.32 |
| हरियाणा | ₹88.40 | 0.00 |
| हिमाचल प्रदेश | ₹87.36 | 0.00 |
| जम्मू एवं कश्मीर | ₹83.99 | +0.54 |
| झारखंड | ₹92.62 | -0.20 |
| कर्नाटक | ₹90.99 | 0.00 |
| केरल | ₹96.48 | +0.27 |
| लद्दाख | ₹87.57 | -0.15 |
| लक्षद्वीप | ₹95.71 | 0.00 |
| मध्य प्रदेश | ₹91.89 | 0.00 |
| महाराष्ट्र | ₹90.03 | 0.00 |
| मणिपुर | ₹85.26 | +0.05 |
| मेघालय | ₹87.72 | -0.09 |
| मिजोरम | ₹88.04 | -0.25 |
| नगालैंड | ₹88.85 | -0.14 |
| ओडिशा | ₹92.69 | +0.18 |
| पांडिचेरी | ₹86.53 | +0.06 |
| पंजाब | ₹88.03 | -0.06 |
| राजस्थान | ₹90.82 | +0.61 |
| सिक्किम | ₹90.45 | 0.00 |
| तमिलनाडु | ₹92.49 | -0.12 |
| तेलंगाना | ₹95.70 | 0.00 |
| त्रिपुरा | ₹86.43 | -0.19 |
| उत्तर प्रदेश | ₹87.81 | 0.00 |
| उत्तराखंड | ₹88.38 | +0.35 |
| पश्चिम बंगाल | ₹92.02 | 0.00 |
डीज़ल की स्थिरता और उसके भीतर छिपी चिंता
डीज़ल की कीमत में लगभग बारह महीनों से कोई बदलाव नहीं हुआ है, जो पहली नज़र में स्थिरता का संकेत देता है। लेकिन यह स्थिरता उस पृष्ठभूमि में देखी जानी चाहिए जहां औद्योगिक परिवहन, माल ढुलाई और कृषि क्षेत्र अभी भी डीज़ल पर निर्भर हैं। इन क्षेत्रों की लागत बढ़ने या स्थिर रहने का सीधा संबंध डीज़ल के मूल्य से है।
2017 के बाद से डीज़ल कीमतें प्रतिदिन संशोधित करने की नीति लागू की गई थी। तब यह कहा गया था कि हर दिन छोटे बदलाव उपभोक्ताओं को बड़े झटकों से बचाएंगे। लेकिन जब कीमतें एक साल स्थिर रहती हैं, तो यह संकेत देती है कि बाज़ार या नीतिगत ढांचा किसी ऐसे मोड़ पर खड़ा है जहां बड़े फैसले आगे लिए जा सकते हैं।