नागपुर महाराष्ट्र का एक प्रमुख शहर है जो अपनी समृद्ध संस्कृति और इतिहास के लिए जाना जाता है। अब इस शहर ने एक और गौरवशाली उपलब्धि हासिल की है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में देश के पहले वंदे मातरम उद्यान का भव्य लोकार्पण किया। यह उद्यान सिर्फ एक पार्क नहीं है बल्कि भारत की क्रांतिकारी विरासत और देशभक्ति की भावना का प्रतीक है।
वंदे मातरम गीत के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर इस खास उद्यान का निर्माण किया गया है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि नागपुर शहर में आधारभूत सुविधाओं के विकास के साथ-साथ संस्कृति के संरक्षण को भी पूरी प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि उद्यान में लेजर शो के लिए जरूरी धनराशि तुरंत उपलब्ध कराई जाएगी।
वंदे मातरम उद्यान की खासियत
यह उद्यान बजोरिया क्षेत्र में एम्प्रेस मिल की जमीन पर अमृत महोत्सव के तहत विकसित किया गया है। इस उद्यान की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह भारतीय सेना के अद्वितीय शौर्य और साहस को समर्पित है। खासतौर पर इसे 21 परमवीर चक्र विजेताओं को समर्पित किया गया है।
परमवीर चक्र भारत का सर्वोच्च सैन्य सम्मान है जो असाधारण वीरता के लिए दिया जाता है। इन वीर जवानों की याद में बना यह उद्यान आने वाली पीढ़ियों को देशसेवा और राष्ट्रनिर्माण की प्रेरणा देगा। यहां आने वाले लोग न सिर्फ प्रकृति का आनंद लेंगे बल्कि अपने देश के वीर सपूतों के बलिदान को भी याद करेंगे।

क्रांति का मंत्र है वंदे मातरम
वंदे मातरम गीत भारत की आजादी की लड़ाई में क्रांति का मंत्र बना था। बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा रचित यह गीत हर भारतीय के दिल में देशभक्ति की भावना जगाता है। इस गीत के 150 साल पूरे होने पर देश के पहले वंदे मातरम उद्यान का निर्माण एक ऐतिहासिक कदम है।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि यह गर्व और गौरव की बात है कि नागपुर में इस तरह की पहल की जा रही है। यह उद्यान लोगों को भारत के स्वतंत्रता संग्राम की याद दिलाएगा और देशप्रेम की भावना को मजबूत करेगा।

विकास भी और विरासत भी
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विकास और विरासत दोनों को साथ लेकर चलने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नागपुर का विकास सिर्फ सड़कों, इमारतों और बुनियादी ढांचे तक सीमित नहीं है। शहर की समृद्ध संस्कृति और इतिहास को संजोना भी उतना ही जरूरी है।
नागपुर के सर्वांगीण विकास की दिशा में यह कदम बेहद महत्वपूर्ण है। शहर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को एक नई सांस्कृतिक धरोहर मिलेगी। युवा पीढ़ी को अपने इतिहास से जुड़ने का मौका मिलेगा।
लेजर शो के लिए धनराशि की घोषणा
उद्यान को और आकर्षक बनाने के लिए लेजर शो की योजना है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए तुरंत धनराशि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। यह लेजर शो वंदे मातरम गीत और भारत की आजादी की कहानी को दर्शाएगा। यह आधुनिक तकनीक और इतिहास का सुंदर मिश्रण होगा।
भांडेवाड़ी में आधुनिक मछली बाजार का भूमिपूजन
इसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने भांडेवाड़ी में अत्याधुनिक मछली बाजार का भूमिपूजन भी किया। यह प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत बनाया जाएगा। 21 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह बाजार महाराष्ट्र का एक महत्वपूर्ण और सुविधायुक्त प्रकल्प होगा।
मछुआरों और व्यापारियों को मिलेगी सुविधा
यह मछली बाजार आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। यहां स्वच्छता, भंडारण और बिक्री की बेहतर व्यवस्था होगी। मछुआरों और व्यापारियों को अपना व्यवसाय करने में आसानी होगी। इससे रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
मत्स्य व्यवसाय विकास मंत्री नितेश राणे, विधायक, पूर्व महापौर, अधिकारी और जनप्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित थे। सभी ने इस पहल की सराहना की और कहा कि यह नागपुर के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
संस्कृति और विकास का संगम
नागपुर में हो रहे ये विकास कार्य बताते हैं कि सरकार संस्कृति और विकास दोनों को साथ लेकर चल रही है। एक तरफ वंदे मातरम उद्यान देश की सांस्कृतिक विरासत को संजो रहा है तो दूसरी तरफ मछली बाजार जैसी योजनाएं आम लोगों की आर्थिक स्थिति सुधार रही हैं।
यह सिर्फ नागपुर का नहीं बल्कि पूरे महाराष्ट्र का गौरव है। अन्य शहरों के लिए भी यह एक उदाहरण है कि कैसे विकास और संस्कृति को साथ लेकर चला जा सकता है।
जनता की प्रतिक्रिया
नागपुर के लोगों ने इन योजनाओं का भरपूर स्वागत किया है। वंदे मातरम उद्यान को लेकर खासतौर पर उत्साह देखा जा रहा है। लोग इसे देखने के लिए उत्सुक हैं। माता-पिता अपने बच्चों को यहां लाकर देशभक्ति की शिक्षा देना चाहते हैं।
मछली व्यापारी भी खुश हैं कि उन्हें जल्द ही बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। इससे उनका व्यवसाय बढ़ेगा और आय में वृद्धि होगी।
नागपुर के विकास की यह यात्रा जारी रहेगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शहर को और खूबसूरत और विकसित बनाने का संकल्प लिया है। वंदे मातरम उद्यान और मछली बाजार जैसी योजनाएं इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।