कोलकाता के रानी रासमणि रोड पर गुरुवार को एक अनोखा नजारा देखने को मिला जब हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक साथ मिलकर भारतीय संविधान का पाठ किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आरएसएस और बीजेपी सरकार द्वारा संविधान के मूल्यों को कमजोर करने के खिलाफ आवाज उठाना था। इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव गुलाम अहमद मीर और पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष शुभेंकर सरकार सहित कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे।
संविधान बचाने की मुहिम
कांग्रेस पार्टी का यह कार्यक्रम केंद्र और राज्य सरकारों पर एक सीधा निशाना था। पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि वर्तमान में देश में चल रही बीजेपी सरकार संविधान के किसी भी नियम का पालन नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि आरएसएस और बीजेपी जनता के सांविधानिक अधिकारों को छीन रहे हैं और देश में जाति विभाजन की राजनीति को बढ़ावा दे रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव गुलाम अहमद मीर विशेष रूप से उपस्थित हुए। उनके साथ पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष शुभेंकर सरकार भी मौजूद थे। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। सभी ने मिलकर संविधान की प्रस्तावना और महत्वपूर्ण धाराओं का सामूहिक पाठ किया।
आशुतोष चटर्जी का बयान
पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस के महासचिव आशुतोष चटर्जी ने कहा कि आज देश में संविधान को बचाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस लगातार संविधान के मूल्यों को कमजोर करने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि संविधान में दिए गए समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के सिद्धांतों को नष्ट किया जा रहा है। यही कारण है कि कांग्रेस ने रानी रासमणि रोड पर यह संविधान पाठ कार्यक्रम आयोजित किया है।
बीजेपी पर गंभीर आरोप
कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार जनता के मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है। अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत फैलाई जा रही है। जाति और धर्म के नाम पर देश को बांटने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह सब संविधान की मूल भावना के खिलाफ है।
अभिजीत मुखर्जी की प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि संविधान हमारा मार्गदर्शक है। उन्होंने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने इस संविधान को बनाने में अपना पूरा जीवन लगा दिया। लेकिन आज बीजेपी उसी संविधान को खत्म करने पर तुली है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी संविधान की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
पीरजादा खुबैब अमीन का बयान
कार्यक्रम में मौजूद पीरजादा खुबैब अमीन ने कहा कि आज देश में लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। मीडिया की आजादी पर हमला हो रहा है। न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह सब संविधान के खिलाफ है और इसका विरोध होना चाहिए।
जाति विभाजन की राजनीति
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस जाति विभाजन की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज में नफरत फैलाई जा रही है। एक वर्ग को दूसरे वर्ग के खिलाफ खड़ा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा है।
संविधान को बचाने का संकल्प
कार्यक्रम में सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने संविधान को बचाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, वे संविधान के मूल्यों की रक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि संविधान में दिए गए अधिकारों को छीनने की किसी भी कोशिश का विरोध किया जाएगा।
जनता का साथ जरूरी
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि संविधान को बचाने के लिए जनता का साथ बहुत जरूरी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें। उन्होंने कहा कि केवल राजनीतिक दल ही नहीं, बल्कि हर नागरिक को संविधान की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए।
पश्चिम बंगाल में राजनीतिक माहौल
पश्चिम बंगाल में पहले से ही राजनीतिक माहौल गर्म है। तृणमूल कांग्रेस, बीजेपी और कांग्रेस के बीच लगातार आरोप-प्रत्यारोप हो रहे हैं। ऐसे में यह संविधान पाठ कार्यक्रम राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कांग्रेस इस कार्यक्रम के जरिए अपनी राजनीतिक उपस्थिति दर्ज कराना चाहती है।
आगे की रणनीति
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस पार्टी ऐसे कार्यक्रम पूरे देश में आयोजित करने की योजना बना रही है। पार्टी का मानना है कि इससे जनता में संविधान के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। साथ ही बीजेपी सरकार की नीतियों के खिलाफ जनमत तैयार होगा।
रानी रासमणि रोड पर आयोजित यह संविधान पाठ कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना बन गया है। कांग्रेस ने इसके जरिए बीजेपी के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस कार्यक्रम का राजनीतिक असर क्या होता है। संविधान को लेकर चल रही यह बहस निश्चित रूप से देश की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकती है।