नागपुर शहर में नए साल की रात को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए पुलिस प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस बार पुलिस विभाग ने सड़क सुरक्षा को लेकर विशेष रणनीति तैयार की है। नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है। यह अभियान रात से शुरू होकर अगले दिन सुबह पांच बजे तक चलेगा।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हर साल नए साल की रात को सड़कों पर भीड़ बढ़ जाती है और कई लोग जश्न मनाने के दौरान नशे में गाड़ी चलाते हैं। इससे दुर्घटनाओं की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार पुलिस ने पहले से ही सख्त व्यवस्था करने का फैसला किया है।
पुलिस की खास रणनीति
नागपुर पुलिस ने इस अभियान के लिए एक विस्तृत योजना बनाई है। शहर के सभी मुख्य चौराहों, सड़कों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस की टीमें तैनात की जाएंगी। विशेष रूप से उन इलाकों पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा जहां रेस्तरां, होटल, पब और मनोरंजन के स्थल हैं।
पुलिस टीमों के पास आधुनिक उपकरण होंगे जिससे नशे में गाड़ी चलाने वालों की जांच की जा सके। ब्रीथ एनालाइजर मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा जो तुरंत बता देंगी कि व्यक्ति ने शराब पी है या नहीं।
चेकिंग की व्यवस्था
पुलिस ने शहर भर में करीब पचास से अधिक चेक पोस्ट लगाने का फैसला किया है। इन चेक पोस्टों पर हर गाड़ी की जांच की जाएगी। अगर किसी व्यक्ति के नशे में होने की पुष्टि होती है तो उसके खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वाहन चालकों के लाइसेंस की भी जांच की जाएगी। बिना लाइसेंस गाड़ी चलाने वाले और नाबालिग चालकों पर भी सख्त एक्शन लिया जाएगा। पुलिस का कहना है कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सुरक्षा के अतिरिक्त उपाय
पुलिस प्रशासन ने केवल नशे में गाड़ी चलाने तक ही अपनी तैयारियां सीमित नहीं रखी हैं। भीड़ प्रबंधन के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। मुख्य बाजारों, पार्कों और सार्वजनिक स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा।
महिला पुलिसकर्मियों की भी खास टीमें बनाई गई हैं जो महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा का खास ध्यान रखेंगी। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए गश्त बढ़ा दी गई है।
यातायात व्यवस्था
ट्रैफिक पुलिस की ओर से भी पूरी तैयारी की गई है। मुख्य सड़कों पर वाहनों की आवाजाही को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। जहां जरूरत होगी वहां डायवर्जन लगाए जाएंगे।
तेज रफ्तार गाड़ियों पर भी नजर रखी जाएगी। स्पीड गन की मदद से रफ्तार की जांच की जाएगी और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा।
कानूनी कार्रवाई
नशे में गाड़ी चलाना एक गंभीर अपराध है। मोटर व्हीकल एक्ट के तहत इसके लिए सख्त सजा का प्रावधान है। पहली बार पकड़े जाने पर दस हजार रुपये का जुर्माना और छह महीने की जेल हो सकती है। दोबारा यह गलती करने पर जुर्माना पंद्रह हजार रुपये और दो साल की जेल तक हो सकती है।
पुलिस ने चेतावनी दी है कि किसी भी व्यक्ति के साथ कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। कानून के सामने सभी बराबर हैं और नियमों का पालन करना अनिवार्य है।
नागरिकों से अपील
पुलिस अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे नए साल का जश्न मनाएं लेकिन सुरक्षा नियमों का पालन करना न भूलें। अगर किसी ने शराब पी है तो उसे गाड़ी बिल्कुल नहीं चलानी चाहिए।
परिवार और दोस्तों के साथ खुशियां मनाएं लेकिन जिम्मेदारी से। किसी की जान जोखिम में डालना किसी भी सूरत में उचित नहीं है। अगर आप नशे में हैं तो टैक्सी या कैब का इस्तेमाल करें या किसी ऐसे व्यक्ति से गाड़ी चलवाएं जिसने शराब नहीं पी हो।
पिछले साल का अनुभव
पिछले साल नए साल की रात को नागपुर में कई दुर्घटनाएं हुई थीं। कई लोग घायल हुए थे और कुछ की मौत भी हुई थी। इन दुर्घटनाओं में से ज्यादातर नशे में गाड़ी चलाने के कारण हुई थीं।
इसी अनुभव से सीख लेते हुए इस बार पुलिस ने पहले से ही कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है। जागरूकता अभियान भी चलाए गए हैं जिसमें लोगों को सड़क सुरक्षा के बारे में बताया गया है।
सोशल मीडिया पर जागरूकता
पुलिस विभाग ने सोशल मीडिया का भी सहारा लिया है। फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर नियमित रूप से पोस्ट डालकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। वीडियो संदेशों के जरिए भी नशे में गाड़ी चलाने के खतरों के बारे में बताया जा रहा है।
सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था
नागरिकों की सुविधा के लिए सार्वजनिक परिवहन में भी बढ़ोतरी की गई है। नए साल की रात को बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी और वे देर रात तक चलेंगी। इससे लोगों को घर पहुंचने में आसानी होगी।
नागपुर पुलिस की यह तैयारी सराहनीय है। सड़क सुरक्षा को लेकर यह गंभीरता जरूरी है। नागरिकों का भी फर्ज है कि वे पुलिस का सहयोग करें और नियमों का पालन करें। नया साल खुशियां लेकर आए न कि दुख और दुर्घटनाएं। सभी को सुरक्षित और जिम्मेदार तरीके से जश्न मनाना चाहिए। पुलिस की कोशिश है कि हर कोई सुरक्षित घर पहुंचे और नए साल की शुरुआत खुशी से हो।