दक्षिण 24 परगना जिले के बासंती इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां के आमझाड़ा ग्राम पंचायत के खड़िमाचान इलाके में बम धमाके में एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना इतनी अचानक हुई कि पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया। पुलिश को अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह बम धमाका था या सिलेंडर विस्फोट। घटनास्थल से पुलिस ने बम के अवशेष और सुतली बरामद की है।
घटना के बाद से पूरा इलाका सन्नाटे में है। स्थानीय लोगों में डर का माहौल है और सभी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि आखिर यह बम आया कहां से। बासंती थाने की पुलिस ने इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और घटनास्थल पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
घटना का पूरा विवरण
जानकारी के मुताबिक, यह धमाका एक परित्यक्त घर में हुआ जहां एक बच्चा खेल रहा था। अचानक हुए इस विस्फोट में बच्चा बुरी तरह घायल हो गया। घटनास्थल पर चारों ओर बम की सुतली बिखरी पड़ी थी और खून के निशान फैले हुए थे। यह दृश्य देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि धमाका कितना जोरदार रहा होगा।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, घायल बच्चे को तुरंत इलाज के लिए कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्चे की हालत गंभीर बताई जा रही है और डॉक्टर उसका इलाज कर रहे हैं। परिवार वाले बच्चे की सेहत को लेकर बेहद चिंतित हैं।
स्थानीय लोगों का बयान
इस घटना को लेकर स्थानीय निवासी अजीत पियादा ने बताया कि एक घर में श्राद्ध का आयोजन हो रहा था। उसी दौरान अचानक यह धमाका हुआ। कुछ लोगों का कहना है कि यह सिलेंडर विस्फोट था, जबकि कुछ का मानना है कि बम फटा था। घटनास्थल से मिले सबूतों को देखते हुए पुलिस जांच में जुटी है।
इलाके के लोग इस घटना से काफी डरे हुए हैं। सभी यह जानना चाहते हैं कि आखिर यह बम कहां से आया और किसने रखा। क्या यह कोई साजिश थी या महज एक दुर्घटना, यह सवाल सबके मन में है।
पुलिस की तैयारियां
घटना की सूचना मिलते ही बासंती थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने घटनास्थल की तलाशी ली और वहां से बम के अवशेष और सुतली बरामद की। इन सबूतों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह किस तरह का विस्फोटक था।
पुलिस ने इलाके में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी है। कई पुलिसकर्मियों को घटनास्थल पर तैनात किया गया है ताकि कोई और अप्रिय घटना न हो जाए। पुलिस गश्त भी बढ़ा दी गई है और इलाके के लोगों से पूछताछ की जा रही है।
एसडीपीओ का बयान
कैनिंग के एसडीपीओ रामकुमार मंडल ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रात में बासंती के आमझाड़ा ग्राम पंचायत के खड़िमाचान इलाके में एक बच्चे के घायल होने की सूचना मिली थी। उन्होंने बताया कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह बम विस्फोट था या सिलेंडर विस्फोट। घटनास्थल से सुतली की रस्सी बरामद हुई है जिसकी जांच की जा रही है।
एसडीपीओ ने कहा कि पुरे मामले की गहन जांच की जा रही है। पुलिस हर पहलू को देख रही है और जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए इलाके में पर्याप्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
इलाके में फैला सन्नाटा
इस घटना के बाद पूरे इलाके में सन्नाटा छा गया है। लोग अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं। बच्चों को स्कूल भेजने में भी अभिभावक सोच रहे हैं। इलाके के दुकानदारों ने भी अपनी दुकानें जल्दी बंद कर दी हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब इस इलाके में ऐसी घटना हुई है। पहले भी कुछ अप्रिय घटनाएं हो चुकी हैं। लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए।
जांच में क्या सामने आया
पुलिस ने अपनी शुरुआती जांच में कुछ अहम सुराग हासिल किए हैं। घटनास्थल से मिली सुतली और बम के अवशेषों से यह संकेत मिलता है कि यह एक घरेलू बम था। लेकिन अभी यह तय नहीं हो पाया है कि यह बम वहां कैसे पहुंचा और किसने रखा।
पुलिस ने परित्यक्त घर के मालिक से भी पूछताछ की है। आसपास के लोगों से भी बात की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जा रही है ताकि कोई संदिग्ध व्यक्ति नजर आए।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और हर संभव कोशिश कर रही है कि जल्द से जल्द सच्चाई सामने आए। फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया है और नमूने एकत्र किए हैं। इन नमूनों की जांच से पता चलेगा कि विस्फोटक किस तरह का था।
पुलिस का मानना है कि जल्द ही इस मामले में कोई बड़ी सफलता मिलेगी। इलाके में पुलिस की निगरानी बढ़ा दी गई है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
समाज में चिंता
इस घटना ने समाज में एक नई चिंता पैदा कर दी है। लोग सोच रहे हैं कि अगर ऐसी घटनाएं होती रहीं तो बच्चों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी। अभिभावक अपने बच्चों को लेकर परेशान हैं और चाहते हैं कि प्रशासन सख्त कदम उठाए।
स्थानीय नेताओं ने भी इस घटना की निंदा की है और पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
बासंती में हुई यह घटना एक बार फिर हमें याद दिलाती है कि विस्फोटकों का अवैध निर्माण और भंडारण कितना खतरनाक हो सकता है। एक मासूम बच्चे को इसकी कीमत चुकानी पड़ी है। पुलिस की जांच जारी है और उम्मीद है कि जल्द ही दोषियों को सजा मिलेगी। इस घटना से सीख लेते हुए प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाए ताकि आम लोगों की जान सुरक्षित रह सके।