महाराष्ट्र के नागपुर शहर में एक बार फिर अवैध नशीले पदार्थों के कारोबार से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है। मानकापुर थाना क्षेत्र में नकली एमडी पाउडर बेचने के पुराने विवाद को लेकर एक युवक पर जानलेवा हमला किया गया। इस घटना में मुख्य आरोपी ने चाकू से वार कर पीड़ित को गंभीर रूप से घायल कर दिया। यह मामला न केवल कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े करता है, बल्कि शहर में बढ़ते नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार पर भी चिंता जताता है।
घटना का पूरा घटनाक्रम
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह विवाद लगभग डेढ़ साल पुराना है। पीड़ित और आरोपी एक-दूसरे के पहले से परिचित थे। आरोपी फहद फहीम खान, जो ताजबाग, उमरेड रोड, नागपुर का रहने वाला है, ने करीब डेढ़ वर्ष पहले पीड़ित को 16 हजार रुपये में एमडी पाउडर बताकर एक पदार्थ बेचा था। जब पीड़ित ने उस पदार्थ का इस्तेमाल किया तो उसे पता चला कि यह असली एमडी पाउडर नहीं है, बल्कि नकली चीज है।
इस धोखाधड़ी से नाराज पीड़ित ने आरोपी से अपने पैसे वापस मांगे। लेकिन आरोपी ने सिर्फ पैसे वापस करने से मना ही नहीं किया, बल्कि पीड़ित को धमकी भी दी। इसके बाद पीड़ित ने आरोपी से दोहरी रकम यानी 32 हजार रुपये की मांग की। यह विवाद डेढ़ साल तक चलता रहा और अंततः यह एक खूनी हमले में बदल गया।
हमले की रात का भयानक दृश्य
24 दिसंबर 2025 की रात करीब 10.30 बजे से लेकर 25 दिसंबर की सुबह तक मानकापुर क्षेत्र में यह खौफनाक घटना घटी। आरोपी फहद फहीम खान ने अपने साथी माउझर उर्फ अमीन (28 वर्ष, निवासी बोखारा, कोराडी, नागपुर) और दो अन्य साथियों के साथ मिलकर पीड़ित को निशाना बनाया। चारों आरोपियों ने पहले से योजना बनाकर पीड़ित पर हमला किया।
शुरुआत में आरोपियों ने पीड़ित के साथ मारपीट की। उसे हाथों और मुक्कों से जमकर पीटा गया। इस दौरान आरोपियों ने पीड़ित को अश्लील गालियां भी दीं और उसे जान से मारने की धमकी भी दी। लेकिन मामला यहीं नहीं रुका। मुख्य आरोपी फहद फहीम खान ने अपनी जेब से चाकू निकाला और पीड़ित की दोनों जांघों पर तेज वार किए।
चाकू से गहरे घाव होने के कारण पीड़ित खून से लथपथ हो गया। उसे तुरंत स्थानीय लोगों की मदद से मेयो अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार दिया। पीड़ित की हालत गंभीर बताई जा रही है, लेकिन डॉक्टरों ने उसे खतरे से बाहर बता दिया है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की जानकारी मिलते ही मानकापुर पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। पीड़ित के बयान के आधार पर पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया गया है, जिसमें हमला, जानलेवा हमला, और धमकी जैसे आरोप शामिल हैं।
मानकापुर थाने की पुलिस टीम ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न इलाकों में छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मुख्य आरोपी फहद फहीम खान और उसके साथी माउझर उर्फ अमीन की पहचान हो चुकी है। उनके दो अन्य साथियों की भी पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही सभी आरोपी पकड़ में आ जाएंगे।
नशीले पदार्थों का बढ़ता अवैध कारोबार
यह घटना नागपुर में बढ़ते अवैध नशीले पदार्थों के कारोबार की ओर इशारा करती है। एमडी पाउडर जैसे खतरनाक नशीले पदार्थ शहर के युवाओं को अपनी चपेट में ले रहे हैं। इस तरह के पदार्थों की बिक्री और खरीद पूरी तरह से अवैध है, लेकिर फिर भी कुछ लोग इसका धंधा कर रहे हैं।
इस मामले में सबसे चिंताजनक बात यह है कि आरोपी ने नकली पदार्थ बेचकर न केवल पीड़ित को आर्थिक नुकसान पहुंचाया, बल्कि उसकी जान को भी खतरे में डाल दिया। जब पीड़ित ने अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपी ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया। यह घटना दर्शाती है कि नशीले पदार्थों के कारोबार में शामिल लोग कितने खतरनाक और हिंसक हो सकते हैं।
समाज और कानून व्यवस्था पर असर
इस घटना से मानकापुर क्षेत्र में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। एक तरफ जहां अवैध नशीले पदार्थों का कारोबार बढ़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ इससे जुड़े अपराध भी बढ़ते जा रहे हैं। यह घटना इस बात का सबूत है कि नशीले पदार्थों का कारोबार सिर्फ स्वास्थ्य के लिए ही नहीं, बल्कि समाज की सुरक्षा के लिए भी खतरनाक है।
पुलिस प्रशासन को इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। सिर्फ इस घटना के आरोपियों को पकड़ना ही काफी नहीं है, बल्कि नागपुर में नशीले पदार्थों के पूरे नेटवर्क को उखाड़ फेंकना जरूरी है। इसके लिए पुलिस को सूचना तंत्र मजबूत करना होगा और स्थानीय लोगों का सहयोग लेना होगा।
नागपुर के मानकापुर में हुई यह घटना एक चेतावनी है। नशीले पदार्थों का अवैध कारोबार न केवल युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रहा है, बल्कि समाज में हिंसा और अपराध को भी बढ़ावा दे रहा है। इस मामले में पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है। आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कानून के कठघरे में लाना होगा। साथ ही, ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे। तभी नागपुर शहर को इस तरह की आपराधिक घटनाओं से बचाया जा सकता है।