जरूर पढ़ें

अयोध्या में प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव में रामचरितमानस पाठ के साथ श्रद्धालुओं की भागीदारी, रक्षामंत्री करेंगे ध्वजारोहण

Ayodhya Pratishtha Dwadashi: अयोध्या में रामचरितमानस पाठ और ध्वजारोहण का भव्य आयोजन
Ayodhya Pratishtha Dwadashi: अयोध्या में रामचरितमानस पाठ और ध्वजारोहण का भव्य आयोजन (File Photo)
अयोध्या में द्वितीय प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव के दौरान 5 दिवसीय संगीतमय रामचरितमानस पाठ का आयोजन किया जा रहा है। श्रद्धालु गायक टीम के साथ पाठ में भाग ले सकेंगे। रक्षामंत्री अन्नपूर्णा मंदिर पर ध्वजारोहण करेंगे। कानपुर की 22 सदस्यीय टीम अंगद टीला पर देगी प्रस्तुति। यह आयोजन धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
Updated:

अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा आयोजित द्वितीय प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार का आयोजन विशेष रूप से भव्य होने वाला है क्योंकि इसमें श्रद्धालुओं को रामचरितमानस पाठ में सीधे भाग लेने का अवसर मिलेगा। पांच दिवसीय इस धार्मिक कार्यक्रम में संगीतमय रामचरितमानस पाठ का आयोजन किया जा रहा है जो मानस प्रेमियों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगा।

श्रद्धालुओं के लिए खुला निमंत्रण

इस वर्ष के प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव की खास बात यह है कि रामचरितमानस पाठ केवल पेशेवर गायकों तक सीमित नहीं रहेगा। मानस प्रेमी श्रोता भी गायक टीम के साथ बैठकर रामचरितमानस का पाठ कर सकेंगे। यह व्यवस्था श्रद्धालुओं को भगवान राम की कथा से सीधे जुड़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगी।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस आयोजन को लेकर विशेष तैयारियां की हैं। अंगद टीला पर होने वाले इस पाठ कार्यक्रम में देश भर से आने वाले भक्तों के लिए उचित व्यवस्था की गई है।

संगीतमय रामचरितमानस पाठ की विशेषता

श्री श्री मां आनंदमयी मानस परिवार कानपुर द्वारा आयोजित संगीतमय श्री रामचरितमानस पाठ की प्रस्तुति अंगद टीला पर की जाएगी। इस पाठ में 22 सदस्यों की एक विशेष टीम भाग लेगी जो पारंपरिक संगीत के साथ रामचरितमानस के पदों को प्रस्तुत करेगी।

संगीतमय पाठ की परंपरा सदियों पुरानी है। इसमें तुलसीदास जी द्वारा रचित रामचरितमानस के दोहों और चौपाइयों को विशेष रागों में गाया जाता है। यह प्रस्तुति केवल धार्मिक नहीं बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।

रक्षामंत्री द्वारा ध्वजारोहण

प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव के दौरान एक और महत्वपूर्ण कार्यक्रम होगा अन्नपूर्णा मंदिर पर ध्वजारोहण का। देश के रक्षामंत्री इस विशेष अवसर पर ध्वजारोहण करेंगे। यह कार्यक्रम महोत्सव को राष्ट्रीय महत्व प्रदान करता है।

अन्नपूर्णा मंदिर अयोध्या के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है। माता अन्नपूर्णा को अन्न और भोजन की देवी माना जाता है। इस मंदिर पर ध्वजारोहण का आयोजन भक्तों के लिए विशेष आस्था का प्रतीक है।

पांच दिवसीय महोत्सव की रूपरेखा

द्वितीय प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव पांच दिनों तक चलेगा। इन पांच दिनों में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। रामचरितमानस पाठ इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण रहेगा लेकिन इसके अलावा भी कई अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

महोत्सव के दौरान प्रतिदिन सुबह और शाम की आरती होगी। विभिन्न धार्मिक विद्वान रामकथा पर प्रवचन देंगे। भजन संध्या का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक अपनी प्रस्तुति देंगे।

अंगद टीला का महत्व

अंगद टीला अयोध्या का एक ऐतिहासिक स्थल है। यह स्थान रामकथा से जुड़ा हुआ है और यहां भगवान राम के भक्त अंगद से संबंधित कथाएं प्रचलित हैं। इस पवित्र स्थल पर रामचरितमानस पाठ का आयोजन इसे और भी विशेष बना देता है।

तीर्थयात्रियों के लिए अंगद टीला एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। यहां से राम जन्मभूमि मंदिर की स्पष्ट झलक दिखाई देती है। पाठ के दौरान श्रद्धालु इस दिव्य वातावरण में रामकथा का आनंद ले सकेंगे।

मानस प्रेमियों के लिए विशेष व्यवस्था

इस बार के आयोजन में मानस प्रेमियों को विशेष महत्व दिया गया है। जो श्रद्धालु रामचरितमानस का नियमित पाठ करते हैं या इसमें रुचि रखते हैं, उन्हें गायक मंडली के साथ बैठने और पाठ में भाग लेने का अवसर मिलेगा।

यह व्यवस्था आम श्रद्धालुओं को धार्मिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी का मौका देती है। इससे न केवल उनकी आस्था मजबूत होगी बल्कि रामचरितमानस की परंपरा को आगे बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।

तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तैयारियां

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने महोत्सव को सफल बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। स्वच्छता, सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। पीने के पानी, शौचालय और बैठने की उचित व्यवस्था की गई है।

ट्रस्ट ने यह भी सुनिश्चित किया है कि पाठ के दौरान उचित ध्वनि व्यवस्था हो ताकि सभी उपस्थित श्रद्धालु स्पष्ट रूप से सुन सकें। प्रकाश व्यवस्था भी विशेष रूप से की गई है जिससे शाम के कार्यक्रम भी सुचारु रूप से चल सकें।

राष्ट्रीय और सांस्कृतिक महत्व

प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपरा को जीवित रखने का माध्यम भी है। रामचरितमानस भारतीय साहित्य की अमूल्य धरोहर है और इसका संगीतमय पाठ इस धरोहर को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का एक सुंदर प्रयास है।

रक्षामंत्री की उपस्थिति इस आयोजन को राष्ट्रीय स्तर की मान्यता प्रदान करती है। यह दर्शाता है कि सरकार भी धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को संरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध है।

श्रद्धालुओं के लिए संदेश

जो भक्त इस पवित्र अवसर पर अयोध्या आना चाहते हैं, उन्हें पहले से योजना बनानी चाहिए। महोत्सव के दौरान भारी संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है। ट्रस्ट ने सभी को सहयोग और अनुशासन बनाए रखने की अपील की है।

रामचरितमानस पाठ में भाग लेने के इच्छुक श्रद्धालुओं को स्थल पर पहुंचकर आयोजकों से संपर्क करना होगा। यह एक दुर्लभ अवसर है जब आम भक्त भी इतने भव्य आयोजन का सक्रिय हिस्सा बन सकते हैं।

द्वितीय प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव अयोध्या की धार्मिक और सांस्कृतिक जीवंतता का प्रतीक है। यह आयोजन न केवल श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक आनंद देगा बल्कि भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपरा को भी प्रदर्शित करेगा।

Rashtra Bharat
Rashtra Bharat पर पढ़ें ताज़ा खेल, राजनीति, विश्व, मनोरंजन, धर्म और बिज़नेस की अपडेटेड हिंदी खबरें।

Asfi Shadab

एक लेखक, चिंतक और जागरूक सामाजिक कार्यकर्ता, जो खेल, राजनीति और वित्त की जटिलता को समझते हुए उनके बीच के रिश्तों पर निरंतर शोध और विश्लेषण करते हैं। जनसरोकारों से जुड़े मुद्दों को सरल, तर्कपूर्ण और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने के लिए प्रतिबद्ध।