VP Election 2025: सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी उपराष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे हैं. नामांकन दाखिल कर दिया है। राज्यों में जा-जाकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। सभी पार्टियों के लोकसभा और राज्यसभा सांसदों से वोट देने की अपील कर रहे हैं। जस्टिस बीएस रेड्डी शनिवार को झारखंड की राजधानी रांची में थे। जस्टिस रेड्डी ने पत्रकारों को बताया कि उपराष्ट्रपति का चुनाव लड़ने के लिए वह क्यों मजबूर हुए या किसने उन्हें मजबूर किया।
दिशोम गुरु, हेमंत सोरेन पर अत्याचार समेत कई मुद्दों पर बोले जस्टिस रेड्डी
प्रभात खबर (prabhatkhabar.com) के झारखंड स्टेट हेड मिथिलेश झा लिखते हैं कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सबसे पहले जस्टिस बीएस रेड्डी (VP Election 2025) का परिचय कराया। इसके बाद जस्टिस रेड्डी ने संबोधित किया। उन्होंने सबसे पहले अपने बारे में, अलग झारखंड राज्य के निर्माण के लिए लंबे समय तक आंदोलन करने वाले दिशोम गुरु शिबू सोरेन के बारे में, उनके बेटे और झारखंड के मुख्यमंत्री झामुमो सुप्रीमो हेमंत सोरेन की गिरप्तारी के बारे में बात की। उन्होंने देश के संविधान की बात की। संविधान में केंद्र और राज्य सरकारों को मिले अधिकारों की बात की। साथ ही यह भी बताया कि उन्हें उपराष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए किसने मजबूर किया।
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सांसदों से वोट मांगने झारखंड पहुंचे थे जस्टिस बीएस रेड्डी
वर्ष 2007 से वर्ष 2011 तक सुप्रीम कोर्ट जज रहे बुचीरेड्डी सुदर्शन रेड्डी को कांग्रेस की अगुवाई वाले विपक्षी गठबंधन इंडिया (इंडयन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) ने उन्हें उपराष्ट्रपति चुनाव (VP Election 2025) में अपना उम्मीदवार बनाया है। इस गठबंधन के सभी दलों का समर्थन उन्हें प्राप्त है। जस्टिस बीएस रेड्डी कहते हैं कि वह सभी दलों के लोगों से अपील करेंगे कि वे उनके (जस्टिस रेड्डी के) पक्ष में मतदान करें। इसलिए वह झारखंड आये हैं।
जस्टिस रेड्डी बोले – संविधान ने सिर्फ अधिकार नहीं दिये, सीमाएं भी बतायीं हैं
जस्टिस रेड्डी ने कहा कि भारत के जो आज हालात हैं सभी देख रहे हैं। अगर आपका पास बहुत है, तो आप कुछ भी करेंगे, ऐसा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि संविधान ने सीमाएं भी बतायीं हैं। राज्यों की अलग सीमा है। केंद्र सरकार के काम करने की अपनी सीमा है। इसलिए कोई मनमानी नहीं कर सकता।
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संविधान के साथ मेरी यात्रा 1971 में शुरू हुई, आगे भी जारी रहेगी – जस्टिस रेड्डी
जस्टिस रेड्डी ने बताया कि संविधान के साथ उनकी यात्रा 1971 में शुरू हुई थी। यह यात्रा आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि वह उपराष्ट्रपति चुनाव (VP Election 2025) लड़ने के लिए मजबूर हुए। किसी पार्टी ने उन्हें मजबूर नहीं किया। विपक्षी दलों ने जब उनके उपराष्ट्रपति चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा, तो उनकी अंतरात्मा ने यह चुनाव लड़ने के लिए मजबूर किया। इसलिए वह चुनाव लड़ रहे हैं. सांसदों से वोट मांग रहे हैं।
एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को बनाया है अपना उम्मीदवार
सत्ताधारी गठबंधन एनडीए (नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस) ने झारखंड के पूर्व राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। उपराष्ट्रपति का चुनाव 9 सितंबर 2025 को होगा। इस दिन दक्षिण भारत के दिग्गज राजनेता सीपी राधाकृष्णन और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस बुचीरेड्डी सुदर्शन रेड्डी के बीच मुकाबला होने की उम्मीद है। उसी दिन शाम में फैसला आ जायेगा कि जगदीप धनखड़ की जगह उपराष्ट्रपति के पद पर कौन बैठेगा। सीपी राधाकृष्णन या जस्टिस बीएस सुदर्शन रेड्डी।
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