Bhonsala Defense University Nagpur: नागपुर, 13 सितम्बर: भारत तेजी से रक्षा उत्पादन (Defense Production) और निर्यात (Export) के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है। इसी कड़ी में नागपुर में स्थापित हो रही Bhonsala Defense University देश की सुरक्षा, तकनीकी शोध और इनोवेशन (Innovation) को नई दिशा देने के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है। मुख्यमंत्री Devendra Fadnavis ने इस विश्वविद्यालय की स्थापना को “भविष्य के डिफेंस सेक्टर का शैक्षणिक और तकनीकी मार्गदर्शक” बताते हुए कहा कि यह संस्थान आने वाले समय में उद्योग और रक्षा क्षेत्र की आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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रक्षा उत्पादन और तीन Defense Corridors का महत्व | Bhonsala Defense University Nagpur
फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री Narendra Modi के नेतृत्व में भारत ने रक्षा उत्पादन और निर्यात पर विशेष जोर दिया है। तीन प्रमुख Defense Corridors की स्थापना ने भारत को इस क्षेत्र में नई मजबूती दी है। इसके परिणामस्वरूप न केवल उद्योग जगत बल्कि उच्च तकनीक से प्रशिक्षित और कुशल मानव संसाधन की मांग तेजी से बढ़ रही है। यही वह स्थान है, जहां Bhonsala Defense University का योगदान निर्णायक सिद्ध होगा।
आधुनिक पाठ्यक्रम और रिसर्च पर जोर
Bhonsala Defense University Nagpur: नागपुर में आयोजित एक दिवसीय सत्र में रक्षा उद्योग, सैन्य अधिकारियों और विशेषज्ञों ने विश्वविद्यालय की दिशा तय करने पर चर्चा की। समापन अवसर पर मार्गदर्शन देते हुए फडणवीस ने स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय को केवल पारंपरिक शिक्षा तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि Research, Innovation और Skilled Manpower Development पर भी ध्यान देना होगा।
यह विश्वविद्यालय 52 एकड़ के विस्तृत परिसर में तैयार हो रहा है। इसमें अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं (Labs), टेस्टिंग फील्ड (Testing Fields) और वैश्विक स्तर के पाठ्यक्रम शामिल होंगे। इसके कोर्स डिजाइन इस तरह से किए जाएंगे कि छात्र Defense Production and Technology, Leadership and Management, Innovation and Design, International Relations and Public Policy तथा Non-Conventional Defense Studies जैसे विषयों में विशेषज्ञता हासिल कर सकें।
उद्योग और अनुसंधान संस्थानों के लिए मार्गदर्शक
Bhonsala Defense University Nagpur: फडणवीस ने कहा कि आने वाले वर्षों में नागपुर, रक्षा उत्पादन का हब बनेगा और इस संदर्भ में Bhonsala Defense University एक “Knowledge Partner” के रूप में काम करेगी। यह न केवल युवाओं को अवसर देगी बल्कि उद्योग और अनुसंधान संस्थानों को भी दिशा दिखाएगी।
नागपुर को मिल रही नई पहचान
Bhonsala Defense University Nagpur: फडणवीस ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों के चलते नागपुर अब केवल एक भौगोलिक केंद्र नहीं रहा, बल्कि यह देश के रक्षा उत्पादन और शिक्षा का प्रमुख केंद्र बनने की दिशा में बढ़ रहा है। भोसला विश्वविद्यालय की स्थापना इस प्रक्रिया को और मजबूत करेगी।
भविष्य की राह
Bhonsala Defense University Nagpur: भारत का लक्ष्य आत्मनिर्भर (Aatmanirbhar Bharat) बनना है और रक्षा क्षेत्र इसमें सबसे महत्वपूर्ण है। फडणवीस का मानना है कि इस विश्वविद्यालय से निकलने वाले छात्र आने वाले वर्षों में भारत के डिफेंस सेक्टर की जरूरतों को पूरा करेंगे। आधुनिक टेक्नोलॉजी, स्ट्रैटेजिक पॉलिसी और इनोवेशन के संगम से यह संस्थान वैश्विक स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ेगा।
अंत में उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि Bhonsala Defense University भारत के रक्षा उद्योग, स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स के लिए एक प्रेरणास्थल बनेगी। यह संस्थान न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता प्रदान करेगा, बल्कि भारत को रक्षा उत्पादन और इनोवेशन में अग्रणी बनाने में भी अहम योगदान देगा।