नागपुर। सोमवार को आयोजित Administrative Training Nagpur कार्यक्रम में विभागीय आयुक्त विजयलक्ष्मी बिदरी ने नव चयनित अधिकारियों को प्रशासनिक कार्यों की संवेदनशीलता और जिम्मेदारी पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि आम जनता की नज़र में प्रशासन की विश्वसनीयता तभी कायम रह सकती है जब अधिकारी पारदर्शिता, ईमानदारी और त्वरित सेवा पर ध्यान दें।
पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त सेवा पर जोर
वनामती परिसर में राज्य सेवा परीक्षा के माध्यम से चयनित 85 अधिकारियों के दो वर्षीय संयुक्त 11वें परिविक्षाधीन प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर विजयलक्ष्मी बिदरी ने कहा कि एक अधिकारी की असली पहचान उसकी integrity और commitment होती है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नव अधिकारी जनता को quick service delivery और corruption-free governance उपलब्ध कराने का संकल्प लें।
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जनता का विश्वास ही सबसे बड़ा पुरस्कार
विभागीय आयुक्त ने अधिकारियों से कहा कि जनता का विश्वास पाना किसी भी पुरस्कार से बड़ा है। प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता बनाए रखने से जनता को यह भरोसा मिलता है कि सरकार और उसके प्रतिनिधि उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुनते और हल करते हैं। उन्होंने कहा कि पारदर्शिता की कमी से गलतफहमियाँ पैदा होती हैं और यही स्थिति भ्रष्टाचार की जमीन तैयार करती है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम से व्यापक विकास
इस विशेष Administrative Training Nagpur सत्र में न केवल प्रशासनिक और प्रबंधन कौशल का प्रशिक्षण दिया जाएगा, बल्कि अधिकारियों को एम.ए. (विकास प्रशासन) की डिग्री भी प्रदान की जाएगी। यह पहल अधिकारियों के शैक्षणिक और कैरियर विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी। इसके अलावा प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद आयोजित परीक्षा में सफलता पाने वाले अधिकारियों को seniority benefits भी प्राप्त होंगे।

सामाजिक भावना और नेतृत्व क्षमता
विजयलक्ष्मी बिदरी ने कहा कि प्रशासनिक सेवाओं में तकनीकी दक्षता के साथ-साथ सामाजिक भावना और नेतृत्व कौशल भी जरूरी है। एक अधिकारी तभी प्रभावी हो सकता है, जब वह जनता की समस्याओं को सुनकर संवेदनशीलता से उनका समाधान करे। उन्होंने कहा कि “अधिकारी की कार्यशैली और आचरण ही उसकी सबसे बड़ी पहचान है, और इसी से उसकी छवि जनता के बीच बनती है।”
उत्कृष्ट अधिकारी बनने की दिशा
नव अधिकारियों को सलाह दी गई कि वे केवल नियमों और प्रक्रियाओं तक सीमित न रहें, बल्कि निर्णय लेते समय सामाजिक न्याय और मानवता को भी ध्यान में रखें। यही दृष्टिकोण उन्हें भविष्य में उत्कृष्ट और प्रभावी अधिकारी बनाएगा।

वेब स्टोरी:
Editorial Analysis:
आज के समय में जब आम जनता और प्रशासन के बीच दूरी और अविश्वास देखा जाता है, ऐसे में Administrative Training Nagpur जैसे प्रशिक्षण कार्यक्रम एक नई उम्मीद जगाते हैं। पारदर्शिता, कर्तव्यनिष्ठा और भ्रष्टाचार मुक्त कार्यप्रणाली से ही जनता और शासन के बीच भरोसे की खाई को पाटा जा सकता है। यह पहल नव अधिकारियों को न केवल प्रशासनिक दृष्टि से सक्षम बनाएगी, बल्कि उन्हें समाज के प्रति उत्तरदायी भी बनाएगी।
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