सोने-चांदी के भाव में ऐतिहासिक उछाल, निवेशकों की ओर बढ़ा झुकाव
धनतेरस और दिवाली से पहले भारतीय सर्राफा बाजार में सोना और चांदी दोनों ने जबरदस्त छलांग लगाई है। मंगलवार, 14 अक्टूबर को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमत ₹1.26 लाख प्रति 10 ग्राम के पार चली गई, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। वहीं चांदी ने भी नया रिकॉर्ड बनाते हुए ₹1.62 लाख प्रति किलो का आंकड़ा छू लिया।
तेजी के मुख्य कारण: भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितता
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने में आई यह तेजी किसी एक कारण से नहीं बल्कि कई वैश्विक घटनाओं का परिणाम है। अमेरिका और चीन के बीच फिर से बढ़े व्यापारिक तनाव ने बाजार में अस्थिरता बढ़ा दी है। अमेरिका ने 1 नवंबर से चीन पर 100% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिसके जवाब में चीन ने रेयर अर्थ एलिमेंट्स पर निर्यात नियंत्रण की घोषणा की है। इस कदम से वैश्विक सप्लाई चेन पर प्रभाव पड़ने की आशंका बढ़ी है।
साथ ही, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीदों ने निवेशकों को सेफ हेवन (Safe Haven) यानी सोने की ओर मोड़ दिया है।
MCX पर सोना और चांदी दोनों रिकॉर्ड हाई पर
मंगलवार को एमसीएक्स पर दिसंबर डिलीवरी वाले गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट की कीमत ₹2,301 बढ़कर ₹1,26,930 प्रति 10 ग्राम हो गई, जबकि फरवरी 2026 डिलीवरी वाला कॉन्ट्रैक्ट ₹1,28,220 के स्तर पर पहुंचा।
वहीं चांदी ने भी इतिहास रच दिया — दिसंबर डिलीवरी वाला कॉन्ट्रैक्ट ₹8,055 बढ़कर ₹1,62,700 प्रति किलो पर और मार्च 2026 का कॉन्ट्रैक्ट ₹1,63,549 के नए शिखर पर पहुंच गया।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की चमक
वैश्विक स्तर पर भी सोना और चांदी दोनों रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे हैं। कॉमेक्स (COMEX) पर दिसंबर डिलीवरी वाला सोना 1% से अधिक बढ़कर $4,190.67 प्रति औंस, जबकि चांदी 4% उछलकर $52.49 प्रति औंस पर पहुंच गई।
विशेषज्ञों की राय
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के एनालिस्ट मानव मोदी का कहना है —
“अमेरिका-चीन के बीच बढ़ते तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता ने निवेशकों को सेफ एसेट की तरफ मोड़ा है। फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती की संभावना ने भी सोने की कीमतों को मजबूत सपोर्ट दिया है। चांदी ने भी ऐतिहासिक ऊंचाई छुई है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस साल अब तक सोने की कीमतों में करीब 60% की वृद्धि हुई है, जो एक दशक का सबसे तेज उछाल माना जा रहा है।
रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी का कहना है —
“निवेशक अब फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के बयान का इंतजार कर रहे हैं। वे यह देखना चाहते हैं कि क्या ब्याज दरों में कटौती का रुख फेड अपनाने वाला है, जिससे सोने को और मजबूती मिल सकती है।”
घरेलू निवेशकों के लिए क्या है संदेश?
धनतेरस और दिवाली पर परंपरागत रूप से सोने की खरीद शुभ मानी जाती है। लेकिन मौजूदा कीमतों के स्तर को देखते हुए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि निवेशक धीरे-धीरे खरीदारी करें और अल्पकालिक उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखें।
कौन सा सोना खरीदें – 14, 18 या 22 कैरेट?
अगर आप ज्वैलरी के रूप में खरीदारी कर रहे हैं तो 22 कैरेट सोना सबसे उपयुक्त रहता है, जबकि निवेश के लिए 24 कैरेट सोना या गोल्ड ETF बेहतर विकल्प है।
निष्कर्ष
भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता, और फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति — इन सभी ने मिलकर सोने-चांदी की चमक को और तेज कर दिया है। आने वाले दिनों में अगर वैश्विक तनाव और बढ़ा, तो सोने की कीमत ₹1.30 लाख प्रति 10 ग्राम का स्तर भी पार कर सकती है।
डिस्क्लेमर:
इस लेख में दी गई सोना-चांदी की कीमतें केवल जानकारी के उद्देश्य से हैं। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें। बाजार की स्थिति समय-समय पर बदल सकती है।