नई दिल्ली, ब्यूरो।
त्योहारी सीजन की शुरुआत इस बार बाजारों के लिए बेहद खास रही। केंद्र सरकार द्वारा की गई GST दरों में कटौती का सीधा असर नवरात्र के दौरान उपभोक्ताओं की खरीद क्षमता पर दिखा। नतीजतन, ऑटोमोबाइल और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में पिछले 10 वर्षों की सबसे बड़ी बिक्री दर्ज की गई।
ऑटोमोबाइल सेक्टर में जोरदार उछाल
मारुति सुजुकी ने बताया कि नवरात्र के पहले आठ दिनों में उनकी बिक्री 100 प्रतिशत तक बढ़ी है। कंपनी ने इस अवधि में 1.65 लाख यूनिट की डिलिवरी की। वहीं, महिंद्रा ने बताया कि उनकी बिक्री में पिछले साल की तुलना में 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
हुंडई की क्रेटा और वेन्यू जैसी गाड़ियों की मांग इतनी तेज रही कि नवरात्र के दौरान उनकी बिक्री में 72 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई। टाटा मोटर्स ने भी इसी अवधि में 50,000 यूनिट की बिक्री का नया कीर्तिमान बनाया।
कंपनियों के अनुसार, जीएसटी दरों में कटौती का बड़ा फायदा ग्राहकों को मिला। अब 1200 सीसी इंजन क्षमता व चार मीटर से कम लंबाई वाली कारों पर 18% जीएसटी ही लग रहा है। पहले इन पर 28 प्रतिशत जीएसटी और 7-8 प्रतिशत सेस लगता था। यही वजह रही कि उपभोक्ताओं का रुझान छोटे और मध्यम वर्गीय वाहनों की ओर अधिक दिखा।
बड़ी कारों पर भी 22 सितंबर से नया टैक्स ढांचा लागू हुआ है। अब इन पर 40 प्रतिशत जीएसटी लगाया जा रहा है, जबकि पहले इन पर 28 प्रतिशत जीएसटी और 21-22 प्रतिशत सेस लगता था। इससे बड़ी कारों की कीमतें भी तुलनात्मक रूप से कम हुई हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में ऐतिहासिक बिक्री
नवरात्र में केवल ऑटोमोबाइल ही नहीं, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों की बिक्री भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुँची। उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड हेयर (Haier) की बिक्री में इस साल 85 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई।
सरकार द्वारा 32 इंच से बड़े टीवी और एसी पर जीएसटी को 28% से घटाकर 18% कर दिया गया है। इसका सीधा असर उपभोक्ताओं की खरीद पर पड़ा। कंपनी ने बताया कि 65 इंच के टीवी की बिक्री नवरात्र में रोजाना 350 यूनिट तक रही।
रिलायंस रिटेल और विजय सेल्स जैसे बड़े रिटेल ब्रांडों ने भी बिक्री में उछाल दर्ज किया। रिलायंस रिटेल की बिक्री में 25% वृद्धि जबकि विजय सेल्स की बिक्री में 20% इजाफा देखा गया।
कैट का दावा: दिवाली तक नया रिकॉर्ड
कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अनुमान जताया है कि इस साल नवरात्र से लेकर दिवाली तक देश में 4.75 लाख करोड़ रुपये की खुदरा बिक्री होगी। यह आंकड़ा अब तक का सबसे बड़ा होगा।
कैट के राष्ट्रीय महासचिव और भाजपा सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि संगठन ने देशभर के विभिन्न शहरों में खुदरा बिक्री का सर्वे कराया है। उसी आधार पर यह अनुमान जारी किया गया है।
पिछले चार वर्षों के बिक्री आंकड़े भी लगातार बढ़ोतरी की ओर इशारा कर रहे हैं:
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वर्ष 2021: 1.25 लाख करोड़
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वर्ष 2022: 2.50 लाख करोड़
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वर्ष 2023: 3.75 लाख करोड़
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वर्ष 2024: 4.25 लाख करोड़
इस वर्ष यह बिक्री अनुमानित तौर पर 4.75 लाख करोड़ तक पहुँच सकती है।
त्योहारी सीजन के पहले ही चरण में ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार ने रिकॉर्ड तोड़ बिक्री के नए आंकड़े पेश किए। जीएसटी कटौती से उपभोक्ताओं को राहत मिली है और उद्योग जगत में उत्साह का माहौल है। अगर यही रफ्तार दिवाली तक जारी रही, तो इस बार खुदरा बिक्री का नया इतिहास रचा जाएगा।