भारत में चांदी की कीमतों में मामूली उछाल, 1 किलो चांदी ₹1,54,100 हुई
संक्षिप्त सारांश:
4 नवंबर 2025 को भारत में चांदी की कीमतों में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई। प्रति ग्राम ₹154.10 और प्रति किलो ₹1,54,100 के भाव पर कारोबार हुआ। यह ₹100 की बढ़त है। विशेषज्ञों के अनुसार, वैश्विक बाजार में कीमती धातुओं की स्थिरता और डॉलर इंडेक्स में गिरावट के चलते यह उछाल दर्ज किया गया है।
आज भारत में चांदी की दर — स्थिर रुझान के साथ हल्की तेजी
आज भारत में चांदी की कीमतों में ₹100 की मामूली बढ़त दर्ज की गई है। प्रति ग्राम चांदी का भाव ₹154.10 और प्रति किलो ₹1,54,100 पर पहुंच गया।
यह बढ़ोतरी लगातार तीसरे दिन की हल्की तेजी को दर्शाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि नवंबर के पहले सप्ताह में कीमती धातुओं में निवेशक रुचि बनी हुई है।
शहरवार चांदी के भाव (Silver Rate Today)
| शहर | 10 ग्राम | 100 ग्राम | 1 किलो | 
|---|---|---|---|
| दिल्ली | ₹1,541 | ₹15,410 | ₹1,54,100 | 
| मुंबई | ₹1,541 | ₹15,410 | ₹1,54,100 | 
| कोलकाता | ₹1,541 | ₹15,410 | ₹1,54,100 | 
| चेन्नई | ₹1,681 | ₹16,810 | ₹1,68,100 | 
| बेंगलुरु | ₹1,541 | ₹15,410 | ₹1,54,100 | 
| हैदराबाद | ₹1,681 | ₹16,810 | ₹1,68,100 | 
| केरल | ₹1,681 | ₹16,810 | ₹1,68,100 | 
| अहमदाबाद | ₹1,541 | ₹15,410 | ₹1,54,100 | 
| वडोदरा | ₹1,541 | ₹15,410 | ₹1,54,100 | 
| पुणे | ₹1,541 | ₹15,410 | ₹1,54,100 | 
नोट: उपरोक्त दरों में जीएसटी, टीसीएस या अन्य शुल्क शामिल नहीं हैं। सटीक दरों के लिए स्थानीय ज्वेलर से संपर्क करें।
वैश्विक कारक जो कीमतों को प्रभावित कर रहे हैं
चांदी की कीमतें मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजार पर निर्भर करती हैं। डॉलर इंडेक्स में गिरावट, कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता और अमेरिका-चीन आर्थिक तनाव जैसे कारणों से निवेशक फिर से सुरक्षित निवेश साधनों की ओर झुक रहे हैं।
इसके अलावा, सौर ऊर्जा और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में औद्योगिक मांग भी चांदी के दामों को सहारा दे रही है।
निवेशकों के लिए संकेत
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की तुलना में चांदी का निवेश फिलहाल बेहतर रिटर्न दे सकता है। नवंबर के मध्य तक 1–2% की और बढ़ोतरी संभव है।
यदि वैश्विक बाजार में ब्याज दरों में स्थिरता रहती है, तो आने वाले हफ्तों में चांदी ₹1,55,000 प्रति किलो के स्तर को छू सकती है।
त्योहारी मांग बनी हुई है मजबूत
दिवाली और शादी के सीजन के चलते ज्वेलरी बाजारों में चांदी की खरीदारी बनी हुई है। गिफ्ट आइटम्स और सिल्वर कॉइन्स की डिमांड बढ़ी है। कई ज्वेलर्स का कहना है कि इस सीजन में चांदी की बिक्री में पिछले साल की तुलना में 8–10% की बढ़ोतरी हुई है।
औद्योगिक उपयोग से बढ़ी स्थिर मांग
चांदी सिर्फ आभूषणों के लिए नहीं, बल्कि औद्योगिक क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इलेक्ट्रॉनिक्स, मेडिकल उपकरण और सोलर पैनल उद्योगों में चांदी की खपत बढ़ने से इसके दामों में स्थिरता बनी हुई है।
Disclaimer:
इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जानकारियों और बाजार की प्रवृत्तियों पर आधारित है। यह किसी भी प्रकार की निवेश सलाह (Investment Advice) नहीं है। सोना–चाँदी या अन्य कीमती धातुओं में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार (Financial Advisor) से परामर्श अवश्य करें। लेख में उल्लिखित दरें समय और स्थान के अनुसार बदल सकती हैं। लेखक या प्रकाशक निवेश में हुए किसी लाभ या हानि के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।