टाटा मोटर्स के डीमर्जर की रिकॉर्ड डेट अगले हफ्ते, जानें 5 बड़ी बातें
नई दिल्ली। टाटा ग्रुप की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) अपने शेयरधारकों के लिए एक बड़ा कॉरपोरेट बदलाव करने जा रही है। कंपनी ने अपने 1:1 डीमर्जर की रिकॉर्ड डेट 14 अक्टूबर 2025 तय की है। इस डीमर्जर के तहत टाटा मोटर्स दो अलग-अलग कंपनियों में विभाजित होगी —
TML Commercial Vehicles (TMLCV)
Tata Motors Passenger Vehicles (TMPV)
इस प्रक्रिया के तहत, योग्य शेयरधारकों को कंपनी के हर एक शेयर के बदले TMLCV का एक शेयर मिलेगा। डीमर्जर के बाद शेयर प्राइस में स्वाभाविक रूप से बदलाव देखने को मिलेगा, और नई कंपनी की लिस्टिंग में लगभग 45 से 60 दिन का समय लग सकता है।
1. डीमर्जर की रूपरेखा और प्रभावी तारीख
टाटा मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल बिजनेस को अलग करते हुए TMLCV के रूप में एक नई कंपनी बनाई जा रही है। वहीं, TMPV (Tata Motors Passenger Vehicles) का विलय मूल कंपनी TML में किया गया है।
यह नई संरचना 1 अक्टूबर 2025 से प्रभावी होगी।
डीमर्जर के बाद टाटा मोटर्स लिमिटेड अपना नाम बदलकर Tata Motors Passenger Vehicles Limited रखेगी और इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) तथा जगुआर-लैंड रोवर (JLR) में अपने निवेश को जारी रखेगी।
2. शेयर प्राइस एडजस्टमेंट और नई इकाई का नाम
डीमर्जर के बाद TMLCV (TML Commercial Vehicles) का नाम बदलकर Tata Motors Limited कर दिया जाएगा।
रिकॉर्ड डेट के दिन, स्टॉक एक्सचेंजों के प्राइस डिस्कवरी मैकेनिज्म के अनुसार शेयरों की कीमतें समायोजित (adjust) की जाएंगी ताकि दोनों इकाइयों की वास्तविक मार्केट वैल्यू को प्रतिबिंबित किया जा सके।
3. शेयर अलॉटमेंट और लिस्टिंग प्रक्रिया
रिकॉर्ड डेट के बाद, टाटा मोटर्स एलिजिबल शेयरधारकों की सूची को अंतिम रूप देगी।
इसके बाद, TMLCV में नए शेयर 1:1 के अनुपात में अलॉट किए जाएंगे।
बीएसई और एनएसई पर इन शेयरों की लिस्टिंग की प्रक्रिया 45–60 दिनों में पूरी होने की उम्मीद है।
हालांकि, इस अवधि में TMLCV के शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध नहीं होंगे, जब तक कि एक्सचेंजों से औपचारिक मंजूरी नहीं मिल जाती।
4. लिस्टिंग और ट्रेडिंग की समयसीमा
टाटा मोटर्स को नई कंपनी के लिए बीएसई और एनएसई में जरूरी आवेदन दाखिल करने के बाद लगभग दो महीने का समय लगेगा।
यह समय नियामकीय स्वीकृतियों, तकनीकी प्रक्रियाओं और मूल्यांकन के कारण आवश्यक होता है।
निवेशकों को सलाह दी गई है कि वे इस अवधि के दौरान निवेश निर्णय सावधानीपूर्वक लें और किसी भी अफवाह या अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से बचें।
5. शेयरों की कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन
डीमर्जर के बाद, निवेशकों को दो अलग-अलग कंपनियों में हिस्सेदारी प्राप्त होगी।
TML और TMLCV दोनों में इक्विटी शेयरों की ‘कॉस्ट ऑफ एक्विजिशन’ (Cost of Acquisition) को लेकर कंपनी द्वारा स्पष्ट दिशा-निर्देश जल्द जारी किए जाएंगे।
यह गाइडेंस टैक्स कैलकुलेशन और कैपिटल गेन के निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
डीमर्जर से पहले का मार्केट ट्रेंड
पिछले हफ्ते टाटा मोटर्स के शेयर में लगभग 4–5% की गिरावट दर्ज की गई थी, क्योंकि निवेशक रिकॉर्ड डेट से पहले बाजार में उतार-चढ़ाव को लेकर सतर्क हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि डीमर्जर के बाद टाटा मोटर्स के दोनों सेगमेंट्स — कमर्शियल और पैसेंजर व्हीकल्स — अपने-अपने क्षेत्र में अधिक फोकस और वृद्धि हासिल करेंगे।
वेब स्टोरी:
कैसे होगा शेयरों का बंटवारा
टाटा मोटर्स का डीमर्जर 1:1 के अनुपात में होगा।
इसका मतलब है कि हर एक मौजूदा शेयर के बदले निवेशक को नई कंपनी TMLCV का एक शेयर मिलेगा।
रिकॉर्ड डेट 14 अक्टूबर को तय की गई है, और केवल वही निवेशक इस लाभ के पात्र होंगे, जिनके पास उस दिन तक कंपनी के शेयर होंगे।
विश्लेषण: निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है?
विशेषज्ञों के अनुसार, टाटा मोटर्स का यह कदम वैल्यू अनलॉकिंग (Value Unlocking) की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
दोनों कंपनियों के स्वतंत्र संचालन से निवेशकों को पारदर्शिता, बेहतर बिजनेस ट्रैकिंग और सेक्टर-फोकस्ड ग्रोथ का लाभ मिलेगा।
हालांकि, अल्पकालिक उतार-चढ़ाव की संभावना बनी रह सकती है।
डिस्क्लेमर (Disclaimer)
इस खबर में शेयर डीमर्जर से जुड़ी जानकारी मात्र दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है।
जागरण बिजनेस या यह समाचार स्रोत निवेश की सलाह नहीं दे रहा है।
शेयर बाजार में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइज़र (Certified Investment Advisor) से परामर्श अवश्य करें।